कृषि विज्ञान के जनक ऋषि पाराशर_______________ दुनिया के अन्य महाद्वीपों के लोग जब वर्षा, बादलों की गड़गड़ाहट के होने पर भयभीत होकर गुफाओं में छुप जाते थे… जब उन्हें एग्रीकल्चर का ककहरा भी मालूम नहीं था.. उससे भी हजारों वर्ष पूर्व ऋषि पाराशर मौसम व कृषि विज्ञान पर आधारित भारतवर्ष के किसानों के मार्गदर्शन के […]
Category: कृषि जगत
वर्षा ऋतु और वेद
वर्षा ऋतु और वेद #डॉविवेकआर्य वर्षा ऋतु का आगमन हो गया है। भीष्म गर्मी के पश्चात वर्षा का जल जब तपती धरती पर गिरता है। तो गर्मी से न केवल राहत मिलती है। अपितु चारों ओर जीवन में नवीनता एवं वृद्धि का समागम होता हैं। वेदों में वर्षा ऋतु से सम्बंधित अनेक सूक्त हैं। जैसे […]
अद्भुत अधिपादप वटवृक्ष
बरगद अथवा वट वृक्ष एक खास किस्म के वृक्षों के परिवार का सदस्य है इस परिवार में वृक्षों की दुनिया में 900 से अधिक प्रजातियां शामिल है। बरगद पीपल गुलर अजीर के एक ही परिवार के सदस्य है इन सभी वृक्षों के फलों में एक छोटे से कीट ततैया का निवास होता है वह कीट […]
डाँ राजेन्द्र प्रसाद शर्मा जब सबकुछ ठहर गया तब खेती किसानी ही ऐसी रही जो लगातार पूरे दमखम से चलती रही और अच्छे उत्पादन से अर्थव्यवस्था को राहत दी। खरीफ फसलों की एमएसपी की घोषणा करते हुए सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के मुताबिक काश्तकारों को लागत से कम से कम 50 प्रतिशत अधिक […]
रतीश कुमार झा इथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने से न केवल अधिशेष चीनी के इथेनॉल बनाने में इस्तेमाल करने की सुविधा होगी, बल्कि यह किसानों को भी अपनी फसलों में विविधता लाने, विशेष रूप से मक्के की खेती के लिए प्रोत्साहित करेगा जिसमें कम पानी की आवश्यकता होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इथेनॉल उत्पादन […]
रतीश कुमार झा इफको का मानना है कि जहां परंपरागत यूरिया पौधों को नाइट्रोजन पहुंचाने में 30-40% प्रभावी सिद्ध हुयी है वहीं नैनो यूरिया लिक्विड 80% से ऊपर प्रभावी हुयी है। नैनो यूरिया में मौजूद नाइट्रोजन फसलों की आवश्यकताओं को प्रभावी तरीके से पूरी कर सकता है। भारतीय कृषक उवर्रक कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफ्को) ने नैनो […]
भारत में मौसम सम्बंधी विभिन्न संस्थानों द्वारा वर्ष 2021 में मानसून के सामान्य से कुछ अधिक बने रहने की उम्मीद जताई गई है। देश के ज़्यादातर भागों में सामान्य से अधिक बारिश होने की सम्भावना व्यक्त की गई है। देश में कृषि क्षेत्र के लिए यह एक शुभ संकेत है। बाकी क्षेत्रों (सेवा एवं उद्योग) […]
औषधीय कृषि से सुधरेगी बुंदेलखंड की दशा
महोबा जिला के सिचौरा गांव में अश्वगंधा की औषधीय खेती की शुरुआत :- युवा शिक्षित किसान सचिन खरे ने नई कृषि की शुरुआत की महोबा। ( संवाददाता ) बदलते मौसम और पारंपरिक कृषि से लगातार हो रहे घाटे ने जिले के किसानों को सोचने पर मजबूर कर दिया है । सरकार द्वारा लगातार […]
ये किसान बिल किसी के हार जीत का सवाल नहीं है, मै गत कई सालों से इनकमटैक्स दे रहा हूँ, लेकिन न तो इंदिरागांधी, राजीव गांधी, देवेगौड़ा, वाजपेई, मनमोहन सिंह ने कभी मुझसे पूछा : मैं टैक्स के रेट तय कर रहा हूँ, बता तुझे क्या चाहिए ! मैं ही क्यों, करोड़ों लोग टैक्स […]
गाय, गोला और गादी
“गाय , गोला और गादी” भारतीय देसी गाय का गर्भकाल 9 महीने 9 दिन के लगभग होता है जो 283 दिन के आसपास बैठता है | प्रसव के आखिरी महीने में गाय के अडर अर्थात गादी या जड़ कहीं-कहीं इसे लेवटी कह देते हैं उसका तेजी से विकास होता है गाय की गादी जितनी बड़ी […]