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जौ( Barley) की खेती पर आकाशीय विजली नहीं गिरती

जौ( Barley) की खेती पर आकाशीय विजली नहीं गिरती – अथर्ववेद -6-142-1 मैं अब तक विभिन्न स्थानो पर करीब एक दर्जन से अधिक कृषि विभाग से सेवानिवृत्त हुये अधिकारियो से पूछ चुका हूं कि क्या आपने कभी जौ की खेती पर आकाशीय विजली गिरते देखी, सभी का जबाब था-नहीं। इस खाद्यान्न की अन्य विशेषताएं हैं […]

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धान की सीधी बिजाई विधि अपनाना लाभदायक

(खुशवीर मोठसरा – विनायक फीचर्स) देश भर के सिंचित क्षेत्रों में धान की खेती बहुतायत तौर पर की जाती है। इसके लिए रोपाई विधि इस्तेमाल में लाई जाती है। अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए धान की रोपाई मध्य जून से जुलाई तक करनी चाहिए परन्तु वर्तमान में धान की रोपाई मध्य जुलाई तक की […]

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गर्मियों में गाय भैंसों को लू से बचाने के उपाय

डॉ. सत्यवान सौरभ बढ़ते पारे ने दुधारू पशुओं पर बहुत दबाव डाला है और यह सबसे बुरा तब होगा जब सापेक्ष आर्द्रता 90% से अधिक हो जाएगी। मौजूदा परिस्थितियों में दूध का उत्पादन कम फीड इनटेक और अतिरिक्त हीट लोड के कारण भी कम हुआ है। हरे चारे की मात्रा बढ़ानी चाहिए और लंबे चारे […]

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मशरूम की खेती बनी महिला किसानों की नयी पहचान

प्रियंका साहू मुजफ्फरपुर, बिहार आज मशरूम भोजन व स्वाद की दुनिया में अलग ही पहचान बना रही है. लोगों की जुबान पर मशरूम की सब्जी, खीर, अचार, नमकीन आदि का स्वाद चढ़ता जा रहा है. देश के अन्य राज्यों की तरह बिहार में भी इसकी खेती तेज़ी से बढ़ती जा रही है. नेशनल हॉर्टिकल्चर बोर्ड […]

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पशुधन बना आमदनी का साधन

अंजली बीकानेर, राजस्थान देश के ग्रामीण क्षेत्रों में आय का सबसे सशक्त माध्यम कृषि है. देश की आधी से अधिक ग्रामीण आबादी कृषि पर निर्भर करती है. इसके बाद जिस व्यवसाय पर ग्रामीण सबसे अधिक निर्भर करते हैं वह है पशुपालन. बड़ी संख्या में ग्रामीण भेड़, बकरी और मुर्गी पालन कर इससे आय प्राप्त करते […]

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बंदरों के आतंक से प्रभावित होती कृषि

सपना कपकोट, बागेश्वर उत्तराखंड “बंदरों की बढ़ती संख्या से हमारे खेती सबसे अधिक प्रभावित हो रही है। कहा जाए तो बिल्कुल नष्ट होने की कगार पर है। हम जो भी सब्जियां लगाते हैं बंदर आकर सब कुछ नष्ट कर देते हैं। कई बार अगर आंगन में मैं अपने बच्चों को अकेले छोड़ देती हूं तो […]

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पशु प्रधान देश में पशुओं के लिए सुविधाओं का अभाव

प्रतिभा लूणकरणसर, राजस्थान भारत को कृषि और पशु प्रधान देश माना जाता है. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी पशु का काफी महत्त्व है. विशेषकर गाय, बैल और बकरी जैसे जानवरों का काफी महत्त्व है. इनमें गाय का विशेष स्थान है. यह न केवल दूध देती है बल्कि यह पूजनीय भी है. हमारे देश में गाय […]

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वृक्षों के आक्रामक प्रजातियों से मानव और वन को खतरा

नरेन्द्र सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखण्ड उत्तराखंड जो अपनी प्राकृतिक सुन्दरता से सभी को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है. विगत कई वर्षो से वृक्षों की आक्रामक प्रजातियों की बढ़ती संख्या को अनदेखा करता रहा, परंतु अब यही आज राज्य के लिए चिन्ता का विषय बनते जा रहे हैं. इन प्रजातियों से न केवल राज्य में […]

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अन्नदाता किसानों को समर्पित डॉ सत्यवान सौरभ की नई किताब ‘खेती किसानी और पशुपालन’

दोहे, कहानी, कविता, संपादकीय लिखने वाले डॉ सत्यवान सौरभ का जन्म बड़वा भिवानी हरियाणा में हुआ। ये वर्तमान दौर के युवा स्वतंत्र पत्रकार हैं तथा आकाशवाणी और टीवी पेनालिस्ट है। इसलिए उनकी रचनाएं सामयिक घटनाओं व प्रसंगों से प्रेरित होती हैं तथा उनकी रचनाएं देश भर के अखबारों में में प्रतिदिन अनिवार्य उपस्थिति रहती है। […]

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अज्ञात बीमारी का शिकार हो रहे पहाड़ी इलाकों के मवेशी

बाबर नफ़ीस डोडा, जम्मू एक ओर जहां इंसान कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर केंद्रशासित प्रदेश जम्मू के डोडा स्थित पहाड़ी इलाकों में मवेशियों के बीच एक अज्ञात बीमारी ने कोहराम मचा रखा है. जिसने अब तक कई पालतू मवेशियों की जाने ले ली हैं. ये मवेशी गरीबों की […]

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