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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

क्रांतिकारी लाहिड़ी के बलिदान दिवस पर आर्य समाज गोंडा ने किया शांति यज्ञ का आयोजन

  गोंडा। (विशेष संवाददाता) विगत 17 दिसंबर को आर्य समाज बड़गांव गोंडा के तत्वावधान में क्रांतिकारी राजेंद्रनाथ लाहिड़ी का 94 वां बलिदान दिवस पर जेल फांसी स्थल पर आर्य समाज के पंडित विमल कुमार आर्य हरदोई के ब्रह्मत्व में मनाया गया । इस अवसर पर मुख्य यजमान जनपद न्यायाधीश रहे। साथ ही कई अन्य न्यायाधीश, […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

किराए की कलमों ने मिटा दिया इतिहास से डॉक्टर शिवराम मुंजे का नाम

पूरी संभावना है कि आपने बालकृष्ण शिवराम मुंजे का नाम नहीं सुना होगा। सुनेंगे भी क्यों? जो सीधे तौर पर कॉन्ग्रेस के साथ नहीं था, उस हरेक स्वतंत्रता सेनानी का नाम किराए की कलमों ने इतिहास की किताबों से मिटा दिया है। अगर एक वाक्य में उनका योगदान बताना हो तो बता दें कि पहले […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

थोगन संगमा का बलिदान

12 दिसम्बर/बलिदान-दिवस   1857 के स्वाधीनता समर में भारतीयों को अपेक्षित सफलता नहीं मिली; फिर भी संघर्ष लगातार जारी रहा। भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र यद्यपि शिक्षा और आर्थिक स्थिति में दुर्बल था, फिर भी वहाँ के वीरों ने इस संघर्ष की अग्नि को धीमा नहीं पड़ने दिया। अंग्रेज मेघालय स्थित गारो पहाड़ को अपने कब्जे […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

महान सेनानी जनरल जोरावर सिंह

12 दिसम्बर/बलिदान-दिवस लद्दाख जिस वीर सेनानी के कारण आज भारत में है, उनका नाम है जनरल जोरावर सिंह। 13 अपै्रल, 1786 को इनका जन्म ग्राम अनसरा (जिला हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश) में ठाकुर हरजे सिंह के घर में हुआ था। हरजे सिंह बिलासपुर की कहलूर रियासत में काम करते थे। अतः गाँव की खेती उनके भाई […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

देवता स्वरूप भाई परमानंद जी के भाषणों से थर्राती थी कांग्रेस सरकार

स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी देवता स्वरुप भाई परमानंद जी जिनके तीखे, तार्किक, ओजस्वी, आलोचनात्मक एवं भावपूर्ण लेखों और भाषणों से अंग्रेज सरकार थरथराती थी ! भाई परमानन्द जी महर्षि दयानंद सरस्वती के अनन्य भक्त और आर्य समाज के प्रचारक थे, वे एक उच्च कोटि के लेखक, चिंतक, भारतीय सस्कृति के प्रकांड विद्वान, इतिहासकार, साहित्यकार, क्रांतिकारी […]

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व्यक्तित्व हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वराज्य ,स्वधर्म और स्वाभिमान के लिए बलिदानी महात्मा स्वामी श्रद्धानंद

23/12/20 को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर प्रकाशनार्थ लेख: -विनोद बंसल                                                                                                                                            राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप       एडवोकेट मुंशीराम से स्वामी श्रद्धानंद तक जीवन यात्रा विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद प्रेरणादायी है। स्वामी श्रद्धानंद उन बिरले महापुरुषों में से एक थे जिनका जन्म ऊंचे कुल में हुआ किन्तु बुरी लतों के कारण प्रारंभिक जीवन बहुत ही निकृष्ट किस्म का था। स्वामी […]

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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

संत कवि गंगादास जी ने जलाई थी रानी लक्ष्मीबाई की चिता

    डॉ. जे एन शर्मा संत गंगादास के भाई के पौत्र चौधरी हरदयाल सिंह द्वारा दी गई वंशावली से ज्ञात होता है कि गंगादास के पूर्वज अमृतसर के निकट किसी स्थान से आकर ग्राम रसूलपुर में बस गए थे। डॉ. ब्रजपाल सिंह संत ने बोली के आधार पर पंजाब के माझ प्रदेश से इनका […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

मर्यादा पुरुषोत्तम राम का काल क्या पौने दो करोड़ वर्ष पुराना है?

  (प्रोफेसर ठाकुर प्रसाद वर्मा लेखक प्रसिद्ध इतिहासकार हैं।) पुराणों के अनुसार विष्णु के सातवें अवतार भगवान श्रीराम का जन्म चौबीसवें महायुग के त्रेतायुग के अन्त और द्वापरयुग की सन्धिकाल में हआ था। इस प्रकार गणना करने पर वे अब से लगभग एक करोड इक्कयासी लाख वर्ष पूर्व हुए थे ऐसी परम्परागत मान्यता है। अलबेरूनी […]

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हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

यदि ऋषि दयानंद नहीं आते तो संसार में वेदों का प्रकाश नहीं होता

ओ३म् ========= महाभारत युद्ध के बाद न केवल देश में अपितु विश्व में अज्ञान छा गया था। महाभारत का युद्ध लगभग पांच हजार वर्ष पूर्व हुआ। महाभारत के बाद यज्ञों में पशु हिंसा आरम्भ हुई थी। समय के साथ यज्ञों में विकृतियों में वृद्धि होती गई। वेदों के अध्ययन-अध्यापन की परम्परा भी धीरे-धीरे समाप्त होती […]

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स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

लाचित बरफूकन की वीरता के कारण मुगल नहीं कर पाए थे पूर्वोत्तर भारत पर कब्जा

  असम के लोग तीन महान व्यक्तियों का बहुत सम्मान करते हैं। प्रथम, श्रीमंत शंकर देव, जो पन्द्रवीं शताब्दी में वैष्णव धर्म के महान प्रवत्र्तक थे। दूसरे, लाचित बरफूकन, जो असम के सबसे वीर सैनिक माने जाते हैं और तीसरे, लोकप्रिय गोपी नाथ बारदोलोई, जो स्वतन्त्रता संघर्ष के दौरान अग्रणी नेता थे। लाचित बरफूकन ‘अहोम […]

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