====================================== नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की हत्या सोवियत संघ की जेल में हुई थी। हत्या कराने वाले खूंखार और रक्तपिशाचु तानाशाह स्तालिन था। जर्मनी में सोवियत संघ की सेना ने नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को पकड़ा था। ब्रिटेन और सोवियत संघ के बीच संधि के अनुसार नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को सोवियत संघ की जेल में रखा गया […]
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उगता भारत ब्यूरो अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार देश का नेतृत्व किया है. वे पहली बार साल 1996 में 16 मई से 1 जून तक, 19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999 तक और फिर 13 अक्टूबर 1999 से 22 मई 2004 तक देश के प्रधानमंत्री रहे हैं. अटल बिहारी […]
उगता भारत ब्यूरो जब कांग्रेसी प्रवक्ता अखिलेश प्रताप को यह कहते सुना कि 1942 में जब कांग्रेसी आज़ादी की लड़ाई लड़ रहे थे तब डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी अंग्रेजों का साथ दे रहे थे। अतः इतिहास के सिक्के के इस दूसरे पहलू का जिक्र जरूरी समझा। 28 जुलाई 1914 को शुरू हुए प्रथम विश्वयुद्ध में ब्रिटेन […]
आरएसएस के संस्थापक श्री के. ब. हेडगेवार आर्य समाज की पृष्ठ भूमि से ही आते थे। हेडगेवार जी के पिता जी आर्य समाज के पुरोहित थे, और वेदादि शास्त्रों के एक अच्छे विद्वान भी थे। इसलिए हेडगेवार के विचारो पर आर्य समाज के सिद्धांतो और राष्ट्रभक्ति की छाप देखी जा सकती है। आजादी के बाद […]
शिकागो अमेरिका के विश्व धर्म सम्मेलन में वैदिक धर्म का डंका बजाने वाले एक विद्वान की गौरवपूर्ण किन्तु अनसुनी कहानी ||पंडित अयोध्या प्रसाद|| 11 सितंबर 1893 की वह महत्वपूर्ण घटना जब स्वामी विवेकानंद जी ने भारतीय धर्म व संस्कृति के विषय में शिकागो में ऐतिहासिक भाषण दिया था, से आप सभी भली प्रकार परिचित होंगे […]
आदित्य तिवारी एक ब्रिटिश भारतीय लोक सेवक सर जॉन स्ट्रैचे अपने प्रशिक्षु लोक सेवकों को संबोधित करते हुए कहा करते थे कि “भारत के बारे में प्रथम और सबसे महत्वपूर्ण बात यह जानने की है कि वहां कोई भारतीय नहीं है और कभी कोई भारतीय नहीं था।” इतिहासकार डेविड लड्डन ने अपनी पुस्तक ‘कंटेस्टिंग द […]
डॉ संजय पंकज आत्मविश्वास और देवत्व से देदीप्यमान आनन, पवित्रता और पुरुषार्थ से चमकती आंखें, गौरव और दर्प से उन्नत सिर, चौड़ी छाती, कसी मांसपेशियां, दिशाओं को भुजाओं में समेट लेने की शक्ति से भरी हुई बाहें और दृढ़ता से धरती पर जमे पैर! यह है नर- नाहर योद्धा संन्यासी स्वामी विवेकानंद का दमकता हुआ […]
उगता भारत ब्यूरो महाराजा रंजीत सिंह सरीखे प्रतापी राजा, जिनके जीवित रहते ईस्ट इंडिया कंपनी ने कभी उनके संप्रदाय में दखल देने तक की हिम्मत नहीं की थी, के जाने के बाद उनके साम्राज्य और परिवार का इतना बुरा हश्र होगा इसकी कभी किसी ने सपने में भी कल्पना नहीं की थी। आज कल वे […]
मूल लेखक : स्व0 रामचंद्र विकल पूर्व सांसद एवं केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार गाजियाबाद (उ. प्र.) सन्यास धर्म को अलंकृत करने वाले देशभक्ति से ओतप्रोत , वीरों के प्रशंसक तथा प्रसिद्ध समाज सुधारक राष्ट्रीय स्वतन्त्रता आन्दोलन को पूरी तरह समर्पित आर्य भाजनोपदेशक स्वामी भीष्म जी महाराज जहां कहीं भी जाते जनता में हर्षोल्लास की लहर […]
विनोद बंसल दुनिया में देश व धर्म की रक्षार्थ अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महा पुरुष तो अनेक मिलेंगे किन्तु अपनी तीन पीडियों बल्कि यों कहें कि अपने पूरे वंश को इस पुनीत कार्य हेतु बलिदान करने वाले विश्व में शायद एकमेव महा-पुरुष गुरू गोविन्द सिंह जी महाराज ही होंगे. दिल्ली के चाँदनी चौक के […]