ओ३म् =========== आज दिनांक 10 अप्रैल, 2022 को दो महनीय पर्व रामनवमी एवं आर्यसमाज स्थापना दिवस हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम वैदिक धर्म एवं संस्कृति के आदर्श महान् पुरुष, रक्षक एवं प्रहरी हैं। उनका जीवन सभी मनुष्यों व संसार के लिए प्ररेक एवं अनुकरणीय है। वाल्मीकि रामायण के अनुरूप उनका जीवन सब मनुष्यों के अध्ययन […]
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शहीद रामप्रसाद बिस्मिल का जीवन प्रेरणा बन सकता है उन हजारों लाखों भारत के नव युवको के लिए जो नशे धूम्रपान की गिरफ्त में फंसे हुए हैं..| राम प्रसाद बिस्मिल को किशोरावस्था में घर से पैसे चुराने सिगरेट पीने भांग पीने तथा *उपन्यास पढ़ने जैसी कई बुरी आदतें लग गई थी छठी जमात में कई […]
(6 अप्रैल को बलिदान दिवस के अवसर पर प्रकाशित) सन 1923 में मुसलमानों की ओर से दो पुस्तकें “19 वीं सदी का महर्षि” और “कृष्ण,तेरी गीता जलानी पड़ेगी ” प्रकाशित हुई थीं। पहली पुस्तक में आर्यसमाज का संस्थापक स्वामी दयानंद का सत्यार्थ प्रकाश के 14 वे सम्मुलास में कुरान की समीक्षा से खीज कर उनके […]
उगता भारत ब्यूरो (1877– 1955 पुण्यतिथि पर शत शत नमन) स्वामी स्वतंत्रानन्द जी का जन्म पौष मास की पूर्णिमा सन 1877 ई. में लुधियाना से कुछ मील दूर मोही ग्राम के जाट सिख परिवार में हुआ। इनका नाम केहर सिंह था। इनके पिता सरदार भगवान सिंह सेना में अफसर थे तथा बाद में बडौदा रियासत […]
बाबू जगजीवन राम की आज जयंती के रूप में हम उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं । बाबू जगजीवन राम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और उसके पश्चात की राजनीति के एक महान नक्षत्र हैं। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के लोगों ने बड़े नेताओं को भी जाति बिरादरी में बांट लिया है। इससे […]
शहीद रामप्रसाद बिस्मिल ने अपनी आत्मकथा में लिखा है………………………..| ” मेरे बाद पांच बहनों का जन्म हुआ दादा जी ने कुल की कुप्रथा के अनुसार कन्याओं को मारने की कोशिश की परंतु मेरी माता जी ने इन कन्या के प्राणों की रक्षा की उन्हें अच्छी शिक्षा दी तथा धूमधाम से उनकी शादी की” “स्त्रियों की […]
वीर शिरोमणि मराठा शूर शिवाजी की 342वी जयंती पर विशेष आलेख। 3 अप्रैल 1680 को रायगढ़ के किले में शिवाजी का महाप्रयाण हुआ। कुछ इतिहासकारों के अनुसार उनका निधन टाइफाइड से हो गया था और आखिरी 3 दिन में तेज बुखार से ग्रस्त थे ।कुछ इतिहासकार इस को जहर देकर उनकी हत्या करना भी मानते […]
कानपुर फाइल 25 मार्च 1931 आज कश्मीर फाइल पर शोर हो रहा है। परंतु कश्मीर फाइल की घटनाए ना पहली बार हुई थी और ना ही अंतिम हैं। यह एक अंतहीन सिलसिला है। 23 मार्च को जब भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गयी थी, तो लोगों के मन में गुस्सा था। कांग्रेस […]
डॉ. विवेक आर्य इस लेख को पढ़ने वाले ज्यादातर वे पाठक हैं जिन्होंने आजाद भारत में जन्म लिया। यह हमारा सौभाग्य है कि हम जिस देश में जन्मे हैं, उसे आज कोई गुलाम भारत नहीं कहता, उपनिवेश नहीं कहता- बल्कि संसार के एक मजबूत स्वतंत्र राष्ट्र के नाम से हमें जाना जाता है। इस महान […]
श्री आचार्य वैद्यनाथ शास्त्री धर्म क्या है और अधर्म क्या है? यह एक विवेच्य विषय है। नीतिवादों का विचार यह है कि भक्षण और रक्षण आदि चेतनमात्र में स्वभावतः है और पशु एवं मानव इन विषयों में समान है। परन्तु रक्षण का विषय एक ऐसी विशेषता है जो मानव में ही पायी जाती है। मानव […]