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इसलाम और शाकाहार

पत्थरबाजों की मस्जिद गिरा देना सुन्नत है

देखा गया है की आजकल मुसलामन किसी भी सार्वजनिक जगह रेलवे प्लेटफार्म बीच रास्ते या भीड़भाड़ चौराहे पर इकट्ठे हो जाते हैं और उठक बैठक करने लगते ऐसे नाम्माज पढ़ना और अपना संवैधानिक अधिकार बताते है और इसी भी जगह पर कब्ज़ा करके मस्जिद बना देते है इसलिए पहले नमाज क्या है और उसका उद्देश्य […]

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खून का प्यासा अल्लाह

– मुस्लिम विद्वान् खून को हराम बताने के पीछे अनेकों कुतर्क करते हैं ,लेकिन असली कारण तौरेत यानि बाइबिल में मिलता है ,खून खुदा को सबसे अधिक पसंद है .कुरान और बाइबिल के कथन देखिये “क्योंकि हरेक देहधारी के प्राण उसके खून में रहते हैं ,और इसलिए मैंने लोगों से वेदी पर खून चढाने को […]

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इसलाम और शाकाहार

अल्लाह इस्लाम का दुश्मन है !

इस बात में किसी को भी शंका नहीं होगी कि मुसलमान कभी शांति नहीं चाहते , और वह फसाद ,दंगा , झगडा और आतंक के लिए कोई न कोई बहाना खोजते रहते हैं .और अपनी दुर्दशा के लिए कभी हिन्दुओं पर आरोप लगाते हैं कभी इसाई देशों पर .लेकिन एक बात साबित है कि मुसलमान […]

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रसूल के घर सामूहिक दुष्कर्म

हिजरी सन 1111 में पैदा हुए शिया विद्वान ” मुहम्मद बाकर अल मजलिसी – محمد باقر المجلسي ” ने अपनी किताब “बहारुल अनवार -بحار الأنوار‎, ” में अली , आयशा और उम्र के बारे में ऎसी ऐसी गुप्त बातें लिखी हैं ,जिन को पढ़ कर सुन्नी शर्म के मारे डूब कर मर जायेंगे , यहाँ […]

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तारिक फतेह के सवाल,जिन्होंने कर दिया था मुल्लों को निरुत्तर

🛑 तारिक फतेह ने जड़े जड़ीले दस सवाल जिनका जवाब खोजने मे जुट गई हैं तमाम मौलवी मुल्लाओ की फ़ौज।, तारिक फतेह ने दस ऐसे सवाल किये हैं , जिनका सटीक, प्रमाण सहित और तर्कपूर्ण जवाब कोई मुल्ला मौलवी नहीं दे सकता। 1- मुसलमानों का दावा है कि कुरान अल्लाह की किताब है, लेकिन कुरान […]

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गधा और लकड़बग्घा खाने वाले रसूल !!

जानवर चाहे शाकाहारी हों या मांसाहारी सबका स्वभाव और आदतें अलग होती हैं जो अनोखी होती हैं ,अगर किसी व्यक्ति में ऐसे जानवर के गुण या वैसा स्वभाव पाया जाता है तो लोग उसकी तुलना उसी जानवर से करने लगते हैं , जैसे गधा एक निरापद , अहिंसक और भोला जानवर होता है . इसलिए […]

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मुसलमानों का पक्का ईमान ?

मुसलमान अक्सर यह कहते हैं कि ,हम अपने ईमान के पक्के हैं ,हमारा इमान पुख्ता है ,हम ईमान से समझौता नहीं कर सकते .तो लोग इसे भूल से इसे मुसलमानों की ईमानदारी( Honesty )समझ लेते हैं .वैसे इमान का अर्थ विश्वास (faith ,Belief ,Creed )भी होते हैं लेकिन बहुत कम लोग मुसलमानों के इमान का […]

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सेकुलर और मुसलमान क्या चाहते हैं ?

सेकुलर शब्द विदेश से आयातित और सबसे अधिक भ्रामिक शब्द है .इसलिए भारत की किसी भी भाषा में “सेकुलर ” के लिए कोई समानार्थी और पर्यायवाची अर्थ नहीं मिलता है .लेकिन कुछ चालाक लोगों ने हिंदी में ” सेकुलर ” का अर्थ ” धर्मनिरपेक्ष ” शब्द गढ़ दिया था .यदपि इस शब्द का उल्लेख न […]

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इस्लाम सह-अस्तित्व से इंकार करता है!

इस्लाम के साथ सामंजस्य का मतलब है उसकी ओर से आती रहने वाली क्रमशः अंतहीन माँगें (डॉ. अंबेदकर ने कहा था, ‘मुसलमानों की माँगे हनुमान जी की पूँछ की तरह बढ़ती जाती हैं’) पूरी करते जाना। प्रोफेट मुहम्मद अपनी माँगों में कभी नहीं रुके, जब तक कि उनकी 100% माँगें पूरी नहीं हो गईं। वही […]

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इस्लामी कामशाश्त्र

:नंगा इस्लाम अस्वीकरण -इस लेख का उद्देश्य किसी की आस्था पर चोट करना नहीं है ,लेख में जिन इस्लामी किताबों से हवाले लिए गए हैं उनकी सत्यता का दावा हम नहीं करते , हो सकता है कुछ शब्द लोगों को अशिष्ट प्रतीत हो ,मूल उर्दू लेख को हिंदी लिपि में दिया गया है ,लेखमें कई […]

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