तारिक फतेह ने दस ऐसे सवाल किये हैं , जिनका सटीक, प्रमाण सहित और तर्कपूर्ण जवाब कोई मुल्ला मौलवी नहीं दे सकता। 1- मुसलमानों का दावा है कि कुरान अल्लाह की किताब है, लेकिन कुरान में बच्चों की खतना करने का हुक्म नहीं है , फिर भी मुसलमान खतना क्यों कराते है? क्या अल्लाह में […]
श्रेणी: इसलाम और शाकाहार
आगामी 1 अगस्त को मुसलमानों का सबसे बड़ा त्यौहार ईद आ रहा है। इस पर अनेकों पशुओं की बलि दी जाएगी । जिससे पर्यावरण संतुलन की पहले से ही बिगड़ी हालत में और इजाफा हो जाएगा। सारे पर्यावरणविद और पशुओं की रक्षा का ठेका लेने वाले सभी संगठन अब पूरी तरह मौन हैं। अब […]
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार PETA ने अभी हाल ही में हिन्दुओं के त्यौहार रक्षा बंधन पर मांस से परहेज करने की शिक्षा दी थी, लेकिन वही PETA बकरा ईद पर मुस्लिम समाज को कुर्बानी की सलाह देना, द्वारा तुष्टिकरण करने का प्रमाण दे रही है। हिन्दू स्वयंसेवी संस्थाओं का कर्तव्य है कि इस बात का संज्ञान लेकर हिन्दू […]
प्रस्तुति : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक हैरिस सुलतान की पुस्तक ‘द कर्स ऑफ गॉड: ह्वाय आई लेफ्ट इस्लाम’ में वैज्ञानिक तर्कों से इस्लामी विचारों और परंपराओं की समालोचना है। उन की पड़ताल के बिन्दु हैं – 1. क्या अल्लाह के होने का कोई सबूत है? 2. क्या इस्लाम में बताई गई नैतिकता अच्छी है? 3. […]
प्रस्तुति : आचार्य ज्ञान प्रकाश वैदिक ============= परमपिता परमात्मा ने प्राणियों के आहार का निर्धारण स्वतः ही किया है जैसे-गाय, हिरण,हाथी,घोड़े,गदहों आदि पशुओं के लिए घास शाक, फूल पत्ते आदि और बाघ,सिंह, कुत्ते, बिल्ली आदि के लिए मांस। परमात्मा ने समस्त प्राणियों के शरीर की रचना उनके भिन्न भिन्न आहार को सहजता से खाने एवं […]
लेखक- आचार्य डॉ० श्रीराम आर्य, कासगंज, उ०प० [अनेक मुस्लिम विद्वान् गोबध को कुरान सम्मत बताकर गौहत्या जैसे घोर पाप का समर्थन करते हैं तथा हिन्दुओं की गौ के प्रति आस्था पर चोट पहुंचाते हैं। इस्लाम के होनहार विद्वानों ने अपने इस मूर्खतापूर्ण हरकतों के पीछे अल्लाह को कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा। इन्होंने […]
मुजफ्फर हुसैन गतांक से आगे……. मुंबई आज भी वह दिन भूली नही है जब इसका विरोध करते हुए तीस साल के एक युवक ने अपनी जान दे दी। सहसा ही मुंबई वासियों के बाबू गेनू की याद आ गयी, जो 25 साल का जवान था, जिसने विदेशी कपड़ों से भरे ट्रक को अपनी छाती से […]
मुजफ्फर हुसैन गतांक से आगे……. बकरा ईद आते ही अहिंसा प्रेमी और जागरूक पर्यावरणवादी इस प्रयास में जुट जाते हैं कि धर्म के नाम पर कम से कम कुरबानी हो। प्रबोधन के साथ साथ इस दिशा में क्या कोई कानूनी कार्रवाई हो सकती है, इस बात पर भी विचार किया जाता है। धर्मनिरपेक्ष देश के […]
मुजफ्फर हुसैनगतांक से आगे…….कोई यह कह सकता है कि कुरान में इब्राहीम की कुरबानी की चर्चा है, इसलिए उसका महत्व अधिक है, लेकिन इस तर्क से इमाम हुसैन का त्याग और बलिदान कम नही हो जाता।इब्राहीम के दो पुत्र थे-इस्माइल और इसहाक आइजिक। इब्राहीम के पश्चात उनके दोनों ही पुत्र पैगंबर बने। इसहाक की नस्ल […]
मुजफ्फर हुसैनगतांक से आगे…….खुलेआम जानवरों की हत्या सामूहिक रूप से होती है। यह हत्या तकनीक युक्त है, जो अत्यंत दर्दनाक और क्रूरतापूर्ण है। जो हत्या की गयी है, वह व्यापारिक आधार पर लाभ कमाने के लिए की गयी है। इसलाम जैसे महान धर्म के लिए यह चिंता और चिंतन का विषय है। पशुओं की हिंसा […]