कंचन सिंह गिलोय न सिर्फ बुखार और सर्दी-खांसी, बल्कि जॉन्डिस यानी पीलिया के मरीजों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। आयुर्वेद के जानकारों का मानना है कि गिलोय के पत्तों का रस पीने से पीलिया के मरीज़ों को आराम मिलया है और इसकी वजह से होने वाला बुखार और दर्द भी कम होता है। आयुर्वेद […]
श्रेणी: स्वास्थ्य
ललित गर्ग एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में महिलाओं की औसत आयु पुरुषों के मुकाबले अधिक है। वे अपेक्षाकृत ज्यादा लंबा जीवन जीती हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि स्वास्थ्य के मामले में भी वे पुरुषों से बेहतर हैं। वर्ल्ड हेल्थ स्टैटिस्टिक्स रिपोर्ट 2021 की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में औसत […]
वर्षा ऋतुचर्या वर्षा ऋतु में वायु का विशेष प्रकोप तथा पित्त का संचय होता है। वर्षा ऋतु में वातावरण के प्रभाव के कारण स्वाभाविक ही जठराग्नि मंद रहती है, जिसके कारण पाचनशक्ति कम हो जाने से अजीर्ण, बुखार, वायुदोष का प्रकोप, सर्दी, खाँसी, पेट के रोग, कब्जियत, अतिसार, प्रवाहिका, आमवात, संधिवात आदि रोग होने की […]
विवेक सिंह कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच डेल्टा प्लस वेरिएंट का संक्रमण कई देशों में देखा जा रहा है। भारत में भी 12 राज्यों में डेल्टा प्लस से संक्रमित मरीज मिले हैं। अगले 2-3 महीनों में टीकाकरण बहुत तेजी से करना होगा। टीके को लेकर कुछ भ्रांतियां भी फैली हैं, जो कि […]
़ संजय पंकज ~~~~~~~~~~~~~~~~~ अहंकार के अंधकार में अछोर डूबा आदमी आलोक की अभ्यर्थना भूल जाता है तब प्रकृति की सारी नकारात्मक शक्तियाँ उसके अंतर्मन में बैठकर आसुरी वृतियों को उभार देती हैं ।वह हिंसक हो जाता है ।अपने अस्तित्व के आडंबर में औरों को तुच्छ और निकृष्ट समझता हुआ आक्रामक हो जाता है ।वह […]
सुधांशु रंजन वर्ष 1903 में क्यूरी दंपति ने रेडियोधर्मिता पर महत्वपूर्ण खोज की और ए. हेनरी बैकेरल के साथ भौतिक शास्त्र में नोबेल पुरस्कार साझा किया। इसके तुरंत बाद यह पाया गया कि कैंसर के इलाज में रेडियम बहुत प्रभावी होता है, लेकिन उसकी लागत 1.5 लाख डॉलर प्रति ग्राम पड़ती थी। ऐसे में क्यूरी […]
☘️ स्वस्थ भारत सबल भारत डॉ राव पी सिंह सभी महिलाएं जो गर्भ धारण करने में सक्षम है उन्हे आमतौर पर नियमित मासिक धर्म होता है और वे रजस्वला होती है। मासिक धर्म में दर्द के लक्षण : इस रोग ( डिसमेनोरिया ) में स्त्रियों को मासिकधर्म ( पीरियड्स ) आने से 1 – 2 […]
डॉ. सुधा कुमारी फ्रांस की क्रांति में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की मांग करनेवालों ने या भारत के संविधान में अभिव्यक्ति और विचरण की स्वतंत्रता का प्रावधान रचनेवालों ने कभी सपने में भी यह नहीं सोचा होगा कि एक दिन मानव समय की ऐसी सुरंग से गुजरेगा जब उसे खुलकर साँस लेने की भी स्वतंत्रता नहीं […]
प्रो. संजय द्विवेदी योग को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिलने के बाद पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। भारत के योगशिक्षकों की पूरी दुनिया में मान्यता बढ़ी है। भारतीय मूल के योगशिक्षकों या भारत में प्रशिक्षित योग शिक्षकों को लोग अधिक भरोसे से देखते हैं। भारतीय ज्ञान परंपरा में योग एक अद्भुत अनुभव है। योग […]
प्रभुनाथ शुक्ल भारत की समस्त सृष्टि और संस्कार में योग समाहित है। योग विकारों से मुक्ति का मार्ग है। योग हमारा आध्यात्मिक और वैज्ञानिक ज्ञान है। योग की सार्थकता को दुनिया के कई धर्मों ने स्वीकार किया है। यह सिर्फ व्यायाम का नाम नहीं बल्कि मन, मस्तिष्क, शारीरिक और विकारों को नियंत्रित करने का माध्यम […]