सुबोध कुमार (लेखक गाय एवं वेद विज्ञान के विशेषज्ञ हैं।) वेदों में गायों के पालन करने से होने वाले लाभों और गायों को मारने से होने वाली हानियों की बड़े ही विस्तार से चर्चा की गई है। आश्चर्यजनक बात यह है कि वेदों ने गौओं के विनाश से होने वाली जिन हानियों की चर्चा […]
Category: गौ और गोवंश
रवि शंकर कहते हैं कि दुनिया को खेती करना राजा पृथु ने सिखाया। महाभारत के अनुसार वह मानव इतिहास के चौथे राजा थे। पहले मनुष्य दूध, कन्दमूल खा-पीकर जीवन यापन करता था या फिर अपने-आप उग आए अनाज खाता था। किन्तु पृथु द्वारा खेती करने का तरीका विकसित करने के बाद से भारत में […]
सूर्यकांत देवांगन कांकेर, छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना शुरू होने के बाद से यहां गोबर का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है, कल तक सिर्फ कण्डे और खाद बनाने के काम आने वाला गोबर अब रंग बिरंगे दीयों का रूप लेकर दीपावली में जगमगाने को तैयार है। स्व-सहायता समूह की महिलाएं गोठानों में […]
वेद में मांस भक्षण निषेध
वेद में मांस भक्षण निषेध (स्वामी ओमानंद सरस्वती) ( मांस मनुष्य का भोजन नही हैं) वैसे तो मानने को वेद, धम्मपद, तौरेत, जबूर, इञ्जील, बाईबल और कुरान सभी धार्मिक ग्रन्थ माने जाते हैं । किन्तु वेद को छोड़कर सब अन्य ग्रन्थ भिन्न-भिन्न मत और सम्प्रदायों के हैं । इन सम्प्रदायों के पुराने से पुराने ग्रन्थ […]
(7 नवंबर 1966 में गौहत्या पर प्रतिबन्ध के समर्थन में संसद का घेराव करते महान गौरक्षक। उनके तप और बलिदान के लिए कोटि कोटि नमन ) डॉ विवेक आर्य भारतीय इतिहास में गौ हत्या को लेकर कई आंदोलन हुए हैं और कई आज भी जारी हैं। लेकिन अभी तक गौहत्या पर प्रतिबन्ध नहीं लग सका […]
भारतीय गाय और पर्यावरण,खाद्य सुरक्षा
सुबोध कुमार पर्यावरण और खाद्य सुरक्षा, आज दुनिया की चिंता के दो प्रमुख विषय हैं। यह आज ही नहीं अत्यंत प्राचीन काल से ही मनुष्यों के लिए चिंतनीय विषय रहे हैं। कालखंड कोई सा भी हो, समाज का प्रबुद्ध वर्ग पर्यावरण और खाद्य सुरक्षा की चिंता करता ही रहा है। अपने देश का वैदिक वांग्मय […]
स्वतन्त्रता से पूर्व देश में अनेक स्थानों पर मुसलमान खुलेआम गोहत्या करते थे। इससे हिन्दू भड़क जाते थे और दोनों समुदाय आपस में लड़ने लगते थे। अंग्रेज तो यही चाहते थे। इसलिए वे गोहत्या को प्रश्रय देते थे। 1918 में ग्राम कटारपुर (हरिद्वार) के मुसलमानों ने बकरीद पर सार्वजनिक रूप से गोहत्या की घोषणा की। […]
गौ माता और हमारी आर्थिक समृद्धि
सुबोध कुमार (लेखक गौ एवं वेद विशेषज्ञ हैं।) गावो विश्वस्य मातर:। भारतीय परम्परा में गौ को विश्व की माता का स्थान दिया गया है। ऋग्वेद 6.48.13 के अनुसार गौ प्रत्यक्ष में तो केवल दूध देती है, परन्तु परोक्ष में विश्व को जैविक कृषि के द्वारा भोजन भी देती है। अथर्ववेद 10.5.4 के अनुसार ओजस्वी राजा, […]
ओ३म् ============ परमात्मा ने मनुष्य एवं इतर आत्माओं के लिये इस सृष्टि को उत्पन्न कर धारण किया है। परमात्मा में ही यह सारा ब्रह्माण्ड विद्यमान है। आश्चर्य होता है कि असंख्य व अनन्त लोक-लोकान्तर परमात्मा के निमयों का पालन करते हुए सृष्टि उत्पत्ति काल 1.96 अरब वर्षों से अपने अपने पथ पर चल रहे हैं। […]
भेलाटांड़ में ३१.०७.२०२० को अहले सुबह गौ मांस से भरी गाड़ी को हिंदुराष्ट्र सेना के कार्यकर्ता व स्थानीय युवको ने पकड़ा| भारी मात्रा में गौ मांस को एक बड़े से बैग में भरकर रखा गया था , जिसे वेस्पा में लोड कर भेलाटांड़ से जोगता की ओर ले जाया जा रहा था| जैसा की सन्गठन […]