🙏बुरा मानो या भला🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” किसी बेज़ुबान, निर्दोष, निष्कलंक और मासूम जानवर की बलि (कुर्बानी) देने से ईश्वर (अल्लाह) प्रसन्न नहीं हो सकता। जीवन और मृत्यु दोनों ही ईश्वर के हाथों में हैं। आप जिसको जीवन नहीं दे सकते उसकी हत्या करने का अधिकार भी आपका नहीं हो सकता। यह नियम किसी मज़हब/धर्म […]
श्रेणी: गौ और गोवंश
गौ और क़ुरान #डॉविवेकआर्य जम्मू और कश्मीर में गौ की क़ुरबानी पर रोक लगाने का प्रस्ताव पारित कर वापिस ले लिया गया। कुछ समय से कश्मीर में गौ की क़ुरबानी देने की घटनाओं में वृद्धि हुई है। इस विषय पर कुछ विचार जानना आवश्यक है। मुसलमान क़ुरान को अपने मज़हब की पुस्तक बताते है। क़ुरान […]
गौवंश व महिषी वशं अर्थात गाय भैंस की एक गंभीर समस्या है जिससे पशुपालक भाई बहुत परेशान हो जाते है। वह समस्या है कुछ गर्भवती या प्रसव के तुरंत पश्चात गाय भैंस में प्रजनन अंगों का दिखाना। जिसे पीछा दिखाना या पशुओं की जान निकलना या फूल दिखाना भी कह देते है। इसमें गर्भाशय या […]
गायो का प्राथमिक प्राकृतिक आहार गोचर भूमि जंगल की रसीली हरी घास वनौषधि या खेतों में उगाया जाने वाला सूखा वह हरा चारा ही है जिसमें उच्च मात्रा में फाइबर vitamin protein मौजूद रहता है। गाय के पेट के विशेष हिस्से रूमन में जा कर यह सूखा हरा चारा गाय के पेट की लाजवाब बायोकेमिस्ट्री […]
7 नवम्बर 1966 को संसद भवन पर गोवध निषेध कानून बनवाने के लिए प्रदर्शन में भारत में जन्मे सभी धर्मों के लोग व उनके धर्म गुरू व सभी गोसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि तथा साम्यवादीयो व मुस्लिम लीग को छोड़कर सभी राजनैतिक दलों के सदस्य शामिल थे । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विशेष योगदान रहा था […]
संजय द्विवेदी बाबरनामे में एक पत्र में बाबर, बेटे हुमायूं को नसीहत देता है- “तुम्हें गौहत्या से दूर रहना चाहिए। ऐसा करने से तुम हिन्दुस्तान की जनता में प्रिय रहोगे। इस देश के लोग तुम्हारे आभारी रहेंगे और तुम्हारे साथ उनका रिश्ता भी मजबूत हो जाएगा।” गाय आज भी भारतीय लोकजीवन का सबसे प्रिय प्राणी […]
“गौ दुग्ध और श्वास रोग” वर्ष 2020 में स्पेन कोरोना वैश्विक महामारी से बुरी तरह प्रभावित रहा। अब वहां कोरोना संक्रमण थम गया है। कोरोना संक्रमण से होने वाली lungs डिजीज का कोई अभी स्पेसिफिक ट्रीटमेंट मेडिकल साइंस में नहीं है केवल कुछ स्टेरॉइड एंटीवायरल मेडिसिन से लक्षणों का उपचार किया जा रहा है। दूसरा […]
* गावो विश्वस्य मातर: * जब आत्मा शरीर को छोड़ देती है तो शरीर मर जाता है अर्थात निष्क्रिय, निष्प्राण, तेजहिन हो जाता है। गो भारत सरीखे कृषि प्रधान देश की आत्मा है और यदि गो इस देश को छोड़ कर चली गयी तो भारत देश आत्मा के बिना शरीर मात्र रह जाएगा। इस राष्ट्र […]
सुबोध कुमार वशामेवामृतमाहुर्वशां मृत्युमुपासते। वशेदं सर्वमभवद् देवा मनुष्या असुरा: पितर ऋषय:।। अथर्व 10-10-26 इस मंत्र का अर्थ है – प्रकृति की शक्ति अनश्वर (अमृतमान) है। यह शक्ति प्रकृति को गौ (सब शाकाहारी जीवों) से प्राप्त होती है। उनके (गौ इत्यादि के) नष्ट होने से प्रकृति का भी नष्ट होना अनिवार्य है और प्रकृति मत्र्य […]
26 नवम्बर/जन्म-दिवस गोरक्षा आन्दोलन के सेनापति लाला हरदेवसहाय जी का जन्म 26 नवम्बर, 1892 को ग्राम सातरोड़ (जिला हिसार, हरियाणा) में एक बड़े साहूकार लाला मुसद्दीलाल के घर हुआ था। संस्कृत प्रेमी होने के कारण उन्होंने बचपन में ही वेद, उपनिषद, पुराण आदि ग्रन्थ पढ़ डाले थे। उन्होंने स्वदेशी व्रत धारण किया था। अतः आजीवन […]