विमल भाई नदियां हमारी संस्कृति और सभ्यता की प्रतीक हैं। पूरी दुनिया में सभ्यताएं नदियों के किनारे ही विकसित हुईं हैं। मानव सभ्यता के विकास में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। हमारे देश में तो नदियों को पूजने की परंपरा रही है। हमारे यहां कहा गया है कि गंगा के जल से यदि आचमन भर […]
Category: पर्यावरण
हेमंत ऋतुचर्या (मार्गशीर्ष-पौष माह) वैद्य राहुल पाराशर हेमंत शीतकालीन ऋतु है। इसका समयकाल आमतौर पर नवम्बर से दिसम्बर तक जाता है, लेकिन हाल के बरसों में मौसम में हो रहे लगातार बदलाव से इसके लक्षण कुछ देर से देखे जा रहे हैं। भारतीय महीनों के हिसाब से ये समय से ये मार्गशीर्ष से पौष तक […]
वैश्विक समस्या बन चुका है,वायु प्रदूषण
योगेश कुमार गोयल अमेरिका के एक गैर सरकारी संगठन ‘हैल्थ इफैक्ट्स इंस्टीट्यूट’ (एचईआई) द्वारा 21 अक्तूबर को वायु प्रदूषण के दुनिया पर असर को लेकर एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें बताया गया है कि भारत में स्वास्थ्य पर सबसे बड़ा खतरा वायु प्रदूषण है। प्रदूषण एक ऐसी वैश्विक समस्या बन चुका है, जिससे […]
ओ३म् ========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में आज प्रातः 7.00 बजे से सामवेद पारायण यज्ञ का शुभारम्भ हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा स्वामी चित्तेश्वरानन्द सरस्वती जी हैं। यज्ञ में अनेक आर्य विदुषियां एवं विद्वान भाग ले रहे हैं। यह यज्ञ सात दिवस चलेगा। सामवेद पारायण यज्ञ तीन यज्ञकुण्डों वा वेदियों में किया गया। देश के […]
आज जारी वैश्विक रिपोर्ट के अनुसार भारत में पिछले साल 16,70,000 हज़ार मौतों का सीधा सम्बन्ध वायु प्रदूषण से था। घरेलू वायु प्रदूषण में तो कमी आयी है, मगर बाहर पीएम2.5 का चिंताजनक स्तर बरकरार है। अब देश में सेहत के लिये वायु प्रदूषण बना गया है सबसे बड़ा खतरा। पिछले साल, वायु प्रदूषण के […]
ओ३म् =========== यज्ञ श्रेष्ठतम कर्म है। इस कारण वेदभक्त आर्यसमाज के अनुयायी वेदाज्ञा के अनुसार नियमित यज्ञ करते हैं व दूसरों को करने की प्रेरणा भी करते हैं। वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के मंत्री श्री प्रेम प्रकाश शर्मा जी की अग्निहोत्र यज्ञ में गहरी निष्ठा है। वह प्रत्येक वर्ष सितम्बर महीने में अपने निवास […]
ममता रानी आज विश्व की सबसे बड़ी समस्या है कूड़े का प्रबंधन यानी जो कचरा आज हम इस्तेमाल कर के फेंक रहे हैं उसका निस्तारण कैसे किया जाये। जी हां, ये कचरों के ढेर चारों तरफ दिखाई दे रहे हैं। गांव हो या शहर हर जगह कचरों का ढेर है। हम अपने घर से कचरा […]
पर्यावरण संरक्षण हेतु अनुपम बलिदान
5 सितम्बर/इतिहास-स्मृति प्रतिवर्ष पांच जून को हम ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाते हैं; लेकिन यह दिन हमारे मन में सच्ची प्रेरणा नहीं जगा पाता। क्योंकि इसके साथ इतिहास की कोई प्रेरक घटना के नहीं जुड़ी। इस दिन कुछ जुलूस, धरने, प्रदर्शन, भाषण तो होते हैं; पर उससे सामान्य लोगों के मन पर कोई असर नहीं होता। […]
* मानवता के लिए संकट के नए संकेत*______________ प्रदूषण शब्द जिव्हा पर आते ही… वायु जल ध्वनि प्रदूषण पर ही ध्यान चर्चा सिमट कर रह जाती है| प्रकृति बहु रुप है, ऐसे ही असंख्य हमारे प्रदूषण कारी क्रियाकलाप है जिनमें एक नई समस्या प्रदूषण वैश्विक स्तर पर निकल कर आया है वह है प्रकाश प्रदूषण…. […]
सौर ऊर्जा है श्योर, प्योर और सिक्योर
योगेश कुमार गोयल (लेखक वरिष्ठ पत्रकार तथा पर्यावरण विषयों के जानकार हैं।) 1500 हेक्टेयर जमीन में फैली रीवा सौर ऊर्जा परियोजना की कुल क्षमता 750 मेगावाट है, जिसके लिए यहां 250-250 मेगावाट की तीन यूनिट स्थापित हैं। रीवा प्लांट की शुरूआत के साथ ही भारत दुनिया के शीर्ष पांच सौर ऊर्जा उत्पादक देशों में शामिल […]