निशान्त आपकी सांसों में ज़हर घोलने वालों को ट्रैक कर सबके सामने रखने के इरादे से 25 से अधिक पर्यावरण समूह एक साथ एक मंच पर आ गये हैं। और इनके साझा प्रयास से अब ये साफ़ हो रहा है कि दरअसल हमारी सांसों में ज़हर घोलने के लिए थर्मल पावर प्लांट काफ़ी हद तक […]
Category: पर्यावरण
पूनम नेगी वर्तमान समय में जिस तरह से समूची दुनिया प्रदूषण की चौतरफा मार बेतरह कराह रही है; हवा-जल-मिट्टी सब विषैले हो रहे हैं; मांसाहार, फास्ट फूड, शराब, धूम्रपान के बढ़ते उपयोग के साथ अनियमित और आलस्यपूर्ण तथा तनाव-अवसाद ग्रस्त जीवनशैली के कारण समाज का बड़ा वर्ग गंभीर बीमारियों के चंगुल में फंसता जा […]
निशान्त जहाँ एक ओर दुनिया में कोविड की आर्थिक मार से उबरने के लिए तमाम देश जीवाश्म ईंधन का प्रयोग करने वाले क्षेत्रों में निवेश कर रहे हैं वहीँदूसरी ओर दुनिया के प्रमुख अनुसंधान संगठनों और संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से बनी प्रोडक्शन गैप रिपोर्ट के एक विशेष अंक में यह पाया […]
सुबोध कुमार हर वर्ष मानसून का समय निकट आते ही देश में अटकलें लगाया जाना प्रारंभ हो जाता है कि इस वर्ष मानसून कम होगा या सामान्य होगा। हैरानी की ही बात कही जाएगी कि विज्ञान के भरपूर विकास के बाद भी इस मामले में मनुष्य प्रकृति पर ही निर्भर है। हालांकि यदि […]
करतार सिंह धीमान (लेखक भारतीय आयुर्वेद अनुसंधान परिषद के महानिदेशक हैं।) आयुर्वेद का सिद्धांत है कि जैसा हम इस प्रकृति में देखते हैं, ठीक वैसा ही हमारे शरीर में भी घटित होता रहता है। बाह्य प्रकृति के साथ हमारे शरीर की पूरी संबंद्धता है। इससे ही मानव प्रकृति का विषय प्रारंभ होता है। जैसे संसार […]
डॉ अजय खेमरिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भरता के मोर्चे पर भी बड़े बुनियादी कदम उठाए हैं क्योंकि यह तथ्य है कि नवीकरणीय ऊर्जा के 80 फीसदी उपकरण हमें चीन से मंगाने पड़ते हैं। सौर ऊर्जा के सस्ते मॉड्यूल से भारतीय बाजार पटे हुए हैं। मोदी सरकार के छह वर्षीय कार्यकाल ने भारत में […]
कोरोना वायरस महामारी इस सदी की सबसे बड़ी त्रासदी के रूप में पूरे विश्व पर आई है लेकिन आगे आने वाले समय में जलवायु परिवर्तन के रूप में एक और महामारी पूरे विश्व को प्रभावित करने वाली है। जिस प्रकार भारत ने अभी तक कोरोना वायरस महामारी से नुक़सान को कम करने के सफल प्रयास […]
_-राजेश बैरागी-_ कल एक लग्न-सगाई कार्यक्रम में गया। मेजबान ने शहर के सबसे अच्छे बैंक्वेट हॉल में आयोजन किया था।सौ लोगों की सीमित संख्या का आदेश भी नहीं आया था परंतु समारोह से हर्ष उल्लास लापता था। थोड़ा सहज अनुभव कर रहे शासन प्रशासन की पेशानी पर फिर बल पड़ने लगे हैं। दिल्ली में […]
वैदिक दृष्टि में पर्यावरण संरक्षण
पूनम नेगी (लेखिका स्वतंत्र पत्रकार हैं।) समूची सृष्टि पंचमहाभूत अर्थात् अग्नि, जल, पृथ्वी, वायु और आकाश से बनी है। यही पांच तत्व मिलकर समूचे विश्व ब्रह्मांड के जड़, चेतन और जीवों का निर्माण और पोषण करते हैं। यदि यह जीवनदायी तत्त्वों की शुद्ध और संरक्षित रहें तो जीवन भी शुद्ध और सुरक्षित रहता है। इन […]
डॉ. शीला टावरी लेखिका पर्यावरणविद् एवं शिक्षाविद् हैं। वेटिकन सिटी से प्राप्त एक खबर के अनुसार वर्तमान पोप फ्रांसिस ने सारी मानवजाति का एक साहसिक सांस्कृतिक क्रान्ति के लिए आवाहन किया है। पोप महोदय के मतानुसार ’’आज की अर्थव्यवस्था अत्यंत कुंठित है जिसमें अमीरों द्वारा गरीबों का न केवल शोषण हो रहा है, अपितु […]