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पर्यावरण

पारिस्थितिकीय संतुलन में सुरक्षित भविष्य

ज्ञाानेन्द्र रावत आज एशिया की जल मीनार के रूप में विख्यात हिमालयी पर्वत शृंखला का अस्तित्व खतरे में है। जबकि भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, चीन, म्यांमार, नेपाल और पाकिस्तान समेत इन आठ देशों की जलवायु, जैव-विविधता और पारिस्थितिकी के मामले में एशिया की इस जल मीनार पर निर्भरता जगजाहिर है। यह समूचा क्षेत्र आपदाओं और […]

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पर्यावरण

स्वास्थ्य पर घातक प्रभाव डाल रहेऔद्योगिक प्रदूषण पर नियंत्रण आवश्यक

आलोक शुक्ला पर्यावरण प्रदूषण से बचने के लिए देश में ठोस मुहिम चलाने की जरूरत है। केंद्र और राज्य सरकारों को औद्योगिक इकाइयों को उनके उत्पादन के अनुसार पेड़-पौधे लगाने और इनकी समुचित देखभाल के लिए निर्देश देना चाहिए। फैक्ट्री, उद्योग लगने के बाद वहां वनाच्छादित क्षेत्र बढ़ाने का टारगेट देने के साथ ही खेती […]

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पर्यावरण

क्या उम्र का अनुपात भी घटा रहा है प्रदूषण

ललित गर्ग राजधानी दिल्ली ही नहीं बल्कि अन्य महानगरों में बढ़ते प्रदूषण के कारण जान और जहान दोनों ही खतरे में हैं। महानगरों की हवा में घुलते प्रदूषण के ‘जहर’ का लगातार खतरनाक स्थिति में बना होना चिन्ता का बड़ा कारण हैं। हवा, पानी, मिट्टी, हर जगह बढ़ते प्रदूषण को लेकर समय-समय पर चिंता जताई […]

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पर्यावरण

कुदरत के नजारे – कुमारी कंदम : किंगडम ऑफ अर्थ

जब अटलांटिस पिरामिड को गूगल अर्थ से देखा गया तो पश्चिम में हल्ला मच गया कि उन्होंने प्लेटो द्वारा वर्णित स्वर्ग को ढूंढ निकाला किंतु इधर कुछ खोजों में वह थ्योरी पलटनी शुरू हो गयी है, अटलांटिस में प्राप्त रथ, मूर्तियाँ और मन्दिर और भौगोलिक अवस्थित कुछ और कहानी कह रहे हैं, भारत भूमि का […]

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कृषि जगत पर्यावरण

भारतीय मानसून की चाल को जलवायु परिवर्तन और ज्यादा गड़बड़ बना रहा है

योगेश कुमार गोयल  इस साल मानसून की शुरुआत से ही देश के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश, बाढ़, बादल फटने, बिजली गिरने और भू-स्खलन से तबाही का सिलसिला अनवरत जारी है। पहाड़ों पर आसमानी आफत टूट रही है तो देश के कई इलाके बाढ़ के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली […]

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कृषि जगत पर्यावरण

बाघों की संख्या बढ़ाने से पहले वनों के लिए जंगल बढ़ाने की आवश्यक

  अशोक मधुप हम भेड़चाल चलते रहे हैं। आज बाघ बढ़ाने की बात हुई, उनके आवास को बढ़ाने की बात नहीं। जरूरत आवास क्षेत्र को बढ़ाने की भी है। एक रिपोर्ट के अनुसार रणथंभौर टाइगर अभ्यारण्य में 40 या अधिकतम 50 बाघ रह सकते हैं लेकिन आज उसमें 71 बाघ हैं। दुनिया भर में 29 […]

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उगता भारत न्यूज़ पर्यावरण

महाराष्ट्र में प्रकृति ने ढाया कहर

  समूचे महाराष्ट्र में आई तेज बारिश ने कहर ढा दिया है। बाढ़ के साथ भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं। नतीजतन 129 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं। रायगढ़ में जमीन घंसने से 36 और सतारा में 27 मौतों की जानकारी मिली हैं। गोंदिया और चंद्रपुर में भी जनहानि की खबरें हैं। […]

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पर्यावरण

वैश्विक तापमान में ‘बढ़ोतरी’ चिंता का विषय

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा वैज्ञानिकों की मानें तो कनाडा आदि में तापमान में बढ़ोतरी का प्रमुख कारण इस समय हीट डोम को माना जा रहा है। इसके कारण धरती प्रेशर कूकर की तरह हो जाती है और तापमान तेजी से बढ़ने लगता है। वैज्ञानिकों के अनुसार हीट डोम गर्म हवाओं का समूह होता है। दुनिया […]

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आज का चिंतन पर्यावरण

मनुष्य की ही तरह पशु पक्षियों को भी जीने का अधिकार है

ओ३म् ====== परमात्मा ने संसार में जीवात्माओं के कर्मों के अनुसार अनेक प्राणी-योनियों को बनाया है। हमने अपने पिछले जन्म में आधे से अधिक शुभ व पुण्य कर्म किये थे, इसलिये ईश्वर की व्यवस्था से इस जन्म में हमें मनुष्य जन्म मिला है। जिन जीवात्माओं के हमसे अधिक अच्छे कर्म थे, उन्हें अच्छे माता-पिता व […]

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पर्यावरण

पर्यावरणवादियों का मानना है कि ‘बड़े बांधों’ से पर्यावरण को उठाना पड़ता है भारी नुकसान

आलोक शुक्ला बांधों के निर्माण की प्रक्रिया काफी जटिल, खर्चीली और लंबे समय तक चलने वाली होती है। इनका विकल्प यही है कि हमें नदियों पर छोटे-छोटे बांध बनाने चाहिए। इसके साथ ही प्राकृतिक जल स्रोतों के माध्यम से जल संग्रहण व सिंचाई के लिए गांव-गांव में नए तालाबों, कुंओं, नहरों का निर्माण और पुराने […]

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