दुलमेरा, लूणकरणसर बीकानेर, राजस्थान डिजिटल टेक्नोलॉजी की धमक के बावजूद कुछ चीजें ऐसी हैं जिनका महत्त्व कभी ख़त्म नहीं होगा. इन्हीं में एक लाइब्रेरी यानि पुस्तकालय भी हैं. जिनका हमारे जीवन में बहुत ही महत्व है और सदैव रहेगा. दरअसल इसके पीछे सबसे बड़ी वजह वहां सभी प्रकार की पुस्तकों का उपलब्ध होना है. कई […]
श्रेणी: शिक्षा/रोजगार
कोचिंग का इंजेक्शन लगा कर लौकी की तरह भावी इंजीनियर और डॉक्टर की पैदावार की जाती है। अब नेचुरल देसी नस्ल छोटी रह जाती है जो तनाव में आकर या तो मुरझा जाती है या बाजार में बिकने लायक ही नही रहती। अब मैं आपको बीस साल पहले ले जाता हूँ जब सरकारी स्कूलों का […]
हरीश कुमार पुंछ, जम्मू हाल के समय में समाज में एक धारणा तेज़ी से प्रचलित हुई है कि सरकारी स्कूलों के बजाय निजी स्कूलों में शिक्षा का स्तर थोड़ा ऊंचा है. इसी कारण माता पिता अपने बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ाना बेहतर समझते हैं. हालांकि आज के समय में सरकारी स्कूलों में भी गुणवत्तापूर्ण […]
सपना कुमारी मुजफ्फरपुर, बिहार लड़कों पर नाज करने वाला समाज अब लड़कियों की कामयाबी पर गर्व महसूस कर रहा है. जिन्होंने अपनी मेहनत, जुनून और जज्बे से पितृसत्तात्मक समाज की उस धारणा को ध्वस्त किया है कि महिलाएं पुरुषों से कमजोर और कम प्रतिभाशाली होती हैं. आज कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है, जिसमें लड़कियों ने […]
अश्विनी उपाध्याय आरक्षण से 75 साल में नहीं बल्कि 7500 साल में भी सबको समान अवसर नहीं मिलेगा। सबको समान अवसर उपलब्ध कराना है तो 12वीं तक समान शिक्षा (एक देश एक शिक्षा बोर्ड और एक देश एक पाठ्यक्रम) लागू करना होगा। देखा जाये तो स्कूल माफियाओं के दबाव में 12वीं तक एक देश एक […]
नई शिक्षा नीति में किए गए शैक्षणिक सुधारों के लिए भारत की ऑस्ट्रेलियन उच्च आयोग ने की प्रशंसा *प्रो. महिपाल सिंह (इंटरनेशनल एजुकेशन कंसलटेंट** ) नई दिल्ली: जैसा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने गुरुवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालय भारत में अपने परिसर स्थापित करने में रुचि रखते हैं। ऑस्ट्रेलिया के दो विश्वविद्यालयों […]
ये लेख विभिन्न विद्वानों के लेख पर आधारित ४ भागो में है। कृपया पूरा पढ़े और मुस्लिम वर्ग को शेयर करे। मुस्लिम नेता मेहमूद मदनी ने कहा है की ईश्वर और अल्ला एक ही है ,ऐसा गाँधी ने भी कहा की ईश्वर अल्ला तेरो नाम ,और बहुत से सेक्युलर नेता ऐसा कहते आये है की […]
सपना कुमारी मुजफ्फरपुर, बिहार समाज के चतुर्दिक विकास के लिए हर नागरिक को शिक्षित होना जरूरी है. अफसोस है कि आजादी के इतने साल बाद भी हमारे देश के सभी परिवारों तक शिक्षा की पहुंच नहीं हो पायी है. यह शिक्षा पहले कुछ लोगों तक ही सीमित थी. समय ने करवट बदली और आज देश […]
विश्व का सबसे प्रथम व्यवसाय शिक्षा प्रदान करना है? दार्शनिक विचार #डॉविवेकआर्य आप किसी विदेशी द्वारा लिखी पुस्तक उठा कर देखिये। उसमें लिखा है कि विश्व का सबसे प्रथम व्यवसाय वेश्या वृति है। अचरज मत करे। आप इंटरनेट पर खोज करके देखे। सत्य आपके समक्ष आ जायेगा। पश्चिम की इस मान्यता का अनुसरण हमारे भारत […]
-प्रज्ञा पाण्डेय जगदीश चंद्र बोस वर्ष 1885 में भारत लौटे और सहायक प्राचार्य के रूप में प्रेसीडेंसी कॉलेज में काम किया। यहां उन्होंने 1915 तक कार्य किया लेकिन उनके साथ अंग्रेज भेदभाव करते थे। उन्हें अंग्रेज शिक्षकों की तुलना में एक तिहाई वेतन मिलता था। भारतीय वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। […]