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संपादकीय

लैटरल एंट्री स्कीम पर राहुल गांधी का विलाप

18 वीं लोकसभा के चुनावों के समय विपक्ष और विशेष रूप से राहुल गांधी ने जिस प्रकार की घटिया राजनीति का प्रदर्शन किया, उस पर अब तक बहुत कुछ लिखा जा चुका है। जनता में भ्रम फैलाकर जिस प्रकार उन्हें सरकार के विरुद्ध भड़काने का काम राहुल गांधी ने किया , उसके परिणाम अभी हमें […]

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संपादकीय

मोदी ने शेख हसीना को नहीं देश को बचाया है

बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, वह भारत के लिए बहुत खतरनाक संकेत दे रहा है । घटनाक्रम के बाद कई चीजें स्पष्ट हो गई हैं। जो कुछ अभी स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है, वह भी स्पष्ट हो जाएगा। कई लोगों को अब यह बात समझ में आ गई है कि तख्तापलट के […]

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संपादकीय

बांग्लादेश : समय संकल्प लेने का है —

बांग्लादेश में शेख हसीना की लोकतांत्रिक सरकार को चला कर दिया गया है। वहां की सत्ता पर प्रत्यक्ष रूप से सेना का नियंत्रण हो गया है। वास्तव में बांग्लादेश में वही हुआ है जो एक इस्लामिक देश में हो जाना चाहिए था। वहां पर हिंदुओं के साथ भी वही हो रहा है जो कभी भी […]

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संपादकीय

राहुल गांधी की अड़ियल राजनीति और देश का भविष्य

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका का निर्वाह करते राहुल गांधी लगता है अब पप्पू नहीं रहे हैं, बल्कि वह इससे आगे बढ़कर एक नए स्वरूप में दिखाई दे रहे हैं। वह जिस रूप में दिखाई दे रहे हैं, उसमें उनका नौसिखियापन कहीं नहीं झलकता। यद्यपि कई लोग उनके बोलने को अभी भी उनका नौसिखियापन […]

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संपादकीय

आर्य समाज और स्वामी रामभद्राचार्य का बयान

आर्य समाज के बारे में आज भी पौराणिक साधु संन्यासी उल्टी सीधी धारणाएं बनाने या अफवाह फैलाने का प्रयास करते रहते हैं। कारण कि ऐसा करने से उनका व्यापार फलता फूलता है।रामभद्राचार्य जी के द्वारा यह कहना कि स्वामी दयानंद जी महाराज राम, रामायण ,कृष्ण और गीता को काल्पनिक मानते थे, इसी प्रकार की काल्पनिक […]

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संपादकीय

मॉरीशस की “कश्मीर समस्या” और भारत का दृष्टिकोण

अंग्रेजों का यह इतिहास रहा है कि उन्होंने अपनी कुटिलता का प्रयोग करते हुए अपने प्रत्येक उपनिवेश को छोड़ते समय या तो उसका विभाजन किया या उसमें ऐसी कोई स्थानीय समस्या खड़ी की, जो उस देश के लिए आज तक जी का जंजाल बनी हुई है। भारत छोड़ते समय अंग्रेजों ने न केवल भारत का […]

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संपादकीय

25 जून अब संविधान हत्या दिवस

अभी हाल ही में संपन्न हुए 18वीं लोकसभा के चुनावों के समय कांग्रेस के नेता राहुल गांधी अक्सर यह कहते रहे कि वर्तमान मोदी सरकार यदि तीसरी बार सत्ता में आई तो वह संविधान बदल देगी । भाजपा की लाख कोशिशों के उपरांत भी राहुल गांधी संविधान बचाने के अपने मुद्दे को ‘ कैश ‘ […]

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महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

अवैध धर्मांतरण पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की टिप्पणी

स्वामी विवेकानंद कंपलीट वर्क्स खंड 5 पृष्ठ 233 पर लिखा गया है कि ” उनके ( मुस्लिमों ) ही अपने ऐतिहासिक लेखों के अनुसार जब पहली बार मुसलमान भारत आए तो भारत में हिंदुओं की जनसंख्या 60 करोड़ थी। इस कथन में न्यून वर्णन का दोष हो सकता है, किंतु अतिशयोक्ति का नहीं। क्योंकि मुसलमानों […]

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महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

लोकसभाध्यक्ष पद और ओम बिरला का चुनाव

भाजपा के सांसद ओम बिरला लोकसभाध्यक्ष चुन लिए गए हैं। लगातार दूसरी बार इस संवैधानिक पद को प्राप्त करके उन्होंने एक इतिहास रचा है। इससे पहले कांग्रेस के बलराम जाखड़ के अतिरिक्त पी0ए0 संगम और जी0एम0सी0 बालयोगी दूसरी बार इस संवैधानिक पद को प्राप्त करने में सफल हुए थे। यद्यपि पूरे 10 वर्ष तक इस […]

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महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

आपराधिक पृष्ठभूमि के सांसद और हमारी संसद

यह बहुत ही चिंता का विषय है कि देश की 18 वीं लोकसभा के कुल 543 सदस्यों में से 46% सांसद दागी प्रवृत्ति अर्थात आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं। पिछली लोकसभा में ऐसे सांसदों की संख्या 43% थी। जब राजनीति में शुचिता और अपराधियों के राजनीतिकरण की प्रक्रिया पर रह – रहकर चर्चाएं की जा रही […]

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