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महत्वपूर्ण लेख संपादकीय

नए संसद भवन से देश की अपेक्षाएं

  किसी भी संस्था या संस्थान को गरिमामय बनाने के लिए उसका दिव्य और भव्य होना बहुत आवश्यक माना गया है। जब तक कोई संस्था ,संस्थान या व्यक्तित्व दिव्य और भव्य नहीं होगा तब तक उसकी गरिमा में चार चांद नहीं लग सकते । यही कारण है कि मनु महाराज सहित हमारे जितने भी राजनीति […]

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संपादकीय

खालिस्तानी आंदोलन, कश्मीर का आतंकवाद और आईएसआई को समर्थन देती कांग्रेस

  राष्ट्रवादी लोगों के लिए यह एक बहुत ही शुभ समाचार है कि जबसे केंद्र में मोदी सरकार ने सत्ता संभाली है ,तब से देशविरोधी शक्तियों को पसीना आ रहा है। किसी न किसी बहाने ये देश विरोधी शक्तियां एक मंच पर आने का प्रयास करती हैं। देश की एकता और अखंडता के प्रति समर्पित […]

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संपादकीय

आजादी के बाद देश की राजनीति के आदर्श शिवाजी बनने चाहिए थे और बना दिया औरंगजेब को…. परिणाम ?

  फ्रैंच मूल के गोतिए ने फ्रांस के गौरवों में से एक नेपोलियन से ज्यादा श्रेयस्कर छत्रपति शिवाजी महाराज को माना है। गोतिए लिखते हैं- छत्रपति शिवाजी महाराज के लिए मेरे मन में प्रशंसा का बहुत गहरा भाव है, क्योंकि वह भारत के नेपोलियन हैं, एक अविश्वास्य व्यक्ति, जो अपने सिर्फ कुछ सौ पुरुषों और […]

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देश की राजनीति, किसान और मोदी सरकार

  देश के अन्नदाता किसान का गुस्सा एक बार फिर उबाल पर है । इस बार किसान मोदी सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानून 2020 में किए गए प्रावधानों को लेकर गुस्से में हैं। यद्यपि यहाँ पर यह बात भी देखने वाली है कि यह गुस्सा केवल पंजाब के किसानों तक सीमित है।जिन्हें थोड़ा सा समर्थन हरियाणा के […]

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प्रधानमंत्री की ‘एक देश एक चुनाव’ की पहल समय की आवश्यकता

  हमारे देश में प्रत्येक वर्ष कभी ग्राम पंचायतों के कभी नगरपालिका या महानगरपालिकाओं के तो कभी विधायकों के और कभी लोकसभा के चुनाव आते रहते हैं । इस प्रकार प्रत्येक वर्ष सरकारी कर्मचारी विशेष रूप से राजस्व विभाग के कर्मचारी चुनावी तैयारियों में व्यस्त रहते हैं । इन कार्यों में प्राइमरी स्कूलों के अध्यापकों […]

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यज्ञ परंपरा से ही हो सकता है राजनीति का कल्याण

  लोकतंत्र को संसार की सर्वोत्तम शासन प्रणाली माना जाता है । हमारा भी मानना है कि लोकतंत्र वास्तव में ही संसार की सुंदरतम शासन प्रणाली है। दुर्भाग्य यह है कि आज का संसार लोकतंत्र की वास्तविक परिभाषा और परिस्थिति को समझ नहीं पाया है । सारे संसार में जहाँ – जहाँ भी लोकतांत्रिक शासन […]

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योगी आदित्यनाथ की स्पष्टवादिता और जिन्नाहवादी ओवैसी

  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस प्रकार अपनी स्पष्टवादिता के आधार पर राजनीति में अपना स्थान बनाते जा रहे हैं, उससे उनके प्रशंसक उनमें देश के भावी प्रधानमंत्री की छवि देखने लगे हैं । वास्तव में किसी भी प्रकार की तुष्टीकरण की नीति का जब तक देश के राजनेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के […]

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चीन का उइगर मुसलमानों के प्रति दृष्टिकोण और भारत

  चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के सरकारी दमन को लेकर जिस प्रकार की खबरें आती रही हैं उसके दृष्टिगत यह स्पष्ट हो जाता है कि चीन सरकारी स्तर पर मुसलमानों के किसी भी प्रकार के आतंकवादी कदम को पूर्णतया कुचल देने के प्रति कृत संकल्प है । यह भी एक रोचक तथ्य […]

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कांगियों, वामियों और पापियों के पाप धोते योगी आदित्यनाथ

हत्यारों, बलात्कारियों ,अपराधियों और डकैतों को इतिहास नायक बनाकर पेश करना भारत के दरबारी इतिहासकारों की देशघाती प्रवृत्ति रही है। इसी के चलते इतिहास के खलनायक देश की युवा पीढ़ी के आदर्श बना दिए गए। आज जिन युवाओं को ‘भटका हुआ नौजवान’ कहा जाता है, उन सबकी सोच इन्हीं खलनायकों की सोच में जाकर अटक […]

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ओवैसी के विधायकों ने बता दिया है कि हिंदुओं अब जाग जाओ

  बिहार में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में सीमांचल ने ओवैसी के जिन 5 विधायकों को चुनकर भेजा था उन्होंने अपना रंग पहले दिन ही दिखा दिया , जब उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि वे हिंदुस्तान के संविधान के नाम पर शपथ नहीं लेंगे। इस छोटी सी घटना से उन छद्म […]

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