माननीय प्रधानमंत्री जी ! सादर प्रणाम । 2014 में जब आप देश के प्रधानमंत्री बने तो भारतीय धर्म संस्कृति और इतिहास की परंपराओं के प्रति आस्थावान हम जैसे करोड़ों लोगों को आपके प्रधानमंत्री बनने पर असीम प्रसन्नता का अनुभव हुआ था। तब लोगों को लगा था कि आप वैदिक (हिन्दू) इतिहास, संस्कृति और धर्म […]
श्रेणी: संपादकीय
आज के लोकतांत्रिक और वैज्ञानिक जमाने में भी जब किसी देश से सेना द्वारा तख्तापलट के समाचार आते हैं तो बड़ा कष्ट होता है । यह कष्ट उस समय और अधिक बढ़ जाता है जब हम देखते हैं कि तख्तापलट से पीड़ित हुए ऐसे देश के पड़ोसी देश या विश्व के बड़े देश और […]
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपने कार्यकाल के 4 वर्ष पूरे कर लिए हैं । इस दौरान सरकार के द्वारा कई ऐसे कार्य किए गए हैं जिससे राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है। भू माफियाओं पर जिस प्रकार नकेल कसी गई है और आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों के विरुद्ध […]
हम सभी के लिए यह बहुत ही दुखद समाचार है कि वर्तमान विश्व के 5 देश ऐसे हैं जो संसार के किसी भी कोने में स्थित शहर को अपनी मिसाइलों से नष्ट कर सकते हैं। इन देशों में अमेरिका, रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस का नाम सम्मिलित है। आज के इस लेख को हम मनुष्य […]
देश के धर्मनिरपेक्ष दल और उन्हीं के सुर में सुर मिलाकर अपनी तथाकथित विद्वता का प्रदर्शन करते कुछ ‘फ्रेंच कट’ दाढ़ी वाले विद्वान देश की चिंता ना करके देश विरोधियों और देशद्रोहियों के समर्थन में गाहे-बगाहे आते रहते हैं, जो किसी न किसी प्रकार से देश के लिए समस्या बने रहते हैं । अब रोहिंग्या […]
चीन ने मान लिया है कि गलवन घाटी में भारतीय सैनिकों के हाथों उसके कई सैनिकों को जान से हाथ धोना पड़ा था । चीन की इस स्वीकारोक्ति के पश्चात देश का ‘सबूत गैंग’ अब इस समय शांत है। चीन जिस प्रकार भारत की सेनाओं के पराक्रम और शौर्य के सामने इस समय पीछे हटने […]
आज हमारे देश का इतिहास करवट ले रहा है और कुछ सीमा तक उसे करवट दिलवाई भी जा रही है। हमारे ऐसा कहने का अभिप्राय है कि जब हम विश्व नेतृत्व की स्थिति में आते जा रहे हैं और विश्व को कोरोना वैक्सीन देने सहित कई क्षेत्रों में मार्गदर्शन दे रहे हैं तब हम कह […]
अधर्म, अनीति और और मर्यादाहीनता इस समय भारतीय राजनीति का एक अनिवार्य अंग बन गया लगता है । मर्यादाओं को तोड़ना और मर्यादाहीन होकर उच्छृंखल आचरण करना भी हमारे नेताओं या जनप्रतिनिधियों को असंवैधानिक और नैतिक नजर नहीं आ रहा है । इसका परिणाम क्या होगा ? संभवत: इस प्रश्न का उत्तर हमारे नेता नहीं […]
प्राचीन काल में हम जिसे आर्यत्व की उच्चतम साधना के नाम से जानते थे वही आधुनिक सन्दर्भ में हिन्दुत्व है। हिन्दू की जीवन शैली का नाम हिंदुत्व है, और भारत की प्राचीन जीवन शैली का नाम आर्यत्व है। हिंदुत्व को वर्तमान समय में हमारे न्यायालय और अनेकों विद्वानों ने भारत की चेतना के सबसे अधिक […]
इतिहास और विदेश नीति का चोली दामन का साथ है। दोनों का संबंध अन्योन्याश्रित है। विदेश नीति के सतत प्रवाह से इतिहास का निर्माण होता है और इतिहास विदेश नीति को संबल और मार्गदर्शन प्रदान करता है । भारत की प्राचीन काल से ही विदेश नीति बहुत ही उत्कृष्ट और मानवीय मूल्यों को लेकर बनाई […]