ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग के पश्चात अब यह बात स्पष्ट हो गई है कि मध्यकाल में तुर्क और मुगल शासक भारत की संस्कृति और धर्म स्थलों को मिटाकर या अपवित्र करके भारत में सर्वत्र इस्लाम का परचम लहराने की योजना पर कार्य करते रहे थे ।अभी तक जो लोग इस बात को लेकर बार-बार […]
श्रेणी: संपादकीय
ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर इस समय चर्चा जोरों पर है। भारत में गंगा जमुनी संस्कृति की बात करने वाले छद्म धर्मनिरपेक्ष तथाकथित इतिहासकार और राजनीतिज्ञ इसे हिंदू मुस्लिम स्थापत्य कला का एक बेजोड़ नमूना बता रहे हैं। यह सब कुछ उस समय हो रहा है जब मस्जिद के स्थान पर काशी विश्वनाथ मंदिर को एक […]
आजकल काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रकरण विशेष रूप से समाचार पत्र पत्रिकाओं की सुर्खियों में है । इसके ऐतिहासिक महत्व पर यदि विचार किया जाए तो पता चलता है कि काशी विश्वनाथ मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। इस मंदिर का उल्लेख स्कंद पुराण में भी मिलता है। भारत पर जब मुस्लिम आक्रमणकारियों ने आक्रमण […]
भारतवर्ष में ऐसे बहुत लोग हैं जो इजराइल का उदाहरण देकर उसकी प्रगति और राष्ट्रभक्ति की प्रशंसा करते हुए अपने देशवासियों से भी अपेक्षा करते हैं कि वे भी वैसी ही राष्ट्रभक्ति को अपनाएं । इजराइल का उदाहरण देना और अपने देश की प्रगति की ऊंची सोच रखना बहुत अच्छी सोच कही जा सकती है, […]
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा प्रदेश के सभी भू माफियाओं और दूसरों की भूमि, मकान या दुकान आदि पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले लोगों के विरुद्ध जिस प्रकार बुलडोजर क्रांति की गई है वह देश के समकालीन इतिहास की बहुत बड़ी घटना है। जिन लोगों की भूमि, संपत्ति, मकान, दुकान […]
यदि हम भारतीय राष्ट्रवाद के विषय में भारत में रहकर ही चिंतन करें और भारत के प्राचीन साहित्य को खंगालने या उसकी पड़ताल करने का प्रयास करें तो पता चलता है कि वेदों में ही ऐसे अनेकों मंत्र हैं जिनमें राष्ट्रवाद के चिंतन को मानव मस्तिष्क में भरने का भारत सृष्टि के पहले दिन से […]
अखिल विश्व के नियंता, सर्वव्यापक, सर्वेश्वर सर्वाधार, सर्वांतर्यामी, जगतपिता परमेश्वर की असीम अनुकंपा से विगत 15,16,17,18 अप्रैल 2022 को उगता भारत समाचार पत्र परिवार की ओर से यजुर्वेद पारायण यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अनेकों दिव्यजनों ने अपनी भव्य और गरिमामय उपस्थिति से हम सबको कृतार्थ किया। हमारे अनेकों प्रियजनों और परिजनों […]
राजनीति अपराधी वृत्ति को बढ़ावा देने का माध्यम नहीं है अपितु आपराधिक वृत्ति को समाप्त कर जनसाधारण के जीवन में इहलौकिक और पारलौकिक उन्नति के सारे अवसर उपलब्ध कराने का पवित्रतम माध्यम है। यदि धर्म की परिभाषा पर भी विचार किया जाए तो वह भी मानव मात्र को इहलौकिक और पारलौकिक उन्नति प्रदान करने की […]
1947 में देश की स्वाधीनता के समय अंग्रेजों ने बड़ी चालाकी दिखाते हुए भारत को खंड – खंड करने का लक्ष्य अपने समक्ष रखा। अपने इस गुप्त उद्देश्य की पूर्ति के लिए तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने भारत की सभी रियासतों के समक्ष यह प्रस्ताव रख दिया था कि वे चाहें तो भारत के साथ सम्मिलित […]
कश्मीर का अब्दुल्ला परिवार प्रारंभ से ही भारत विरोधी नीतियों पर काम करता रहा है। वर्तमान समय में कश्मीर को दुर्दशाग्रस्त करने में इस परिवार का विशेष योगदान रहा है। नवयुवकों को भड़काकर उनसे पत्थरबाजी करवाना, जुलूस निकलवाना, मस्जिदों में भड़काऊ भाषण दिलवाने के लिए मुल्ला-मौलवियों को प्रेरित और प्रोत्साहित करना शेख अब्दुल्ला परिवार और […]