केंद्र सरकार द्वारा पीएफआई(PFI) पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय सचमुच ऐतिहासिक और साहसिक निर्णय है। भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता या संविधान के किसी भी प्रावधान के अंतर्गत देश को तोड़ने की गतिविधियों में संलिप्त रहने वाला चाहे कोई भी संगठन हो और चाहे किसी भी संप्रदाय का हो, उसे सहन करना राष्ट्र के हितों […]
Category: संपादकीय
राजनीति के मेंढ़कों की उछल कूद
डॉ राकेश कुमार आर्य आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत देश की राजनीति में इस समय अजीब किस्म की उथल-पुथल और भागदौड़ देखी जा रही है। अपने राजनीतिक भविष्य को सुरक्षित करने के लिए नेताओं के चूहे इस समय भागदौड़ में लगे हुए हैं। ये सभी किसी ऐसे सुरक्षित ठिकाने की तलाश में हैं, […]
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय 70 वर्ष तक अपने देश पर शासन करने के पश्चात ( 8 सितंबर 2022 को निधन होने के पश्चात ) अब इस संसार में नहीं रही हैं। उनका अंतिम संस्कार ब्रिटिश शाही परंपरा के अनुसार करने के लिए तैयारी की जा रही है। भारत ने उनके अंतिम संस्कार में सम्मिलित […]
डॉ राकेश कुमार आर्य गाजियाबाद। कांग्रेस का जन्म अंग्रेजों के लिए एक सहायक संस्था ( safety valve ) के रूप में किया गया था। यही कारण था कि इस संस्था का जनक एक अंग्रेज अधिकारी ए0ओ0 ह्युम था। इस संस्था ने अपने जन्म से ही अंग्रेजों का कभी तीखा विरोध नहीं किया। इसके नेता पंडित […]
भारत की राजनीति में नेहरू और इंदिरा के समय में विपक्ष में राम मनोहर लोहिया और बाद में अटल बिहारी वाजपेई जैसे दिग्गज हुआ करते थे। वे ऐसे कद्दावर नेता थे जो सरकार का गिरेबान पकड़कर उसे हिलाने की क्षमता रखते थे । सदन में इन जैसे नेताओं के रहते प्रधानमंत्री भी सोच समझकर बोला […]
योगी आदित्यनाथ का सफाई अभियान और मदरसे
खबर है कि योगी सरकार अब प्रदेश में चल रहे अवैध मदरसों की खबर लेगी। जबसे प्रदेश में योगी सरकार आई है तब से मदरसों में दाखिला लेने की प्रक्रिया बहुत अधिक सीमा तक प्रभावित हुई है। 2017 में सत्ता संभालते समय प्रदेश में जितने मुस्लिम बच्चे मदरसों में दाखिला लेते थे, 2022 तक […]
केवल नकारात्मक चिंतन को प्रस्तुति करते रहना और उसी में डूबे रहना अपनी मानसिकता को संकीर्ण करने के समान होता है। आज जब देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण कर चुका है और इस राष्ट्रीय पर्व को सारे देश ने अमृत महोत्सव के रूप में मनाया है तब हमारे लिए यह समाचार बहुत महत्वपूर्ण […]
न्यूयॉर्क टाइम्स की भारत विरोधी मानसिकता
स्पष्ट तौर पर चाहे यह बात स्वीकार नहीं की जा रही हो पर सच यही है कि इस समय सारा संसार सांप्रदायिक आधार पर इस्लाम और ईसाइयत नाम के दो खेमों में विभाजित है। जिस सांप्रदायिकता का विरोध बड़े-बड़े मंचों पर किया जाता है उसी सांप्रदायिकता के आधार पर सारे संसार पर अपना अपना वर्चस्व […]
ऋषि दयानंद और देश की वर्तमान हालत
‘आर्याभिविनय’ नामक अपनी पुस्तक के दूसरे अध्याय के पहले मंत्र में स्वामी दयानंद जी महाराज लिखते हैं कि – “हे प्रभु ! आप के अनुग्रह से हम सब लोग परस्पर प्रीतिमान, रक्षक, सहायक, परम पुरुषार्थी हों। एक दूसरे का दुख न देख सकें। स्वदेशस्थादि मनुष्यों को परस्पर अत्यंत निर्वैर, प्रीतिमान, पाखंडरहित करें।” इस कथन से […]
आज यही संकल्प लेने की आवश्यकता है
भारत की दासता की कहानी का अन्त 15 अगस्त 1947 को हुआ। दासता की दास्तान सदियों तक भारत की आत्मा को झकझोरती रही और अपने निकृष्टतम स्वरूप में उसका दोहन करती रही। यातना और उत्पीडऩ के इस भयानक काल से मुक्ति के लिए हमारे वीर नायकों ने सदियों तक संघर्ष किया। भारत माता वीर प्रस्विनी […]