ज्येष्ठ माह में सूर्य की तेज रश्मियों से समुद्र में बड़ी तेजी से वाष्पीकरण होता है। अनंत जलराशि सूर्य की किरणों पर सवार होकर आकाश में चली जाती है, फिर एक निश्चित समय पर मेघों के माध्यम से यह जल वर्षा के रूप में धरती पर बिखर जाता है। चारों ओर हरियाली छा जाती है। […]
श्रेणी: संपादकीय
राकेश कुमार आर्य महिला सशक्तिकरण की बात समाज में रह रहकर उठती रही है। महिला सशक्तिकरण का अर्थ कुछ इस प्रकार लगाया जाता है कि जैसे महिलाओं को किसी वर्ग विशेषकर पुरूष वर्ग का सामना करने के लिए सुदृढ किया जा रहा है। भारतीय समाज में प्राचीनकाल से ही नारी को पुरूष के समान अधिकार […]
राकेश कुमार आर्य पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी अपने ‘हठीले’ स्वभाव के कारण चर्चा में बनी रहती हैं। हठीले व्यक्ति के विषय में यह सर्वमान्य सत्य होता है कि वह विवेकहीन होता है, वह स्वार्थी होता है और अपने ‘स्वार्थ’ के सामने उसे और कुछ भी नहीं दिखता है। कहने के लिए वह स्वयं […]
अमेरिका कभी भी वैश्विक राजनीति में भारत का मित्र नहीं रहा है। हर मोड़ पर इसने भारत को पटखनी देने का हर संभव प्रयास किया है। पाकिस्तान और चीन को भारत के विरुद्ध उकसाने की गतिविधियों में भी अमेरिका की सीआईए सक्रिय रही है। इसके साथ-साथ वहां के नेतृत्व ने भी भारत को नीचा दिखाने […]
हमारे देश का संविधान पंथनिरपेक्ष राज्य की अवधारणा को स्थापित करता है। इसका अभिप्राय है कि राज्य नागरिकों के मध्य किसी मजहब के आधार पर भेदभाव नहीं करेगा। भेदभाव नहीं करने का अभिप्राय है कि किसी एक पंथ के लोगों का तुष्टिकरण नहीं किया जाएगा। परंतु देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के शासनकाल […]
यह बहुत ही विडंबनापूर्ण है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी अब जातिगत जनगणना की मांग कर डाली है। संघ के बारे में अभी तक मान्यता थी कि यह हिंदू समाज में समरसता उत्पन्न करने की दिशा में ठोस कार्य करेगा और जिस प्रकार वर्तमान परिस्थितियों में देश के हिंदू समाज को तोड़ने की कोशिशें […]
मेरे एक मित्र कह रहे थे कि राजनीतिज्ञ वही होता है जो बड़ी भारी भीड़ को अपने पीछे खींचकर दूर जंगल में ले जाए और फिर वहां एक ऊंचे पेड़ पर चढ़कर चारों ओर देखकर अपने साथ आई भीड़ को अचानक यह निर्देश दे कि हम गलत दिशा में चले आए, चलो उल्टे चलते हैं। […]
18 वीं लोकसभा के चुनावों के समय विपक्ष और विशेष रूप से राहुल गांधी ने जिस प्रकार की घटिया राजनीति का प्रदर्शन किया, उस पर अब तक बहुत कुछ लिखा जा चुका है। जनता में भ्रम फैलाकर जिस प्रकार उन्हें सरकार के विरुद्ध भड़काने का काम राहुल गांधी ने किया , उसके परिणाम अभी हमें […]
बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ है, वह भारत के लिए बहुत खतरनाक संकेत दे रहा है । घटनाक्रम के बाद कई चीजें स्पष्ट हो गई हैं। जो कुछ अभी स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है, वह भी स्पष्ट हो जाएगा। कई लोगों को अब यह बात समझ में आ गई है कि तख्तापलट के […]
बांग्लादेश में शेख हसीना की लोकतांत्रिक सरकार को चला कर दिया गया है। वहां की सत्ता पर प्रत्यक्ष रूप से सेना का नियंत्रण हो गया है। वास्तव में बांग्लादेश में वही हुआ है जो एक इस्लामिक देश में हो जाना चाहिए था। वहां पर हिंदुओं के साथ भी वही हो रहा है जो कभी भी […]