———-आचार्य करणसिह नोएडा ——- “पुरुषसूक्त और पुरुष सूक्त का विषय” ऋग्वेद के मंत्र 10 मंडलों में निबद्ध है। प्रत्येक मंडल में कई सूक्तहै, और प्रत्येक सूक्त में कई मंत्र।अंतिम(दसवें) मंडल की सूक्त संख्या 90 पुरुषसूक्त के नाम से प्रसिद्ध है। इसका देवता व विषय ‘पुरुष’ है।——————— पुरुष का अर्थ पुरी में निवास करने वाला अगणित […]
Category: धर्म-अध्यात्म
*सत्यार्थ प्रकाश* अथ अष्टम समुल्लास —————————– ऋग्वेद- मंडल-१०-सूक्त-१२९-मन्त्र-७ ————————— तर्ज-संग्राम जिंदगी है— ईश्वर की वेद वाणी, कर आचमन ओ प्राणी। जिससे बना जगत यह, पा थाह बन के ज्ञानी। ईश्वर की वेदवाणी, कर– ऋग्वेद दशवें मंडल का, सूक्त एकसौ उन्तीस। है मन्त्र सातवाँ जिसका, विविध रचना जगदीश। वही ही रचयिता सृष्टि, स्वामी परम महा ज्ञानी।। […]
ओ३म् ========= संसार में अनेक मत-मतान्तर हैं। विचार करने पर यह विदित होता है कि ऐसा मनुष्यों व आचार्यों की अल्पज्ञता व अविद्या के कारण हुआ करता है। संसार में तीन अनादि व नित्य पदार्थों वा सत्ताओं का अस्तित्व है। ये सत्तायें हैं ईश्वर, जीव व प्रकृति। ईश्वर व जीव चेतन सत्तायें हैं तथा प्रकृति […]
ओ३म् ============ प्रसिद्ध वैदिक विद्वान डा. सोमदेव शास्त्री, मुम्बई दिनांक 30 अक्टूबर, 2020 को मुम्बई से देहरादून पधारे थे। दिनांक5-11-2020 को वह देहरादून से रायपुर होते हुए गुरुकुल आमसेना उड़ीसा के लिए प्रस्थान कर गये हैं। देहरादून प्रवास में रहकर उन्होंने एक महत्वपूर्ण कार्य यह किया कि प्रतिदिन दो उपनिषदों का सार अपने लगभग 1 […]
ओ३म =========== संसार में ज्ञान व अज्ञान तथा सत्य व असत्य दो सर्वथा भिन्न बातें हैं। ज्ञान अज्ञान का विरोधी तथा सत्य असत्य का विरोधी व विपरीत ज्ञान होता है। सत्य वह होता है जो असत्य नहीं होता। ज्ञान ही किसी पदार्थ के वास्तविक स्वरूप का बोध कराता है। ज्ञान के विपरीत बातें तिरस्कार करने […]
ओ३म् =========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून में सोमवार दिनांक 2-11-2020 से 7 दिवसीय सामवेद पारायण एवं गायत्री यज्ञ सहित भजन एवं सत्संग का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में आज दिनांक 4-11-2020 को प्रातः7.00 बजे से 9.00 बजे तक सामवेद पारायण एवं गायत्री यज्ञ सम्पन्न हुआ। यज्ञ के पश्चात पं. नरेशदत्त […]
ओ३म् ========== मनुष्य के जीवन में सुख व दुःख की दो अवस्थायें होती हैं। सभी को सुख प्रिय तथा दुःख अप्रिय होता है। मुख्यतः हम जीवन भर वही कार्य करते हैं जिससे हमें सुखों की प्राप्ति तथा दुःखों की निवृत्ति होती हैं। जो प्रत्यक्ष दुःख होते हैं उनके निवारण के लिये तो सभी प्रयत्न करते […]
ओ३म् =========== मनुष्य का कर्तव्य होता है कि वह जिससे अपना कोई प्रयोजन सिद्ध करे, उसके उपकारों के बदले में उसके प्रति कृतज्ञता की भावना व्यक्त करे। कृतज्ञ होना मनुष्य का एक श्रेष्ठ गुण होता है। कृतज्ञ न होना अमानवीय होना एवं निन्दित कर्म होता है। यदि दूसरे मनुष्य व ईश्वर हम पर उपकार व […]
ओ३म् ============= चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद ईश्वर प्रदत्त ज्ञान है। यह ज्ञान सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने अपने अन्तर्यामीस्वरूप से आदि चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा को दिया था। सृष्टि के आदि काल में सब ऋषियों व विद्वानों को इसका पूरा ज्ञान था। परम्परा तथा शपपथ ब्राह्मण ग्रन्थ के […]
आनंद ग्रेटर नोएडा। ( अजय आर्य ) आर्य प्रतिनिधि सभा गौतम बुध नगर के तत्वावधान में आयोजित हो रहे कोरोना निवारक गायत्री महायज्ञ अनुष्ठान का शुभारंभ ओ३म ध्वज ध्वजारोहण के साथ दिनांक 22 अक्टूबर प्रातः 8:00 बजे विधिवत किया गया| ध्वजारोहण आर्य जगत के प्रसिद्ध सन्यासी पूज्य स्वामी चित्तेश्वरानंद जी महाराज द्वारा किया गया| […]