————————————————————- यह इंडोनेशिया के सोलवासी दीप के तोराजा जनजाति के लोग हैं| इंडोनेशिया में इस खास एथेनिक ग्रुप की 1100000 के लगभग आबादी है| तोराजा जनजाति में ‘मायने, नाम की प्रथा अजीबोगरीब डरावनी है…. इस जनजाति में जब कोई बाल युवा वृद्ध मरता है… उसे ताबूत में रखकर तत्काल दफन नहीं किया जाता….. मृतक देह […]
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अभिनय आकश तिब्बत को लेकर चीन हमेशा से ही काफी चौकस रहता है। इसकी असली वजह यह है कि तिब्बत उसका धोखे से कब्जाया हुआ क्षेत्र है। राजनीतिक दृष्टि से तिब्बत कभी चीन का अंग नहीं रहा। दलाई लामा ने 1959 में निर्वासन में शुरू हुए एक बिखरे हुए आंदोलन को अकेले दम पर दुनिया […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक कुवैत ने सख्त निर्णय कर दिया तो उसे देखकर बहरीन, यूएई, सउदी अरब, ओमान, कतर आदि देश भी वैसी ही घोषणा कर सकते हैं। यदि ऐसा हो गया तो 40-50 लाख लोगों को भारत में नौकरियां कैसे मिलेंगी और कुछ को मिल भी गईं तो उनको उतने पैसे कौन दे पाएगा ? […]
योगेश कुमार गोयल मेक इन इंडिया मुहिम में भारत का बड़ा सहयोगी है रूस, जल् रूस सदैव भारत का मददगार साबित हुआ है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अथवा एनएसजी में भारत की सदस्यता के लिए समर्थन की बात हो या शंघाई सहयोग संगठन की सदस्यता दिलाने में भारत की मदद करने का मामला, रूस हमेशा […]
नई दिल्ली । ( संवाददाता ) अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संदीप कालिया ने कहा है कि प्रधानमंत्री नेपाल के प्रधानमंत्री के पी एस ओली जिस प्रकार भारत के विरुद्ध जहर उगलते जा रहे हैं और चीन की गोदी में बैठकर भारत विरोधी बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं , […]
तिब्बत शरणार्थियो अपना देश माँगो भारत अशरण-शरण की प्राचीन परंपरा के प्रति आज भी संकल्पित है | अपने प्राण,धन और राज्य का बलिदान देकर भी हमारे राजाओं ने अपने शरणार्थी को नहीं त्यागा, किन्तु अधिकांश शरणार्थियों ने ही समय आने पर या तो विश्वासघात किया या फिर अपने आश्रय दाता के प्राण संकट में […]
( भारत चीन संबंधों पर ) डा. अरविन्द कुमार सिंह क्या चीन ने गलवान घाटी पर कब्जा कर लिया है? क्षमा कीजिएगा ये प्रश्न मेरा नहीं है, किसी जिज्ञासु का भी नहीं है। दरअसल ये प्रश्न देश के प्रधानमंत्री से पूछा है, भविष्य मेंप्रधानमंत्री बनने की आकंाक्षा रखने वाले एक व्यक्ति ने। प्रश्न के बुनियादी […]
चीन मोदी को लेकर बेचैन तो है
आनंद जोनवार वर्तमान दौर में पूरा विश्व कोरोना से पैदा हुई परिस्थितियों व संकटो से छुटकारा पाने के लिए संघर्षरत है, वहीं दूसरी ओर चीन अपनी विस्तारवादी सोच को लेकर जगह जगह अपनी सैन्य गतिविधियों को संचालित कर रहा है .चीन भारत से सटी पूर्वी और उत्तरी पूर्वी सीमाओं पर कई बार हरकत कर […]
१९४७ में जब भारत स्वाधीन हुआ तो उसका आकार चीन के दो गुना से अधिक था। कुछ लोगों ने माउंटबेटन तथा उनकी पत्नी की खुशामद कर देश का विभाजन कराया तथा बिना किसी बहुमत के सत्ता हथिया ली। उसके तुरंत बाद पाकिस्तान को भारत पर आक्रमण में सहायता के लिए ५५ करोड़ रुपए दिये तथा […]
चीन में कुछ लोग Falun Gong पंथ को मानते हैं। यह बुद्धिज़्म का ही एक शांतिप्रिय सबसेट है। फालुन गोंग को फॉलो करने वाले लोग शाकाहारी, नॉन स्मोकर और नॉन ऐल्कॉहॉलिक होते हैं। प्रतिदिन योग व प्राणायाम भी करते हैं। संक्षेप में बोलें तो चीन में सबसे स्वस्थ व सेहतमंद लोग यही हैं। अब चीन […]