योगेश कुमार गोयल तीन दिन तक चले एयरो शो में लाखों लोग हुए शामिल हुए, जिनमें 16 हजार से अधिक व्यक्ति प्रत्यक्ष तौर पर जबकि साढ़े चार लाख से ज्यादा वर्चुअल माध्यम से जुड़े। कोविड-प्रोटोकॉल के कारण इस बार एयरो-शो में आम लोगों को आने की अनुमति नहीं थी। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरू में 3 […]
श्रेणी: देश विदेश
डॉ. वेदप्रताप वैदिक नवाल्नी यों तो 2008 से ही कई सरकारी कंपनियों और नेताओं के भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए रूस में प्रसिद्ध हो गए थे लेकिन पिछले दिनों जब एक हवाई यात्रा के दौरान वे अचानक बेहोश हो गए तो उन्हें इलाज के लिए जर्मनी ले जाया गया। क्या कभी कोई कल्पना कर […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक एक अध्ययन के मुताबिक 2014 में लोकतांत्रिक पैमाने में भारत का स्थान 27वाँ था लेकिन मोदी-राज में वह फिसल कर 53वें पर आ गया है। दुनिया का यह सबसे बड़ा लोकतंत्र उन 52 देशों की भीड़ में शामिल हो गया है, जो ‘लंगड़े लोकतंत्र’ कहलाते हैं। भारत में लोकतंत्र की हालत क्या […]
रमेश ठाकुर सवाल उठता है कि म्यांमार में सैन्य तख्तापलट होने के बाद भारत से कैसे रहेंगे रिश्ते? इसको लेकर भारत सरकार का चिंतित होना स्वाभाविक भी है। जिस देश ने दुर्दांत सोच और लाचार सिस्टम को संभालने में इतनी मेहनत की लेकिन अचानक उस पर पानी फिर गया। बामुश्किल भारत के अथक प्रयासों से […]
उइगर मुस्लिम महिलाओं की हालत (फोटो साभार: बीबीसी) चीन के शिनजियांग प्रांत में नरक से भी बदतर जिंदगी जीने को मजबूर उइगर मुसलमानों पर अत्याचार दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में अभी तक चीनी अधिकारियों की तानाशाही और जुल्म की खबरें आती थीं। मगर, अब पता चल रहा है कि वहाँ […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक म्यांमार में 2008 में सेना ने जो संविधान बनाया था, उसके अनुसार संसद के 25 प्रतिशत सदस्य फौजी होने अनिवार्य थे और कोई चुनी हुई लोकप्रिय सरकार भी बने तो भी उसके गृह, रक्षा और सीमा- इन तीनों मंत्रालयों का फौज के पास रखा जाना अनिवार्य था। भारत के पड़ोसी देश म्यांमार […]
प्रणव प्रियदर्शी बार-बार निर्वाचित हो रहे अति लोकप्रिय रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पूतिन के राज में कोई ऐसा भी व्यक्ति है जो उनके लिए खतरा बन सकता है, इसका अंदाजा दुनिया को पिछले हफ्ते तब हुआ जब रूस के एक विपक्षी नेता अलेक्सी नवाल्नी पांच महीने विदेश में बिताने के बाद स्वदेश लौटे और उन्हें एयरपोर्ट […]
जे सुशील क्या मैं अकेला हूं जिसे अमेरिका की बदलती राजनीति में पोएट्री और पोएटिक जस्टिस दिख रहा है? हो सकता है मैं अकेला न होऊं ऐसा सोचने में, पर अकेले अपने लैपटॉप पर जोसफ बाइडन और कमला हैरिस को पदभार ग्रहण करते देखकर एक काव्यात्मकता का अनुभव जरूर हुआ है। इस कार्यक्रम से ठीक […]
इस्लामाबाद। पाकिस्तान को अब रात में सोते हुए भी भारत के गरजते हुए फाइटर विमान सपने में दिखाई देते हैं । पड़ोसी देश ने 1947 के बाद से अब तक जितना भारत को परेशान किया है उसके पाप कर्म अब उसे सोने नहीं दे रहे हैं। यही कारण है कि वह अब विश्व मंचों पर […]
डॉ. रमेश ठाकुर पाकिस्तान में जिस तरह प्रदर्शन तेज हो रहे हैं, उससे सिंध प्रांत के अलग होने की संभावनाएं बढ़ीं अलग सिंध देश की मांग तो वैसे कई वर्षों से उठ रही है, लेकिन बीते कुछ दिनों से यह ज्यादा जोर पकड़ी है। 1971 में बांग्लादेश बनने के बाद से ही सिंध मुल्क की […]