इजरायल के पीएम के साथ विपक्ष के नेता नेफ्टली बेनेट, इजराइल में विपक्षी गुट के नेता हैं और संभावित प्रधानमंत्रियों की सूची में से एक। ये खुद बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार में […]
श्रेणी: देश विदेश
अतिश नाथ तिवारी जब जर्मनी में तानाशाह हिटलर की क्रूर नाज़ी सेना यहूदियों की लाशें गिरा रही थी, तब भारत में आरएसएस और उसके अनुषांगिक संगठन हिटलर का समर्थन कर रहे थे। हिटलर के यहूदी विरोधी विचार और संघ के मुस्लिम विरोधी विचार आपस में मिलते-जुलते थे। उस समय यहूदी और कम्युनिस्ट, हिटलर का मुकाबला […]
डॉ. रमेश ठाकुर बीते सोमवार को ओली का विश्वास मत में पिछड़ने के बाद अचानक से मुल्क में सियासी संग्राम शुरू हो गया था। लेकिन इतना तय है मौजूदा सरकार को राष्ट्रपति ने जीवनदान तो बेशक दे दिया है। पर, आसानी से सरकार चलाना मुश्किल होगा। नेपाल के सिंहासन का ताज एक बार फिर केपी […]
राष्ट्र-चिंतन पाकिस्तान, तुर्की , मलेशिया की बोली क्यो बोले भारत ? विष्णुगुप्त फिलिस्तीन के समर्थन करने से पहले भारत के साथ हुई गद्दारी को जानिए, समझिए, फिलिस्तीन की स्वतंत्रता को लेकर लडने वाले मुस्लिम आतंकवादी संगठनों की अनैतिकता, विश्वासघात और उनकी हिंसक मुस्लिम सोच पर भी संज्ञान लेने की जरूरत है।भारत प्रारम्भ से ही फिलिस्तीन […]
अली खान इजराइल और फिलिस्तीन के बीच मौजूदा संघर्ष की वजह भले ही कुछ भी रही हो। लेकिन अतीत में जाने पर पाएंगे कि इजराइल और फिलिस्तीन विवाद की वजह येरूशलम को लेकर है। आज येरूशलम इजराइल की राजधानी के रूप में बसा शहर है। पश्चिमी एशिया में फिलिस्तीन और इजराइल के बीच संघर्ष एक […]
द वीकेंड ऑस्ट्रेलियन’ ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया है कि चीन 2015 से कोरोना वायरस पर काम कर रहा है। चीन इसे जैविक हथियार की तरह इस्तेमाल करता चाहता था..!!! युद्ध के बदले हथियार- आज से नहीं बल्कि दशकों पहले से युद्ध में हथियार कई किस्म के होते हैं। ज़रूरी नहीं कि बम-बारूद […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक यूरोपीय संघ बनने के बाद या यों कहिए कि द्वितीय महायुद्ध के बाद के वर्षों में स्कॉटलैंड के लोगों ने महसूस किया कि व्यापार और राजनीति के हिसाब से वे लोग अंग्रेजों के मुकाबले नुकसान में रहते हैं। वे स्कॉटलैंड को इंग्लैंड से अलग करना चाहते हैं। ग्रेट ब्रिटेन ने 1947 […]
इज़रायल-प्रश्न … 1940 के दशक के बीच में अचानक हंगारी, पोलैंड, जर्मनी, ऑस्ट्रिया के यहूदियों ने पाया था कि वे एक क़तार में खड़े हैं और क़तार ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। यहूदियों के घरों में गेस्टापो के जवान घुस जाते और कहते, “बाहर निकलकर क़तार में खड़े हो जाओ!” सड़क […]
बंगलादेश में हिन्दू-संहार और रिचर्ड बेंकिन कुछ पुस्तकें पढ़ना कष्टकर होता है। डॉ. रिचर्ड बेंकिन की ‘ए क्वाइट केस ऑफ एथनिक क्लीन्सिन्ग: द मर्डर ऑफ बंगलादेश’ज हिन्दूज’ (अक्षय प्रकाशन, नई दिल्ली) इतनी पीड़ादायक है कि इसे पढ़ने में कई बार प्रयास करना पड़ा। हर बार दो-चार पृष्ठ पढ़ते ही मन त्रस्त हो जाता। पुस्तक रख […]
आनंद प्रधान कोरोना महामारी ने मौजूदा वैश्विक व्यवस्था के रग-रग में समाई गैर-बराबरी, भेदभाव और अमीर देशों के दोहरे चेहरे को एक बार फिर उजागर कर दिया है। इसका सबसे बड़ा सबूत यह है कि विकसित अमीर देश जहां कोरोना की वैक्सीन की बड़े पैमाने पर जमाखोरी कर रहे हैं, उनकी बहुराष्ट्रीय दवा कंपनियां […]