डॉ. वेदप्रताप वैदिक यों तो नरसिंहराव भी सुरक्षा परिषद की बैठक में एक बार शामिल हुए थे लेकिन शामिल होने और अध्यक्षता करने में बड़ा फर्क है। देखना है कि भारतीय अध्यक्षता का वह दिन ठीक से निभ जाए। अपनी अध्यक्षता के कार्यकाल में भारत क्या वही करेगा, जो दूसरे देश करते रहे हैं? […]
Category: देश विदेश
दुनिया की सबसे शक्तिशाली संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के तौर पर भारत की ताजपोशी से पाकिस्तान को तीखी मिर्ची लगी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को उम्मीद जताई कि भारत अपने कार्यकाल के दौरान निष्पक्ष होकर काम करेगा। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जाहिद हाफीज चौधरी ने कहा कि हमें […]
लेखक:- प्रशांत पोळ इस बार यूरोप प्रवास में इटली में अच्छा खासा घूमना हुआ. इटली तो इसके पहले भी तीन – चार बार गया था. लेकिन तब अपना काम कर के जल्द लौट आना, यही दिनचर्या होती थी. पर्यटक इस नाते इटली देखना रह गया था, जो इस बार संभव हो सका. लेकिन इस बार […]
कुछ पुस्तकें पढ़ना कष्टकर होता है। डॉ. रिचर्ड बेंकिन की ‘ए क्वाइट केस ऑफ एथनिक क्लीन्सिन्ग: द मर्डर ऑफ बंगलादेश’ज हिन्दूज’ (अक्षय प्रकाशन, नई दिल्ली) इतनी पीड़ादायक है कि इसे पढ़ने में कई बार प्रयास करना पड़ा। हर बार दो-चार पृष्ठ पढ़ते ही मन त्रस्त हो जाता। पुस्तक रख दी जाती। यह त्रास बाँट लेना […]
अमेरिका को पुनीत का जोरदार जवाब
उगता भारत ब्यूरो नई दिल्ली।दुनिया के हथियारों के बाजार में तेजी से पिछड़ रहे रूस ने अब अमेरिकी बादशाहत को चुनौती देने के लिए अपना सबसे घातक ‘सुखोई चेकमेट’ फाइटर जेट पेश किया है। पांचवीं पीढ़ी का यह सुखोई चेकमेट लड़ाकू विमान आकाश में अमेरिका के सबसे आधुनिक F-35 विमानों को टक्कर देगा। रूस का […]
दानिश सिद्दीकी की हत्या अफगानिस्तान के अंदर पाकिस्तान से सटे एक इलाके में क्रॉस फायरिंग में हुई है… इस हत्या में संघ या फिर किसी हिंदूवादी संगठन का कोई रोल नहीं है… लेकिन दानिश सिद्दीकी की मौत का गुस्सा सेकुलर और कम्युनिस्ट हिंदूवादी संगठनों पर उतार रहे हैं… हिंदुत्व की तुलना तालिबान से की जा […]
अरुण नैथानी दशकों की तपस्या सरीखी मेहनत जब सपनों को साकार करती है तो निस्संदेह खुशी का पारावार नहीं रहता। बीते रविवार जब अरबपति ब्रितानी व्यवसायी रिचर्ड ब्रैनसन के साथ वर्जिन गैलेक्टिक के रॉकेट प्लेन से भारत की बेटी सिरिशा बांदला अंतरिक्ष में पहुंची तो यह उसके बचपन से देखे गये सपने का सच होना […]
यदि इतिहास के दृष्टिकोण से देखा जाए तो भारत और अफगानिस्तान के संबंध युगों पुराने हैं। संपूर्ण अफगानिस्तान कभी आर्यावर्त का ही एक भाग हुआ करता था। महाभारत काल में भी भारत और कंधार के रिश्ते बहुत ही मजबूत रहे । कालांतर में इस्लाम के आक्रमणों ने अफगानिस्तान का वैदिक हिंदू अतीत समाप्त कर […]
पुष्परंजन देखकर हैरानी होती है कि नेपाल में इतना कुछ 72 घंटे में हो गया और चीन बिल्कुल खामोश। काठमांडो स्थित चीनी राजदूत होऊ यांगशी इस समय ‘मैं चुप रहूंगी’ की भूमिका में हैं। ऐसे मौकों पर होऊ यांगशी की सक्रियता देखते बनती थी। आप यह नहीं कह सकते कि राजधानी काठमांडो में चीनी खुफिया […]
डॉ वेदप्रताप वैदिक यहां असली सवाल यह है कि अमेरिकियों ने अपनी विदाई भी भली प्रकार से क्यों नहीं होने दी ? गालिब के शब्दों में ‘बड़े बेआबरु होकर, तेरे कूचे से हम निकले।’ क्यों निकले ? क्योंकि अफगान लोगों से भी ज्यादा अमेरिकी फौजी तालिबान से डरे हुए थे। अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजें जैसे […]