मौजूदा समय की सबसे बड़ी जरूरत मोबाइल फोन के बारे में शंका की अटकलें पूरी तरह निराधार नहीं हैं। जिस मोबाइल फोन के बिना आज लोगों की जिंदगी की कल्पना करना मुश्किल है, वही मोबाइल फोन कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण भी बन सकता है। हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह बात […]
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मेरठ की वह सुर्ख सुबह
जनवरी 1857 की शुरूआत में ही मेरठ छावनी के सिपाहियों को एक नये कारतूस के प्रयोग की हिदायत दे दी गयी थी। नई एनफील्ड कारतूस जारी कर दी गयी थी। लेकिन अंग्रेज अधिकारियों को सूचना मिली कि कारतूस को लेकर सिपाहियों में तमाम तरह की आशंकाएं हैं। मुसलमान और हिंदू सिपाहियों को खबर मिली थी […]
नई दिल्ली। रेनो इंडिया ने मंगलवार को भारत में डस्टर का लिमिटेड एडिशन लॉन्च किया है। इसकी दिल्ली में एक्स शो-रूम कीमत 9.99 लाख से 11.10 लाख रुपये है। पहले से ही अपने सेगमेंट में धूम मचा रही डस्टर के इस लिमिटेड एडिशन को डस्टर एक्सप्लोर के नाम से लॉन्च किया गया है। डस्टर के […]
अरविंद जयतिलक यह बिल्कुल ही अचंभित करने वाला नहीं कि पाकिस्तान भारत के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की बातचीत से भाग खड़ा हुआ। वार्ता से पहले जिस तरह उसने कॉमनवेल्थ संसदीय संघ की बैठक के लिए जम्मू-कश्मीर विधानसभा के स्पीकर को निमंत्रित नहीं किया, संयुक्त राष्ट्र संघ में कश्मीर मसले को उठाया और […]
गूगल का पिछले लोगो को तो सब अच्छी तरह जानते है और पहचानते भी है। लेकिनक्या आपने ध्यान दिया की गूगल ने इस महीने की पहली तारीख को अपना लोगो चेंज किया है।इसका नया रूप बहुत ही आकर्षित है.यह गूगल के लाभार्थियों को बहुत लुभाने वाला है ।इसमे गूगल ने वॉइस कंट्रोल के लोगो को भी […]
भारत गुलामी की ओर……….
संजय चाणक्य ‘‘ जिनके दिल में दर्द है दुनिया का, वही दुनिया मे जिन्दा रहते है! जो मिटाते है खुद को जीते जी, वही मरकर जिन्दा रहते है!!’’ अगर हम आपसे कहे कि भारत एक बार फिर गुलामी की ओर बढ़ रहा है, तो शायद आपकों कुछ अटपटा सा लगेगा। हो भी क्यों नही। क्योकि […]
एस. निहाल सिंह भारत-पाक रिश्तों के दो पहलू हैं एक है इस उपमहाद्वीप के रक्त रंजित विभाजन की विरासत और पाकिस्तान में राजनीतिक माहौल के लिए मुश्किलों का उद्भव। जिसमें वहां की सेना सरकार पर हावी रहती है। दूसरा है, वे कुछ खास मुद्दे, जिनके चलते दोनों देशों के बीच आपसी वार्ता में खलल पड़ […]
काशी के आनंद वन में तुलसी
ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे अगर शुद्ध भारतीय साहित्य की रचना की चर्चा करें तो एक मध्यकालीन रचनाकार, कवि और आध्यात्मिक विवेचनकर्ता की चर्चा आवश्यक हो जाती है, जिनका नाम है तुलसीदास। संस्कृत में लिखी वाल्मीकि रामायण को किसी विद्वान के विश्लेषण के बगैर समझ पाना कठिन था, लेकिन जब अवधी भाषा में तुलसी ने रामचरितमानस […]
आनंद के वासस्थान और उसके पथ में प्रतिष्ठित होने के लिए इसे चार विभिन्न स्तरों में विभाजित किया जा सकता है। और प्रत्येक स्तर को पार करने के लिए प्रत्येक स्तर पर एक विशेष कार्य शैली के साथ एक विशेष प्रकार की प्रेरणा और बल की जरूरत होती है। मनुष्य केवल प्रयास कर सकता है। […]
नोलाक्ष विक्रम जापान देश में विगत चौदह शताब्दियों से संस्कृतअध्ययन-अध्यापन की अखण्ड परम्परा चली आ रही है। प्रो. हाजी-मे-नाका-मुरा के अनुसार तो भारतको छोडक़र संसार में सबसे अधिक संस्कृत का अध्ययन-अध्यापन जापान में ही होता रहा है और एक बड़ी संख्या में वहां के विद्यार्थी संस्कृत पढ़ते रहे हैं। जापान में संस्कृत की पुरातन परम्परा […]