जयदीप शेखरनई दिल्ली। कहावत है कि विपत्ति कभी अकेले नहीं आती। आज जबकि भारत घरेलू मोर्चों पर बुरी तरह उलझा हुआ है- स्थिति करीब-करीब अराजक-विस्फोटक है, चीन ने लद्दाख में घुसपैठ करके तथा पीछे हटने से मना करके एक नया सिर दर्द पैदा कर दिया है। जाहिर है कि भारत उन्हें धकेल कर पीछे नहीं […]
Category: प्रमुख समाचार/संपादकीय
खून का बदला खून-3
शांता कुमारगतांक से आगे…..सांडर्स की लाश रक्त से लथपथ सड़क पर पड़ी हुई अंग्रेजी साम्राज्य का उपहास कर रही थी। अब आजाद ने अपने स्थान से चेतावनी दी-चलो भगतसिंह और राजगुरू आगे बढ़े और पीछे से मार्ग सुरक्षित करने के लिए आजाद खड़े हो गये। इतने में हेड कांस्टेबल चंदन सिंह गालियां देता हुआ अपने […]
शोधकर्ताओं का कहना है कि चुकंदर के जूस का एक कप पीना हाई ब्लड प्रेशर के शिकार लोगों के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है।एक शोध के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर के 15 मरीज़ों ने 250 मिलीलीटर जूस पीया जिससे उनका रक्तचाप 10 एमएमएचजी कम पाया गया।इसका ज़्यादातर असर तीन से छह घंटे तक रहता है, […]
विकास कुमार गुप्ताईस्ट इंडिया कंपनी को चार्टर निर्गत होता है भारत के लियें। 20-20 साल के लिये इसे चार्टर (अधिकार पत्र) दिया जाता रहा। पहला चार्टर सन् 1600 में दिया गया। ब्रिटिश संसद में परिचर्चा के दौरान बिलियम फोर्स कहता है कि हमें भारत में फ्री ट्रेड करना है। और वह फ्री ट्रेड का अर्थ […]
खून का बदला खून-२
शांता कुमारगतांक से आगे…..उसके इस व्यवहार को देख पास खड़े यशपाल ने सुखदेव को कहा यह सहन नही हो रहा है। लालाजी का वृद्घ शरीर उन लाठियों के प्रहार को सहन न कर पाया। इस घटना के कुछ ही दिन बाद 17 नवंबर 1928 को उनका प्राणान्त हो गया। सरकार के पाशविक अत्याचारों से भारतीयों […]
डा. बिमला रानीअंधे को अंधा नही कहकर सूरदास कहो तो ज्यादा अच्छा। ठीक भी है भाषा में शिष्टाचार होना आवश्यक है परंतु माफ करना मेरे पास मोटापे को संबोधित करने के लिए सूरदास जैसा शब्द नही है। मैं यह भी जानता हूं कि मोटे लोग नही चाहते कि उनको मोटा कहा जाए और यह भी […]
गुमनामी बाबा अयोध्या के बीचोबीच स्थित लखनऊवा हाता में कुछ वर्ष रहे।इस कहानी की शुरुआत हुई थी साल 1985 में जब मैने घर में दादाजी को किसी बाबा की मृत्यु के बारे में बात करते सुना था। समय बीतता गया और यदा कदा इस बाबा के बारे में बात होती रही जिसे फैज़ाबाद शहर में […]
भाषा परिवर्तन कैसे आता है
वाक भेद के विकार को समझना भी आवश्यक है। तनिक निम्नलिखित शब्दों पर दृष्टिपात करें कि ये किस प्रकार वाक भेद के कारण विकार ग्रस्त हो गये हैं :-शुद्घ शब्द अशुद्घ शब्दविभीत्सा […]
तर्ज . आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं युगों युगों तक याद रखेंगे युगों युगों तक याद रखेंगे ॠषि दयानन्द तेरा यह काज।किया पुनर्जीवित हम सबको आर्य बनाया आर्य समाज।जय देव दयानन्द .21.सो थे गहरी निद्रा में अंधकार था बहुत घना।सत्य ध्वनि वेदों की सुनकर, भागा मिथ्या स्वप्न बना।पोप और पाखण्डी, मुल्ला, थर.2 काँपे सुन आवाज़।किया पुनर्जीवित […]
किसी विदेशी छात्र ने जापान के एक विद्यार्थी से पूछा-‘आप विश्व का सबसे बड़ा महापुरूष किसे मानते हैं?’ जापानी विद्यार्थी ने बड़े गर्व से कहा कि महात्मा बुद्घ को हम संसार का सबसे बड़ा महापुरूष मानते हैं। विदेशी छात्र ने अपना अगला प्रश्न फिर दाग दिया- ‘यदि कोई व्यक्ति तुम्हारे बुद्घ पर आक्रमण कर दे […]