20 वर्षों से डायबिटीज झेल रहीं 65 वर्षीय महिला जो दिन में दो बार इन्सुलिन लेने को विवश थीं, आज इस रोग से पूर्णत: मुक्त होकर सामान्य सम्पूर्ण आहार ले रही हैं । जी हाँ मिठाई भी । डाक्टरों ने उस महिला को इन्सुलिन और अन्य ब्लड सुगर कंट्रोल करने वाली दवाइयां भी बंद करने […]
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इंकलाब जिंदाबाद-4
शांता कुमारगतांक से आगे…परिणाम यह हुआ कि सब के सब पुलिस के हाथ आ गये और लगभग 23 प्रमुख क्रांतिकारी जेल के सींखचों में बंद कर दिये गये। इनमें से जयगोपाल तथा हंसराज बोहरा पुलिस की यातनाओं से आतंकित होकर तथा क्षमा मिलने के लालच में मुखबिर बन गये। सांडर्स हत्या तथा बम काण्ड के […]
राकेश कुमार आर्यए.बी.पी. न्यूज नीलसन के सर्वे के अनुसार देश में लोकसभा चुनाव यदि आज की तारीख में होते हैं तो यूपीए का सूपड़ा साफ होना तय है। जबकि एन.डी.ए. सबसे बड़े गठबंधन के रूप में उभर रहा है। यू.पी.ए. की 136 सीटों के मुकाबले एन.डी.ए. को 206 सीटें मिल रही हैं, हालांकि एन.डी.ए. फिर […]
अमरीकी वैज्ञानिकों ने पुरुषों में गंजेपन के वैज्ञानिक कारण की खोज करने का दावा किया है। यह उम्मीद भी जताई गई है कि इस शोध से गंजेपन को रोकने का इलाज और यहां तक कि बाल को दोबारा उगाना भी संभव हो सकेगा।गंजे व्यक्ति और प्रयोगशाला में चूहों पर किए गए अध्ययन के आधार पर […]
इंकलाब जिंदाबाद-3
शांता कुमारगतांक से आगे…असेम्बली में बम के इस धमाके ने लंदन समेत विश्व की जनता के भी कान खोल दिये। अभी ब्रिटिश सरकार की छाती पर सांडर्स वध के घाव भरे भी न थे कि इस नये आघात से उसका वक्षस्थल चीत्कार कर उठा। चारों ओर नाकाबंदी करके सभी टेलीफोन और तारें सरकार ने अपने […]
एक भाषा बीज की हत्या
क्या बीज में विभाजन संभव है? हर विवेकशील व्यक्ति इस प्रश्न का उत्तर यही देगा कि नही, बीज में विभाजन संभव नही है। बीज बीज है और यदि उसे तोड़ा गया तो वह टूटते ही व्यर्थ हो जाएगा। इसलिए अच्छाई इसी में है कि बीज को तोड़ा ना जाए बल्कि उसे यथावत रखा जाए जिससे […]
1857 की क्रांति का गीत
हम हैं इसके मालिक, यह हिंदुस्तान हमारा।पाक वतन है कौम का, जन्नत से भी प्यारा।।यह है हमारी मिल्कियत, हिंदुस्तान हमारा।इसकी रूहानीयत से, रोशन है जग सारा।।कितना कदीम, कितना नईम सब दुनिया से न्यारा।करती है जर्खेज जिसे गंगों जमन की धारा।।ऊपर बर्फीला पर्वत पहरेदार हमारा।नीचे साहिल पर बजता सागर का नक्कारा।।इसकी खानें उगल रही हैं सोना […]
देश में अराजकता बढ़ती जा रही है। चारों ओर से अशांति और उपद्रव के ऊंचे होते स्वर सुनाई दे रहे हैं। कितने ही आतंकी संगठन देश में सक्रिय हैं जो आम आदमी की रोजमर्रा की जिंदगी को अपनी आतंकी गतिविधियों से किसी न किसी रूप में प्रभावित कर रहे हैं। जिन संगठनों को आतंकी मान […]
वर्णों की न्यूनता के कारण अन्य भाषाओं की बड़ी दयनीय स्थिति है। अंग्रेजी में ‘a’ अक्षर Fan में ‘ऐ’ की तो name में ‘ए’ की आवाज निकालता है। जबकि ten में e ‘ए’ बनाती है। इसी प्रकार e कहीं चुप रही है जैसे simple शब्द में है, तो कहीं ये ‘ई’ की आवाज भी बनाती […]
जीवन का बलिदान
मैं अपने जीवन का, बलिदान देना चाहता हूं।मरणोपरांत अपनी देह, दान देना चाहता हूं।जीवन भर जिया हूं अपने लिए,अब जीना चाहता हूं सबके लिए।परोपकार से जीवन महक उठेगा,खुशियों से जीवन चहक उठेगा।सभी देशवासियों को ये ज्ञान देना चाहता हूं।मैं अपने जीवन का बलिदान देना चाहता हूँ।जीवन में मैंने जो, परोपकार किया है,ईश्वर ने मुझे उसका […]