सफलता चाहें तो साथ न रखें एक ही किस्म के लोगों को – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com किसी भी कार्य की योजना बनाने से लेकर इनके क्रियान्वयन की पूर्णता तक की पूरी प्रक्रिया में जिन लोगों की भागीदारी होती है उनकी मनोवृत्तियाँ, स्वभाव, आदतों और कार्य करने की क्षमताओं का प्रभाव कार्य की […]
Category: प्रमुख समाचार/संपादकीय
आज का चिंतन-27/09/2013
एक-दूसरे के पूरक हैं आनंद और ईश्वरीय मार्ग – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर व्यक्ति अपने जीवन में आनंद की प्राप्ति चाहता है। आज हम सांसारिक भोगों और तुच्छ वस्तुओं, जमीन-जायदाद या लोकप्रियता को आनंद का मार्ग मानकर चल रहे हैं, यह मिथ्या भ्रम से ज्यादा कुछ नहीं है। आनंद वह है जो […]
आज का चिंतन-26/09/2013
जीवन्मुक्ति के लिए अपनाएँ अनासक्त कर्मयोग – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर प्राणी मुक्ति चाहता है। मनुष्य ही नहीं बल्कि हर प्राणी का स्वाभाविक भाव होता है मुक्ति। मनुष्य बुद्धिशाली होने की वजह से कुछ ज्यादा ही स्वतंत्रता चाहता है और कई बार यह स्वच्छन्दता की सीमा तक पसर जाती है। इंसान पक्षियों की तरह […]
आज का चिंतन-24/09/2013
पूर्ण अनुकूलताएं कभी नहीं आती शुरूआत आज से करें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आने वाला कल अनिश्चयपूर्ण होता है। उसके बारे में कभी नहीं कहा जा सकता कि वह किसका होगा। कल कुछ भी हो सकता है। अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है और कुछ नहीं भी हो सकता […]
आज का चिंतन-23/09/2013
ये आचरण लाते हैं रोग-शोक और दरिद्रता – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com समाज में पिछले कुछ वर्ष से पारिवारिक, सामाजिक और क्षेत्रीय समस्याओं का प्रसार तेजी से हुआ है और इसने आम आदमी की जिन्दगी में दखल डालते हुए सुकून से जीवनयापन की संभावनाओं को धूमिल कर दिया है। खूब सारे ऎसे लोग हैं […]
आज का चिंतन-22/09/2013
वो हर आदमी भिखारी है जो माँगता है – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com भिखारी से हम यही आशय रखते हैं कि जो सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर हाथ या झोली फैलाकर माँगने का आदी हो और जिसका गुजारा चलाने का एकमात्र सहारा भीख ही हो। भीख न मिले तो उसका जीना मुश्किल हो […]
हमें उजाला करना है
रुपये एकत्रित करना है।हमको गुल्लक भरना है।इन रुपयों से वृद्धों की,हमको सेवा करना है। गली सड़क में इधर उधर,बूढ़े ठेड़े दिख जाते।लाचारी में बेचारे,पीते न कुछ खा पाते।इनकी झोली भरना है।इन्हें मदद कुछ करना है। कपड़े इनके पास नहीं,सरदी गरमी सह जाते।सहन नहीं जो कर पाते,बिना मौत के मर जाते।हमें दुखों को हरना है।उनकी रक्षा […]
आज का चिंतन-19/09/2013
सफलता का मूलाधार है वाणी माधुर्य – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com अक्षर में जो ताकत है उसका कभी क्षरण नहीं हो सकता। अक्षर ब्रह्म है और इसी से लौकिक एवं पारलौकिक सृष्टि, पालन और संहार का पूरा क्रम निर्धारित है। विचारों और कल्पनाओं से मूत्र्त होते शब्द हों या फिर समाधि में प्राप्त, शब्दों […]
आज का चिंतन-18/09/2013
गाय का दूह कर कुत्तों को न पिलायें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com वर्तमान की सबसे बड़ी समस्या और कुछ नहीं है, यह है अपात्रों के लिए काम करने, मार्गदर्शन देकर उन्हें प्रोत्साहित करने और उनके लिए जी-जान से समर्पित होकर काम करने वालों की संख्या में विस्फोटक इजाफा होना। जो पात्र लोग […]
आज का चिंतन-17/09/2013
आत्मनिर्भरता के लिए जरूरी है परंपरागत हुनर और स्थानीय काम-धंधे – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर क्षेत्र में स्थान विशेष की आबोहवा और पारिस्थिकीय तंत्र के अनुरूप परिवेश और लोक जीवन का विकास होता है। यही कारण है कि देश और दुनिया के तमाम क्षेत्रों में अलग-अलग जलवायु, परंपराएं, लोक संस्कृति, रहन-सहन और […]