एक बार अकबर बादशाह ने बीरबल से कहा की बीरबल आज हम दुनिया का सब से खूबसूरत बच्चा देखना चाहते है अत: दरबार में हमारे सामने शाम होने से पहले पहले तुम दुनिया का सब से खूबसूरत बच्चा पेश करो। अगर तुम ऐसा नही कर पाये तो तुम्हे जान से हाथ धोना पडेगा। इतना सुनते […]
Category: प्रमुख समाचार/संपादकीय
आज का चिंतन-25/10/2013
मनहूसियत न ओढ़ें रखें खुश रहना चाहें तो बाँटें खुशियाँ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आजकल संसार के सारे संसाधन और सुख खरीदने से प्राप्त हो सकते हैं लेकिन जीवन का असली आनंद न बाहर से प्राप्त हो सकता है, न इसका आयात किया जा सकता है। हर आदमी प्रसन्न रहने और जीवन में […]
आज का चिंतन-24/10/2013
दुःखों को आदर सहित स्वीकारें वरना आते रहेंगे बार-बार – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर इंसान की जिन्दगी में एक निश्चित अनुपात में सुख और दुःख के आते-जाते रहने का क्रम निरन्तर बना रहता है। यह सुख या दुःख आने का समय व क्रम निर्धारित हो सकता है अथवा इनके रहने और खत्म हो जाने […]
आज का चिंतन (21/10/2013)
ज्यादा शोर करते हैं खाली डिब्बे – डॉ.दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो जितना भारी होता है उसका जीवन शोरगुल से दूर होता है। इसके ठीक विपरीत जो जितना हल्का होता है वह अस्थिर होने के साथ ही ज्यादा शोर करता है। बात किसी वस्तु की हो या आदमी की, दोनों में यह सिद्धान्त बराबर […]
रोहिणी आर.एस.डी.-2 भारतीय वैज्ञानिकों ने पूरी तरह भारत में निर्मित उपग्रह प्रक्षेपण वाहन एसएलवी-3 के द्वारा रोहिणी उपग्रह आरएसडी-2 को 31 मई 1981 को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया और यह कक्षा में स्थापित हो गया, किंतु तकनीकी खराबियों के कारण 9 जून 1981 को जलकर नष्टï हो गया। इसका वजन 38 किलोग्राम था।एप्पल-भारतीय अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी […]
आज का चिंतन-20/10/2013
फक्कड़ी जिन्दगी चाहें तो कर दें खुद को महाप्रवाह के हवाले – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com यह पूरा संसार ही अपने आप में बहुत बड़ा कारोबार है जिसका कोई अंत नहीं है। निस्सीम और अनंत पसरे हुए संसार में जो लोग आए हैं उन्हें इन तमाम प्रकार के सांसारिक व्यवहारों की भूलभुलैया वाली गलियों […]
आज का चिंतन-19/10/2013
दूर रहें उन लोगों सेजो मोबाइल कचरा पात्र हैं – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com यह जरूरी नहीं कि कचरा पात्र स्थिर पड़े रहने वाले ही हों जिन्हें खाली करने के लिए किसी ओर को मशक्कत करनी पड़े। आजकल जहाँ-तहाँ बिखरे पड़े कचरा पात्रों की ही तर्ज पर आदमियों की एक नई प्रजाति खूब चलन में है […]
आज का चिंतन-18/10/2013
सभी की जिन्दगी में रहता है मलाल कुछ काम नहीं कर पाने का – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो लोग दुनिया में आते हैं उन सभी के लिए कर्मयोग का विस्तृत दायरा होता है। कुछ लोग सीमित दायरों में रहकर नाम कमा जाते हैं और कुछ ऎसा कर जाते हैं कि दुनिया उन्हें युगों […]
इसलाम और जीव दया-3
गतांक से आगे… उसके बाद वह असली स्थिति में आ जाता है। नमक का पानी उस बकरे को बेहद परेशान करता है, वे बेचैन हो जाता है, जिससे उछलने लगता है। खरीददार समझता है कि बकरा उसे फुरतीला और तगड़ा मिला है। लेकिन एक रात में ही असलियत मालूम पड़ जाती है। आज तक किसी […]
आज का चिंतन-17/10/2013
नालायक और धूत्र्त होते हैं कामों के बोझ का राग अलापने वाले – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आजकल कामों से जी चुराने वालों की तादाद हर तरफ बढ़ती ही जा रही है। हमारे यहाँ भी ऎसे लोगों की कोई कमी नहीं है जिनके लिए पूरी जिन्दगी एक ही बहाने भर से निकल जाती […]