लोकतंत्र की बुनियाद है चुनाव भागीदारी ही जगाती है भाग्य – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com निर्वाचन भारतीय लोकतंत्र की बुनियाद है जिसके जरिये आम आदमी के हाथों में सरकार बनाने की वो ताकत है जिसका कोई मुकाबला नहीं। तंत्र को संचालित करने वाले नेतृत्व से लेकर व्यवस्था तक की सँरचना को सुगठित और सुव्यवस्थित […]
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आज का चिंतन-23/11/2013
चिंता हमें क्यों? उसे है जिसने बसाया यह संसार है – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com वर्तमान के संसाधनों और आनंद को गौण मानकर आजकल लोग भविष्य की आशंकाओं और चिंताओं में खोये हुए हैं। इस वजह से उनका मन-मस्तिष्क हमेशा उद्विग्न, अशांत और अधीर रहने लगा है और इसका प्रभाव शरीर पर भाँति-भाँति की […]
आज का चिंतन(21/11/2013)
उन्मादी और सनकी होते हैं बेवक्त-बेवजह तंग करने वाले – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com कुछ लोगों की आदत में ही यह शुमार हो चला है कि वे पूरी जिन्दगी बिना किसी कारण के और बेवक्त औरों को परेशान करते रहते हैं। खुद की अशांति, उद्विग्नता, फालतू के तनावों और असंतोष को हलका करने के […]
आज का चिंतन-20/11/2013
जो ईश्वर से दूर करे वह शत्रु चाहे गुरु हो या और कोई – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 ईश्वरीय सत्ता हम सभी के लिए सर्वोपरि है फिर चाहे उसका रंग-रूप कुछ भी हो, साकार हो या निराकार या फिर और कुछ। ईश्वरीय सत्ता का सान्निध्य ही हमें शाश्वत सुख-समृद्घि और आनंद से भर सकता है। […]
आज का चिंतन-16/11/2013
आवश्यकताओं पर ध्यान दें शौक हमेशा दुःख ही देता है – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आम आदमी को मस्ती के साथ जीवन निर्वाह के लिए जितनी जरूरत होती है उतनी आवश्यकताओं की पूर्ति के बारे में सोचा और किया जाए तो जीवन के कई सारे अनावश्यक तनावों और दुःखों से मुक्ति पायी जा सकती […]
आज का चिंतन-13/11/2013
अहं और एकाधिकार छोड़ें, फिर देखें अपने आप मिलने लगेगा सब कुछ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आज लोगों को सभी जगह उपेक्षा और असुरक्षा दिखाई देने लगी है। हर किसी को दूसरों से अज्ञात भय के साथ आशंका बनी रहती है। हमें कई बार लगता है कि कुछ है जो हमें प्राप्त करना […]
आज का चिंतन-12/11/2013
बुढ़ापे से बचाएँ बच्चों को – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com बचपन से लेकर पचपन और सत्तर पार तक परिश्रम का महत्त्व सर्वविदित है। जो जितना अधिक परिश्रम करता है उतना अधिक स्वस्थ और मस्त रहता है। परिश्रम से शरीररस्थ हवाओं, रक्त परिसंचरण तंत्र, नाड़ियों, स्नायुतंत्र और हड्डियों से लेकर सभी प्रकार के अंगों-उपांगों को […]
आज का चिंतन-10/11/2013
देश और समाज पर भार हैं बिना काम-काज के व्यस्त आदमी – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com कोई काम नहीं, फिर भी अपने आपको ऎसा दिखाते हैं जैसे कि उनके पास इतने सारे काम हैं कि बस, सारे काम उन्हीं को करने पड़ते हैं, वे न होते तो कोई काम होता ही नहीं। बहुत […]
इस्लाम और जीव दया-4
गतांक से आगे… विद्वान मौलाना ने जानवरों के प्रति इस्लाम किस तरह से सजग है और दया का भाव रखता है, इसे कुरान की आयतों से और हदीसों से समझाने का प्रयास किया है। मसअरी कहते हैं-इसलाम में जानवर को मारते समय कुछ सख्त हिदायतें दी गयीं हैं। मारते समय किस तरह और किन बातों […]
आज का चिंतन-09/11/2013
रोबोट न बनाएं बच्चों को सेहत के बिना बेकार है ये जिन्दगी – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com वर्तमान पीढ़ी के शारीरिक सौष्ठव को देख कर कहीं नहीं लगता कि हम स्वस्थ और मस्त हैं। अति दुर्बल यश अति स्थूल होती जा रही इस पीढ़ी के भरोसे नौकरी-धंधों को तो पाया जा सकता है कि […]