गतांक से आगे….किसी भी धार्मिक पुस्तक में उन सभी वस्तुओं का वर्णन होता है, जो ईश्वर ने इस दुनिया में बनाई है। ईश्वरीय पुस्तकें समस्त विश्व के लिए हैं, इसलिए उनका भेद देश और काल के आधार पर नही किया जा सकता है। अनेक स्थानों पर शब्दों में उनका वर्णन किया गया है और असंख्य […]
Category: प्रमुख समाचार/संपादकीय
राष्ट्रीय (तथा कथित) सलाहकार (एनएसी) द्वारा सोनिया गांधी की अध्यक्षता में 2011 में साम्प्रदायिक व लक्ष्यित हिंसा रोधक विधेयक का प्रारूप तैयार किया गया है। इसे अब संसद के आगामी सत्र में प्रस्तुत करने की योजना है। शीर्षक देखकर आम आदमी समझेगा कि इसके द्वारा साम्प्रदायिक हिंसा को रोकने तथा उसके लिए दण्ड दिये जाने […]
आज का चिंतन-07/12/2013
हम क्यों हो गए हैं इतने अधीर और आतुर – डॉ.दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हम सारे के सारे इन दिनों जबर्दस्त अशांत, उद्विग्न और अधीर हैं। जो लोग समरांगण में हैं उनके लिए ऎसा होना वाजिब है लेकिन जो तमाशबीन हैं या जिन्हें इस रण से कोई सीधा सरोकार नहीं है अथवा परिणामों से रूबरू […]
इस्लाम साहित्य में शाकाहार
मांसाहार को अपने दैनिक जीवन में स्थान देने का यह अर्थ कदापि नही होता है कि शाकाहार का उनके जीवन में स्थान नही है। वास्तविकता तो यह है कि हर मांसाहारी को खेती बाड़ी में पैदा होने वाली वस्तुओं पर ही निर्भर रहना पड़ता है। असलियत तो यह है कि जिस पशु पक्षी का यह […]
(प्रात:काल उठकर मैं नित्य प्रति की भांति अध्ययन कर रहा था तो मैंने वैदिक विद्वान पं. रघुनंदन शर्मा की पुस्तक ‘वैदिक संपत्ति’ को पढ़ना आरंभ किया। इस पुस्तक के संस्करण की भूमिका 13 सितंबर 1931 को लिखी गयी थी। यह महज संयोग ही है कि 13 सितंबर ही पूज्य पिता महाशय राजेन्द्र आर्य जी की […]
गुजरात और कठियावाड़ के राज्य गुजरात और काठियावाड़ के कई राजवंश प्रारंभ में कभी राष्ट्रकूटों के तो कभी गुर्जर प्रतिहारों के सामन्त रहे थे। परंतु राष्ट्रकूटों तथा गुर्जर प्रतिहार वंश के दुर्बल हो जाने पर वहां भी कई स्वतंत्र राज्य वंशों ने शासन करना आरंभ कर दिया था। इनमें अनहिलपाटक का चौलुक्य राज्य और सौराष्ट्र […]
आज का चिंतन-30/11/2013
बहुत कुछ कहता है ये सन्नाटा हमारे लिए – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com इतने दिनों के शोरगुल और आवाजाही के दौर-दर-दौर चलने के बाद इस समय ऊपर से सब तरफ लग रहा है कि कितना सन्नाटा पसरा हुआ है हर कहीं। सन्नाटे के पीछे छिपी आवाजों पर चर्चा को छोड़ कर हम इस गहन […]
आज का चिंतन-29/11/2013
हर प्रतिस्पर्धा स्वस्थ हो, हर प्रतिस्पर्धी मस्त हो – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 व्यक्ति की जिन्दगी से लेकर परिवेशीय और सम सामयिक परिस्थितियों के बीच अपने आप को श्रेष्ठ साबित करने और समाज के लिए जीने-मरने की भावनाएँ आदि काल से रही हैं और आगे भी बनी रहेंगी। व्यक्तिगत महत्त्वाकांक्षाओं और उच्चाकांक्षाओं का यह खेल […]
आज का चिंतन-27/11/2013
औरों को दुःखी न करें यह हिंसा से भी बढ़कर है – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हिंसा का यही मतलब नहीं है कि किसी की हत्या कर देना या हिंसक प्रवृत्तियों में लगे रहना। हिंसा का संबंध हिंसक मानसिकता और क्रूर व्यवहार से आरंभ होता है यही सूक्ष्म मानसिकता जब व्यवहार रूप में […]
आज का चिंतन-26/11/2013
नई किस्म आ गई है ये मोबाइल वाले पागल – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com सनकियों और पागलों की मौजूदगी हमारे यहाँ हमेशा रही है। छोटे से लेकर बड़े कहे जाने वाले हों या दुनिया का कोई सा कोना हो, इन लोगों का वजूद हर युग में अपने आपको सिद्ध करता रहा है। युग के […]