नौकरों के भरोसे बिगड़ेगी ही संतत – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com जो काम हमारे खुद के लिए निर्धारित हैं उन्हें हमेंं ही करना चाहिए, औरों के भरोसे कभी नहीं छोड़ना चाहिए। यह बात जितनी कहने में सरल और सटीक है उतनी अनुकरण करने में कठिन है। हममें से अधिकांश लोग ऎसे हैं जो […]
Category: प्रमुख समाचार/संपादकीय
आज का चिंतन-06/4/2014
चित्रकथाओं से जगाएँ नई पीढ़ी में स्वाध्याय – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com मोबाइल, इंटरनेट और टीवी की दीवानी हो चली नई पीढ़ी हमारी पुरातन व परंपरागत सभ्यता, संस्कृति और परंपराओं की आभा से दूर होती जा रही है और इसी का परिणाम है कि हम सभी लोग अपनी जड़ों से दूर होते जा […]
गतांक से आगे…….यदि करने लग जाए तो उनकी किस्मत का सितारा बुलंद हो जाए। एक सवेरे महाराष्ट्र के जलगांव और बुलढाणा जिले के लोगों ने आकाश में एक हेलीकॉप्टर उड़ता हुआ देखा। उसमें से खेतों पर कुछ पाउडर गिराया जा रहा था। पूछने पर पता लगा कि वीपी नाइक की सरकार के कृषि विभाग ने […]
भारत का भूगोल
भारत की स्थिति-भारत एशिया महाद्वीप में दक्षिणी भाग में 8 डिग्री सेल्सियस 4 से 37 डिग्री सेल्सियस 6′ उत्तरी अक्षांश तक फेेला हुआ है। पूर्व में पश्चिम तक यह 68 डिग्री सेल्सियस 7′ से 97डिग्री सेल्सियस 25′ पूर्वी देशांतर तक स्थित है। कर्क रेखा इसके मध्य से गुजरती है। इसकी लंबाई पूर्व से पश्चिम तक […]
आज का चिंतन-03/05/2014
असली इंसान नहीं आते औरों के प्रभाव में – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com भगवान ने हर इंसान को बुद्धि दी है और उस न्यूनाधिक बुद्धि का इस्तेमाल कर वह जमाने भर मेंं अपने आपको कहीं न कहीं चला लेता है, कमा खाता है। अपनी बुद्धि और विवेक का प्रयोग भी अलग-अलग इंसानों में अलग-अलग […]
आज का चिंतन-02/05/2014
ऎसा कुछ करें जो अक्षय हो – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com व्यष्टि से लेकर समष्टि तक जो कुछ हो रहा है वह क्षय-अक्षय के क्रमिक परिवर्तन से जुड़ा हुआ है। तत्वों के लिहाज से देखें तो क्षय-अक्षय कुछ नहीं होता बल्कि तत्वों के विभिन्न रूपों में रूपान्तरण की ही प्रक्रिया ही है जो कभी […]
आज का चिंतन-01/05/2014
जरा संभल के ….परशुराम सब देख रहे हैं – डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com भगवानश्री परशुराम अन्य देवी-देवताओं की तरह नहीं हैं बल्कि चिरंजीव हैं। जब तक सूरज-चाँद और पृथ्वी रहेगी तब तक हमारे बीच में ही रहेंगे। इसलिए परशुराम कल भी हमारे बीच में थे, आज भी वे विचरण कर रहे हैं और कल भी रहेंगे। इस सत्य […]
मुजफ्फर हुसैनगतांक से आगे…….अब तो 8 से 10 प्रतिशत भी मिल जाए तो भगवान को धन्यवाद देना चाहिए और वहां की सरकार का सम्मान करना चाहिए। शहरीकरण के लिए महामार्ग बनते चले गये, जंगलों के बीच कारखाने स्थापित होते चले गये, रेल और विमानों के दौडऩे, उनके उतरने और ठहरने के लिए अधिक से अधिक […]
आज का चिंतन-29/04/2014
अर्थहीन है आतिशबाजी और हुल्लडी खुशी – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com पिछले कुछ वर्ष से खुशी जाहिर करने के मामले में हम जाने कितने उपायों का सहारा लेते रहे हैं। इनमें आजकल दो प्रकार के तरीके सर्वत्र व्यापक हैं। एक तो आतिशबाजी और दूसरा हुल्लड़बाजी। हम छोटी-मोटी बात हो या सामूहिक उल्लास का […]
आज का चिंतन-27/04/2014
ढोंग और पाखण्ड ही है पराये धन से समाज सेवा – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com अपने यहाँ समाजसेवा वो सबसे बड़ा काम हो गया है जिसमें न कोई मूल्यांकन है, न परिणाम, और न ही किसी भी प्रकार के बंधन। अनन्त क्षेत्र पसरा है समाज की सेवा का, चाहे जिसमें हाथ आजमाते चलो, अपने फन आजमाओ और मस्त रहो। […]