नौटंकी हो गया है गंगोद्यापन – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com गंगा के नाम पर हम साल भर में कितना कुछ नहीं करते हैं। कभी कसमें खाते हैं, कभी खूब सारे पाप और अपराध कर डालते हैं, फिर गंगाजल पीकर अपने आपको शुद्ध होने का भ्रम पाल लिया करते हैं। जीवन में एकाध बार गंगा के मुहाने […]
Category: प्रमुख समाचार/संपादकीय
आज का चिंतन-01/06/2014
भटकाव छोड़ें परमसत्ता का आश्रय पाएँ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर इंसान अपने पुरुषार्थ चतुष्टय की प्राप्ति के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहता है। इनमें कई अपनी प्रतिभाओं, ज्ञान और सामथ्र्य पर भरोसा करते हैं। कई सारे ऎसे हैं जो भाग्यवादी होकर जीते हैं लेकिन खूब सारे ऎसे हैं जो दूसरों की ऊर्जा और […]
आज का चिंतन-31/05/2014
दिखना चाहिए इंसान का प्रताप – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com मनुष्य होना अपने आप में ईश्वर का सबसे बड़ा वरदान है जिसकी वजह से हम करोड़ों प्रजातियों के प्राणियों में अन्यतम एवं खास हैं। इंसान का चौला भगवान ने हमें इसलिए नहीं दिया है कि हम संकीर्ण मनोवृत्ति को अपना कर अपने-अपने दड़बों में […]
आज का चिंतन-30/05/2014
अपने में ही उलझे न रहें समाज और देश सामने रखें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हम सभी का अस्तित्व देश से जुड़ा हुआ है। और देश समाज की छोटी-छोटी इकाइयों और भौगोलिक क्षेत्रों से मिलकर बना है। पूरी दुनिया में भारतवर्ष ही वह देश है जिसे देशवासी भारतमाता मानकर पूजते, सम्मान और आदर देते […]
आज का चिंतन-29/05/2014
किताबी शिक्षा से बढ़कर है मौलिक हुनर और अनुभव – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com यह जरूरी नहीं है कि पढ़ा-लिखा और उच्च शिक्षा पाने के सोपानों तक पहुंचा आदमी ज्ञानी हो। ज्ञान का संबंध डिग्रियों, डिप्लोमाओं और प्रमाणपत्रों से नहीं है बल्कि उस शिक्षा-दीक्षा से है जिसमें व्यक्ति के जीवन के सभी प्रकार के संस्कारों, आदर्शों और […]
आज का चिंतन-28/05/2014
यों ही भौंकते रहेंगे भौंकने और बहस करने वाले – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com दुनिया तीन तरह के लोगों से भरी पड़ी है। एक वे हैं जो चुपचाप अपने काम करते रहते हैं, दूसरे उदासीन बने रहते हैं जबकि तीसरी प्रकार के लोग और कुछ करें या न करें, ये लोग भौंकने और बहस करने में […]
आज का चिंतन-27/05/2014
तीसरा कोई न हो हमारे बीच में – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com सफलता और सिद्धि पाने के लिए सबसे पहली और अनिवार्य शर्त यही है कि साधक और साध्य के बीच और कोई तीसरा नहीं होना चाहिए। बात अपने जीवन के सोलह संस्कारों की हो या फिर चारों पुरुषार्थों की, इन सभी में सफलता का […]
आज का चिंतन-26/05/2014
बरबादी का मंजर दिखाता हैमूर्खों और चापलुसों का साथ – डॉ. दीपक आचार्य9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com हर इंसान की जिंदगी में उतार-चढ़ावों का क्रम बना रहता है। कुछ लोग इतनेभाग्यशाली होते हैं कि पैदाईश से लेकर वापस ऊपर जाने तक पूरी मौज-मस्तीबनी रहती है। कुछ ऎसे होते हैं जिनके लिए अभावों की जिंदगी हमेशा बनीरहती है, ये लोग […]
आज का चिंतन-25/04/2014
सृजन में सुगंध चाहें तो लेन-देन की बुद्धि न रखें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077dr.deepakaacharya@gmail.com वह हर सृजन सुगंध देने वाला होता है जो पूर्वाग्रहाें, दुराग्रहों,पक्षपात, स्वार्थ और अपेक्षाओं से मुक्त होता है क्योंकि ऎसा सृजनप्रकृति और ईश्वर प्रदत्त होता है और अन्ततः ईश्वर को ही समर्पित होताहै।आजकल दो प्रकार का सृजन हमारे सामने है। […]
आज का चिंतन-24/05/2014
सच्चाई का प्रतीक होते हैं आँसू – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com आँसू और पवित्रता के बीच गहरा रिश्ता है। ये एक-दूसरे के पर्याय हैं। आँसू अपने आप में इतने पवित्र होते हैं कि इनसे ज्यादा शुचिता किसी और द्रव में कभी हो ही नहीं सकती। ये केवल बूँदें नहीं होती बल्कि इंसान के मन-मस्तिष्क […]