अभिनव प्रकाश पिछले कुछ दशकों में अर्थव्यवस्था और समाज में भारतीय राज्य की भूमिका के बारे में सार्वजनिक विमर्श एक गलत परिपाटी पर चला गया है। नेहरूवादी राज्य और समाजवादी नीतियों की विफलता ने सरकार और विशेष रूप से सरकारी कर्मचारियों के विरुद्ध एक प्रतिक्रिया को उत्पन्न किया। लाइसेंस-कोटा परमिट राज, अक्षम नौकरशाही और बेलगाम […]
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पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद अब उनके संस्मरण का अंतिम हिस्सा प्रकाशित होने वाला है, जिससे कांग्रेस आलाकमान को झटका लग सकता है। जिसका असर प्रकाशन पूर्व ही परिवार में लगभग विवाद-सा खड़ा हो गया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की बुरी हार हुई और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग […]
गाजियाबाद । मुसलमानों के जज्बातों से खेलना ओवैसी की पुरानी आदत है। वह ऐसा कोई भी मौका चूकना नहीं चाहते जिससे उनकी सियासत मजबूत होती हो और वास्तव में मुसलमानों के जज्बात ही उनकी सियासत का वह मजबूत पायदान है जिस पर खड़े होकर वह हर वह असंवैधानिक और गैरकानूनी कार्य करने का […]
गुहा_बेचैन… ✍. भारत में जो लिखा पढ़ा जाता है उसपर गौर कीजियेगा तो एक चीज़ बड़ी आसानी से नजर आ जाती है। जहाँ भारत का तथाकथित दक्षिणपंथ सिर्फ भावनात्मक मुद्दों पर लिख रहा होता है, वहीँ तथाकथित वामपंथ बौद्धिक मुद्दों पर भी चर्चा करता है। अगर आप नीतियों, इतिहास, भूगोल-पर्यावरण सम्बन्धी कुछ भी पढ़ रहे […]
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी कार्यशैली के लिए विशेष चर्चा में बने रहते हैं। उनके कई निर्णय साहसिक और ऐतिहासिक होते हैं ।अब उन्होंने ऐसा ही एक नया निर्णय लिया है ,जिसकी लोगों में सकारात्मक चर्चा है । मुख्यमंत्री ने कई जिलों में सड़क मार्ग का नाम वहां के शहीदों के नाम पर […]
देश की राजधानी नई दिल्ली को इंद्रप्रस्थ के नाम से संबोधित करने अर्थात इसका नाम परिवर्तित कर इंद्रप्रस्थ करने की मांग ‘उगता भारत’ पिछले 10 वर्ष से उठाता आ रहा है । इस संबंध में वर्त्तमान प्रधानमंत्री श्री मोदी के नाम भी पत्र लिखा गया है । हमारी यह मान्यता प्रारंभ से ही रही है […]
ओ३म् -जिज्ञासु स्वाध्यायशील पाठकों के लिये हर्षप्रद समाचार- ============= पं. शिवपूजनसिंह कुशवाह जी आर्यसमाज के उच्च कोटि के वैदिक विद्वानों में अग्रणीय विद्वान थे। आपने शास्त्रों का अध्ययन कर उच्च कोटि की विद्वता प्राप्त कर आर्यसमाज के वैदिक सिद्धान्तों वा विचारधारा का लेखनी के द्वारा समर्पण भाव से प्रचार किया। आचार्य कुशवाह जी ने लगभग […]
चीन का इतिहास एक बहुत ही कमजोर देश का इतिहास रहा है बहुत कम ऐसे युद्ध रहे हैं जिन्हें चीन ने जीता हो । मंगोलिया जैसा एक छोटा सा देश इस विशाल देश को जब निरंतर कई शताब्दी तक पीटता रहा तो इसने अपनी महान दीवार का निर्माण किया । चीन की महान दीवार चीन […]
संसार में चीन एक कम्युनिस्ट देश है । यहां की कुल जनसंख्या के 91% लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। यद्यपि कम्युनिस्ट सरकार ने यहां पर किसी भी धर्म को न मानने की अनिवार्यता घोषित कर रखी है । कम्युनिस्ट पार्टी के 9 करोड़ से अधिक कार्यकर्ताओं के लिए यह कड़े निर्देश हैं कि वह […]
3 जून 1947 की वह घटना जब कांग्रेस ने किये थे देश के बंटवारे पर हस्ताक्षर । आज उस घटना को घटित हुए 73 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं । दुर्भाग्य का विषय है कि आज भी कांग्रेस और देश तोड़ने वाली शक्तियों में वैसा ही समन्वय है जैसा 1947 में था। लगता है हमने […]