‘विशेष शेर’: – ज्ञान की गहराई, चरित्रा की ऊँचाई, दिलों पर गहरी छाप छोड़ती हैं। एक लम्हा ऐसा भी आता है, जब ज़िन्दगी को, रुहानी राह की तरफ मोड़ती हैं॥2674॥ सोचो, यह कितना बढ़ा अज्ञान है? ऐ बशर ! जो तेरा नहीं है, उसे तू मेरा कहता है। खुदा का नाम तेरा था, तेरा है,तेरा […]
