व्यक्ति का चिन्तन उसे, देता है व्यक्तित्व । चिन्तन आला दर्जे का, ऊँचा रखे अस्तित्व॥1721॥ चिन्तन जैसा होत है, वैसा हो व्यक्तित्व। सुई संग धागा चले, वृत्ति संग के कृतित्त्व ॥1723॥ चिन्तन मति बिगारिये, चिन्तन है बुनियाद्। ऊँचे चिन्तन से उठै, नीचे से बर्बाद॥1723॥ चिन्तन निर्मल राखिए, प्रभु की पहली पसन्द। निर्मल चिन्तन से मिले, […]
बिखरे मोती : चिंतन के संदर्भ में:-
