वी. एम. तारकुंडेमानवाधिकारों की रक्षा और इन्हें आगे बढ़ाने की दृष्टि से राष्ट्र संघ ने बहुमूल्य कार्य किये। राष्ट्र संघ ने स्त्रियों का व्यापार रोकने, विवाह की उम्र बढ़ाने, विभिन्न देशों में बाल कल्याण को सुनिश्चित करने तथा हजारों शरणार्थियों के पुनर्वास के कदम उठाए। लेकिन मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने की दृष्टि से राष्ट्र संघ […]
Category: भारतीय संस्कृति
धर्म, साम्प्रदायिकता और राजनीति
गतांक से आगे…..मस्तराम कपूरइस्लाम में भी कट्टïरता और उदारता का द्वंद्व देखा जा सकता है। प्रारंभ में इस्लाम की धार उदार रही होगी, क्योंकि अरब देशों में उसका किसी बड़े संगठित धर्म से टकराव नही हुआ। ईरान में अग्नि पूजकों के धर्म को विस्थापित करने में ऐसा लगता है उसे विशेष कठिनाई नही हुई और […]
धर्म, साम्प्रदायिकता और राजनीति
गतांक से आगे…..मस्तराम कपूरइस्लाम में भी कट्टïरता और उदारता का द्वंद्व देखा जा सकता है। प्रारंभ में इस्लाम की धार उदार रही होगी, क्योंकि अरब देशों में उसका किसी बड़े संगठित धर्म से टकराव नही हुआ। ईरान में अग्नि पूजकों के धर्म को विस्थापित करने में ऐसा लगता है उसे विशेष कठिनाई नही हुई और […]
मुम्बई का हाजी अली दरगाह बरसों से धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा है। रोज यहां हजारों पर्यटक और आस्थावान लोग आते हैं। लेकिन हाजी अली दरगाह ट्रस्ट के एक फैसले पर भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन ने आपत्ति जताई है। करीब छह महीने पहले ट्रस्ट ने दरगाह के पास महिलाओं के जाने पर पाबंदी लगा दी […]
मुम्बई का हाजी अली दरगाह बरसों से धार्मिक आस्था का प्रतीक रहा है। रोज यहां हजारों पर्यटक और आस्थावान लोग आते हैं। लेकिन हाजी अली दरगाह ट्रस्ट के एक फैसले पर भारतीय मुस्लिम महिला आंदोलन ने आपत्ति जताई है। करीब छह महीने पहले ट्रस्ट ने दरगाह के पास महिलाओं के जाने पर पाबंदी लगा दी […]
क्या है परमात्मा
परमात्मा के विराट स्वरुप और सर्व व्यापकता के सामने जब अपनी हस्ती की तुलना करता हूँ तो उस असीम के सम्मुख नगण्य पाता हूँ! किसी दूसरे की उससे तुलना करने का प्रयास करता हूँ तो शर्म आती है अपने प्रयास पर! क्योंकि उसकी सत्ता, सामथ्र्य, दया और न्याय की बराबरी करना तो दूर, पर्वत के […]
क्या है परमात्मा
परमात्मा के विराट स्वरुप और सर्व व्यापकता के सामने जब अपनी हस्ती की तुलना करता हूँ तो उस असीम के सम्मुख नगण्य पाता हूँ! किसी दूसरे की उससे तुलना करने का प्रयास करता हूँ तो शर्म आती है अपने प्रयास पर! क्योंकि उसकी सत्ता, सामथ्र्य, दया और न्याय की बराबरी करना तो दूर, पर्वत के […]
तनवीर जाफऱीजिस इस्लाम धर्म को साढ़े चौदह सौ वर्ष पूर्व हजऱत मोहम्मद के नाती हजऱत इमाम हुसैन ने अपनी व अपने परिजनों की जान की कुर्बानी देकर यज़ीद जैसे तत्कालीन दुष्ट एवं क्रूर सीरियाई शासक के चंगुल में जाने से बचाया था दुर्भाग्यवश आज वही इस्लाम धर्म क्रूर तालिबानी मुसलमानों की गिरफ़्त में जाता दिखाई […]
तनवीर जाफऱीजिस इस्लाम धर्म को साढ़े चौदह सौ वर्ष पूर्व हजऱत मोहम्मद के नाती हजऱत इमाम हुसैन ने अपनी व अपने परिजनों की जान की कुर्बानी देकर यज़ीद जैसे तत्कालीन दुष्ट एवं क्रूर सीरियाई शासक के चंगुल में जाने से बचाया था दुर्भाग्यवश आज वही इस्लाम धर्म क्रूर तालिबानी मुसलमानों की गिरफ़्त में जाता दिखाई […]
धर्म, साम्प्रदायिकता और राजनीति
मस्तराम कपूरमानव जाति के इतिहास पर नजर डालने से दिखाई देगा कि धर्म के नाम पर दुनिया में जितने अच्छे काम हुए हैं, उसे कई गुना बुरे काम हुए हैं। आदिम समाजों से लेकर आधुनिकतम समाजों तक आदमी किसी न किसी धर्म को मानता रहा है- इसकी कल्याणकारी शक्ति से प्रभावित होकर इतना नही जितना […]