आज के इस दौर में, जहाँ हमारे देशवासी छोटी-सी-छोटी तकलीफ के लिए बड़ी ही हाईपावर की दवा-गोलियों का इस्तेमाल कर अपने शरीर में जहर घोलते जा रहे हैं, वहीं हमारे ऋषि-महर्षियों द्वारा अनुभव कर प्रकाश में लाया गया एक अत्यधिक आसान प्रयोग, जिसे अपनाकर प्राचीनकाल से करोड़ो भारतवासी सदैव स्वस्थ व प्रसन्नचित्त रहते हैं। आप […]
Category: भारतीय संस्कृति
साहित्य तथा पत्र पत्रिकाओं के नाम पर आजकल देश में गंदी और अपराधों की प्रेरणा देने वाली भोंडी सामग्री का बोलबाला होता जा रहा है।राजधानी दिल्ली से लेकर मुंबई, कोलकाता, मद्रास, चण्डीगढ़, लखनऊ, भोपाल तथा जयपुर जैसे बड़े नगरों में अश्लील तथा अपराधों की ओर प्रवृत्त करने वाली पुस्तकें तथा पत्र-पत्रिकाएं धड़ल्ले से बेचने अथवा […]
महर्षि अगस्त्य एक वैदिक ॠषि थे। इन्हें सप्तर्षियों में से एक माना जाता है। ये वशिष्ठ मुनि (राजा दशरथ के राजकुल गुरु) के बड़े भाई थे। वेदों से लेकर पुराणों में इनकी महानता की अनेक बार चर्चा की गई है, इन्होने अगस्त्य संहिता नामक ग्रन्थ की रचना की जिसमे इन्होँने हर प्रकार का ज्ञान समाहित […]
-आपका जन्म हरियाणा में हुआ था।-आप वैश्य जाति में जन्मे थे किंतु आप शेर की भांति दहाड़ कर बोलते थे।-आपको गुण-कर्म-स्वभाव के आधार पर दिल्ली केसरी अथवा शेर-ए-दिल्ली कहा जाता था।-आप शाकाहारी थे और गऊ का दूध पीते थे-आप अखिल भारत हिंदू महासभा के चार बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गये।-आप दिल्ली नगर निगम और दिल्ली […]
विभाजन की पीड़ा के 66 वर्ष
आशुतोष15 अगस्त। भारत का स्वतंत्रता दिवस। हजार वर्ष की परतंत्रता और उसके विरुद्ध लड़े गये निरंतर संग्राम में से यह स्वतंत्रता प्रकट हुई थी। लेकिन यह स्वतंत्रता अपने साथ मुठ्ठी भर खुशियां लायी तो झोली भर पीड़ा। हजार साल की गुलामी में हमने भारत के जिस भू- भाग को कभी अपने से अलग नहीं माना, […]
अजेय आजाद की अजेय कहानी
चंद्रशेखर जी पढ़े लिखे तो यूं ही, हां धरनों, प्रदर्शनों और सभाओं में सक्रिय भाग लेने लग गये। और एक दिन बनारस की एक दुकान पर धरना देते हुए पकड़े गये, अभी वे मात्र चौदह वर्ष के किशोर थे।पुलिस ने इन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष ले जाकर खड़ा कर दिया।यह कौन है, इसे क्यों ले आए? […]
“वंदे मातरम” की शब्द शक्ति ”
डॉ. मधुसूदन (एक)मातृभूमि की भक्ति जगाने की शक्ति:मातृभूमि के प्रति भक्ति-भाव जगाने की शक्ति,जिस गीत के शब्दों में कूट कूट कर भरी हुयी है, ऐसे ”वंदेमातरम” का सामुहिक गान जब सम्पन्न हुआ, तो एक ओर, पंक्तियाँ गायी जा रही थी, जिसके बोल थे –-शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकितयामिनीम्फुल्लकुसुमित द्रुमदलशोभिनीम्,सुहासिनीं सुमधुरभाषिणीम्,सुखदां वरदां मातरम् । वन्दे मातरम् ।।२।।तो […]
प्रेयसी मिश्रा(1)भारतीय वैदिक परंपरा खासतौर पर हिंदू समाज में शादी के बाद महिलाओं को मांग में सिंदूर भरना आवश्यक हो जाता है। आधुनिक दौर में अब सिंदूर की जगह कुंकु और अन्य चीजों ने ले ली है। सवाल यह उठता है कि आखिर सिंदूर ही क्यों लगाया जाता है। दरअसल इसके पीछे एक बड़ा वैज्ञानिक […]
हमारी विस्मयकारी शब्द शक्ति
डॉ. मधुसूदनओउम्-गीतकार होना चाहते हो?ओउम्-प्रचण्ड शब्द शक्ति का स्रोत।ओउम् -प्रास रचना में भी सहायक ।(एक) संस्कृत गीत रचनाआपने, पूजनीय, आदरणीय, माननीय, पठनीय, वाचनीय, निन्दनीय, वंदनीय, अभिनन्दनीय, दर्शनीय, श्रवणीय इत्यादि, शब्द प्रयोग सुने होंगे। ऐसे प्राय: 250 शब्द तो सरलता से भाषा में, मिल ही जाएंगे। इन सारे शब्दों के अर्थ भी जुडे हुए हैं। जो […]
काकोरी ट्रेन डकैती और साण्डर्स की हत्या में शामिल निर्भय क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद, का जन्म 23 जुलाई, 1906 को उन्नाव, उत्तर प्रदेश में हुआ था। चंद्रशेखर आजाद का वास्तविक नाम चंद्रशेखर सीताराम तिवारी था। चंद्रशेखर आजाद का प्रारंभिक जीवन आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र भावरा गांव में व्यतीत हुआ। भील बालकों के साथ रहते-रहते चंद्रशेखर आजाद ने […]