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भारतीय संस्कृति

🚩‼️ओ३म्‼️🚩 🔥” मृतकों का श्राद्ध अशास्त्रीय एवं वेद विरुद्ध होने से त्याज्य कर्म ”

============= आश्विन मास का कृष्ण पक्ष मृत पितरों का श्राद्ध कर्म करने के लिए प्रसिद्ध सा हो गया है। इन दिनों पौराणिक नाना प्रकार के नियमों का पालन करते हैं। अनेक पुरुष दाढ़ी नहीं काटते, बाल नहीं कटाते, नये कपड़े नहीं खरीदते व सिलाते, यहां तक की विवाह आदि का कोई भी शुभ कार्य नहीं […]

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अन्धविश्वास* *23- शादी से* *पहले ३६ गुणों का मिलान करना* — *एक वैज्ञानिक प्रक्रिया**

* डॉ डी के गर्ग विवाह पूर्व जन्म पत्री मिलाने का रिवाज सिर्फ भारत में ही है ,आज भी पढ़ी लिखी जनता अनपढ़ पंडितों के जाल से बहार नहीं निकल पाती है ,ये पंडित जन्म तिथि और समय देखकर ये तो बता देते है की कुल ३६ में २४ गुण मिल गए लेकिन ये कभी […]

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भारत के हृदय अर्थात मध्य प्रदेश के सांस्कृतिक रंग

समग्र पर्यटन का केंद्र है मध्यप्रदेश – लोकेन्द्र सिंह भारत का ह्रदय ‘मध्यप्रदेश’ अपनी नैसर्गिक सुन्दरता, आध्यात्मिक ऊर्जा और समृद्ध विरासत के चलते सदियों से यात्रियों को आकर्षित करता रहा है। आत्मा को सुख देनेवाली प्रकृति, गौरव की अनुभूति करानेवाली धरोहर, रोमांच बढ़ानेवाला वन्य जीवन और विश्वास जगानेवाला अध्यात्म, इन सबका मेल मध्यप्रदेश को भारत […]

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क्या वेद जातिवाद का समर्थन करते है?

#डॉविवेकआर्य वेदों के बारे में फैलाई गई भ्रांतियों में से एक यह भी है कि वे ब्राह्मणवादी ग्रंथ हैं और शूद्रों के साथ अन्याय करते हैं | हिन्दू/सनातन/वैदिक धर्म का मुखौटा बने जातिवाद की जड़ भी वेदों में बताई जा रही है और इन्हीं विषैले विचारों पर दलित आन्दोलन इस देश में चलाया जा रहा […]

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श्राद्ध कर्मकांड पर विभिन्न समाज सुधारकों के विचार

संत कबीर के श्राद्ध पर विचार जब संत कबीर बालक थे तथा गुरू रामानंद के आश्रम मे शिक्षा ग्रहण कर रहे थे, तब की एक घटना है :- ब्राहमण धर्म के अनुसार श्राद्ध मे कौओ को खाना खिलाने से मृत व्यक्ति की भूख शान्त हो जाती है ! अपने पिता के श्राद्ध के लिये गुरू […]

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ओ३म् “ईश्वर के सत्यस्वरूप और ज्ञान का प्रकाश सर्वप्रथम वेदों द्वारा किया गया”

============ संसार की अधिकांश जनसंख्या ईश्वर के अस्तित्व को स्वीकार करती है। बहुत बड़े-बड़े वैज्ञानिक भी किसी न किसी रूप में इस सृष्टि को बनाने व चलाने वाली सत्ता के होने का संकेत करते हुए उसे दबी जुबान से स्वीकार करते हैं। हमारा अनुमान व विचार है कि यदि यूरोप के वैज्ञानिकों ने वेदों को […]

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यज्ञ🔥🔥🔥 समग्र जीव व भौतिक जगत की नैनो चिकित्सा पद्धति है*।

* 🐃🦚🤱🌏🔥🐈🌱🌳 उद्बोधन कर्ता÷पूज्य स्वामी यज्ञदेव जी। प्रस्तोता÷ आर्य सागर खारी✍✍✍ यज्ञ की क्रिया विधि, यज्ञ के लाभ, यज्ञ के प्रयोजन को लेकर असंख्य शिक्षित अशिक्षित जनों को शंका रहती हैं। कुछ लोग तो महज श्रद्धा प्रदर्शित करने के लिए यज्ञ पर श्रद्धा रखते हैं…. लेकिन वैदिक संस्कृति यज्ञ कर्मकांड आदि अनुष्ठानों की वैज्ञानिक पृष्ठभूमि […]

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देवधर मंदिर समीक्षा* — (क्या देवघर मंदिर ही देवताओं का निवास है ? )

डॉ डी के गर्ग भाग-२ देव किसे कहते है ? ये भी समझना चाहिए — देवो दानाद्वा, दीपनाद्वा घोतनाद्वा, घुस्थानो भवतीति व । । : निरुक्त अ० ७ । खं० १५ दान देने से देव नाम पड़ता है । और दान कहते है अपनी चीज दुसरे के अर्थ दे देना । दीपन कहते है प्रकाश […]

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देवधर मंदिर समीक्षा — (क्या देवघर मंदिर ही देवताओं का निवास है ? )

डॉ डी के गर्ग कृपया अपने विचार बताये और शेयर करें । पौराणिक मान्यता : बैद्यनाथ धाम द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक है. इस द्वादश ज्योतिर्लिंग विश्व का इकलौता शिव मंदिर है, जहां शिव और शक्ति एक साथ विराजमान हैं. इसलिए इसे शक्तिपीठ भी कहते है। यहाँ आसपास अनेकों मंदिर हैं। पौराणिक कथाओं में वर्णित है […]

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*◼️अमृतधारा : वेदोपदेश◼️*

✍🏻 लेखक – स्वामी दर्शनानन्द जी प्रस्तुति – 🌺 ‘अवत्सार’ 🔥ओ३म् व्रतेन दीक्षामाप्नोति दीक्षयाप्नोति दक्षिणाम्। दक्षिणा श्रद्धामाप्नोति श्रद्धया सत्यमाप्यते॥ (यजु० १९-३०) ◼️सत्य को कब जान पाता है? – इस वेदमन्त्र में परमात्मा जीवों को इस बात का उपदेश करते हैं कि जब जीव सत्य को जानने के लिए व्रत धारण करता है अर्थात् दृढ़ निश्चय […]

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