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भारतीय संस्कृति

“आओ लौट चलें वेदों की ओर”

देवेंद्र सिंह आर्य वैदिक संस्कृति ,वैदिक सभ्यता और वैदिक धर्म को किस प्रकार से सुरक्षित और संरक्षित रखते हुए हम भारत को उसके प्राचीन गौरव को प्रदान करते हुए कैसे उसे विश्व गुरु के गौरवशाली पद पर पुन: पदस्थापित करें ? इस पर लेखनी प्रत्येक विद्वान समूह सदस्य साथी की चलनी चाहिए ,ऐसी अपेक्षा की […]

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भारतीय संस्कृति

मनुस्मृति में किए गए प्रक्षेपों से सनातन वैदिक धर्म को होने वाली हानियां

ओ३म् “मनुस्मृति में किये गये प्रक्षेपों से सनातन वैदिक धर्म को होने वाली हानियां” आर्यजगत् की प्रसिद्ध वैदिक साहित्य के शोध एवं प्रकाशन की संस्था ‘आर्ष साहित्य प्रचार ट्रस्ट, दिल्ली’ द्वारा इतिहास में प्रथमवार दिनांक 26 दिसम्बर, 1981 को प्रक्षेपों से रहित ‘‘विशुद्ध-मनुस्मृति” का भव्य प्रकाशन किया गया था। इस अत्यन्त महत्वपूर्ण ग्रन्थ के व्याख्याता, […]

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भारतीय संस्कृति

मेघनाथ और लक्ष्मण युद्ध का एक प्रसंग

  सुबह मेघनाथ से लक्ष्मण का अंतिम युद्ध होने वाला था। वह मेघनाथ जो अब तक अविजित था। जिसकी भुजाओं के बल पर रावण युद्ध कर रहा था। अप्रितम योद्धा ! जिसके पास सभी दिव्यास्त्र थे। सुबह लक्ष्मण जी , भगवान राम से आशीर्वाद लेने गये। उस समय भगवान राम पूजा कर रहे थे ! […]

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भारतीय संस्कृति

सच्चे गुरु के बिना नहीं होता जीवन का कल्याण

सच्चे गुरु के बिना जीवन सफल नहीं होता। परन्तु जिसको भी गुरु बनाएँ, वह सच्चा गुरु अर्थात वेदों का विद्वान तथा वेदानुकूल आचरणवान होना चाहिए। नकली गुरु तो स्वयं डूबेगा और दूसरों को भी डुबोएगा। जैसे कोई यात्री किसी स्थान विशेष पर पहुंचना चाहता है, तो वह रास्ता चलते लोगों से पूछ लेता है, कि […]

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भारतीय संस्कृति

ईश्वर की सबसे बड़ी कृपा क्या है ? – क्या कहते हैं सभी मत और पंथ ?

ईश्वर की सबसे बड़ी कृपा क्या है ? ईसाई – पाप क्षमा करना | मुसलमान – जन्नत और हूरें प्रदान करना | पौराणिक हिन्दू – अवतार लेकर अपने भक्तों का दुःख दूर करना | वैदिक धर्मी – पुरुषार्थ के लिए, बुद्धि प्रदान करना | ईश्वर हमारे ऊपर अनेक उपकार करते हैं । और विभिन्न विभिन्न […]

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भारतीय संस्कृति

“यूनान, मिस्र, रोम सब मिट गये परंतु कुछ बात है ऐसी है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी”

प्रह्लाद सबनानी संकल्प की दृढ़ता, धैर्य और सजगता से सतत प्रयास, जिसमें योग, ध्यान, शारीरिक व्यायाम का मेल और शुद्ध सात्विक उचित आहार एवं उचित उपचार के साथ हम खुद भी इस बीमारी से बच सकते हैं तथा औरों को भी इससे बचाने के लिए सजग कर सकते हैं। पूरे विश्व के साथ-साथ भारत में […]

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भारतीय संस्कृति

‘मां!’ यह वो अलौकिक शब्द है, जिसके स्मरण मात्र से ही रोम-रोम पुलकित हो उठता है

ललित गर्ग मां प्राण है, मां शक्ति है, मां ऊर्जा है, मां प्रेम, करुणा और ममता का पर्याय है। मां केवल जन्मदात्री ही नहीं जीवन निर्मात्री भी है। मां धरती पर जीवन के विकास का आधार है। मां ने ही अपने हाथों से इस दुनिया का ताना-बाना बुना है। अन्तर्राष्ट्रीय मातृत्व दिवस सम्पूर्ण मातृ-शक्ति को […]

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भारतीय संस्कृति

सीताराम येचुरी का महाभारत और रामायण के प्रति दृष्टिकोण

3 मई 2020 को भोपाल में सीताराम येचुरी ने कहा कि रामायण और महाभारत भी हिंसा और लड़ाई के उदाहरणों से भरे हैं. ये कम्यूनिष्ट हमेशा हिन्दू को ही कोसते हैं. हिंसा क्या है यह आज बाइबिल से देखें. बाइबल में शैतान द्वारा मारे गए या मरवाए गए लोगो की संख्या 10 है. अय्यूब अध्याय […]

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भारतीय संस्कृति

हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनायें , क्या हनुमान आदि वानर बन्दर थे?

डॉ विवेक आर्य वाल्मीकि रामायण में मर्यादा पुरुषोतम श्री राम चन्द्र जी महाराज के पश्चात् परम बलशाली वीर शिरोमणि हनुमान जी का नाम स्मरण किया जाता है। हनुमान जी का जब हम चित्र देखते हैं तो उसमें उन्हें एक बन्दर के रूप में चित्रित किया गया है जिनके पूंछ भी लगी हुई है। इस चित्र […]

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भारतीय संस्कृति समाज

मां को जैसा स्थान भारत में दिया गया है वैसा किसी अन्य देश में नहीं

  डॉ. वंदना सेन जिस प्रकार भगवान या दैवीय शक्ति के लिए सारी दुनिया एक है। उसी प्रकार भगवान द्वारा पैदा किए गए व्यक्ति भी एक ही परिवार के हिस्सा हैं। वह किसी भूमि या जाति की दीवारों में कैद नहीं होने चाहिए। भारत में सदियों से प्रचलित पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नारी को महाशक्ति […]

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