प्रह्लाद सबनानी भारत में सनातन हिंदू परम्परा में नव वर्ष का एतिहासिक महत्व है। भारतीय इतिहास में दरअसल नव वर्ष मनाने के कई महत्वपूर्ण शुभ कारण मिलते हैं। शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि इसी दिन के सूर्योदय से श्रद्धेय ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की थी। भारतीय सनातन हिंदू संस्कृति के अनुसार फागुन […]
Category: भारतीय संस्कृति
ओ३म् -मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। आज दिनांक 21-3-2023 विक्रमी सम्वत् 2079 का अन्तिम दिवस है। कल से नया विक्रमी संवत् 2080 आरम्भ हो रहा है। इसी प्रकार से आज सृष्टि के आरम्भ वा प्रथम दिवस से प्रचलित सृष्टि सम्वत् 1,96,08,53,0123 का भी अन्तिम दिवस है और कल से नया सृष्टि संवत्सर आरम्भ हो रहा है। […]
– डॉ. वन्दना सेन अंग्रेजी नव वर्ष के बढ़ते प्रभाव के बीच राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर भारतीय नागरिकों को सचेत करते हुए लिखते हैं कि ये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं, है अपना ये त्यौहार नहीं, है अपनी ये तो रीत नहीं, है अपना ये त्यौहार नहीं। इन पंक्तियों का आशय पूरी तरह से […]
नववर्ष प्रतिपदा या हिंदू नववर्ष के विषय में बात करते समय हमें इसकी वैज्ञानिकता का पूर्ण आभास होना चाहिए। हमारी सनातनी कालगणना आज समूचे विश्व को हमें आदर देने को विवश करती है। उज्जैन में महाकाल की मूर्ति या विग्रह केवल धार्मिक चिन्ह नहीं अपितु समय की वैज्ञानिक गणना का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। महाकाल […]
सुरेश हिन्दुस्थानी वर्तमान भारत में जिस प्रकार से सांस्कृतिक मूल्यों का क्षरण हुआ है, उसके चलते हमारी परंपराओं पर भी गहरा आघात हुआ है। यह सब भारतीय संस्कृति के प्रति कुटिल मानसिकता के चलते ही किया गया। आज भारत के कई लोग इस तथ्य से अवगत नहीं हैं कि भारतीय संस्कृति क्या है, हमारे संस्कार […]
इस्कॉन का सच* भाग 4
Dr DK Garg भाग -4 ये सीरीज पांच भागों मे है , पहले तीन भाग में इस्कॉन के विषय में ,इनकी कार्य प्रणाली के विषय में बताया है ताकि आपको पूरी जानकारी हो सके बाकी २ भाग में विश्लेषण किया है। कृपया अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे और अन्य ग्रुप में शेयर करे। इस्कॉन परीक्षा इसके […]
इस्कॉन का सच* भाग 3
Dr DK Garg भाग -३ ये सीरीज पांच भागों मे है , पहले तीन भाग में इस्कॉन के विषय में ,इनकी कार्य प्रणाली के विषय में बताया है ताकि आपको पूरी जानकारी हो सके बाकी २ भाग में विश्लेषण किया है। कृपया अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे और अन्य ग्रुप में शेयर करे। इस्कॉन में दीक्षा […]
जियें तो ऐसे जियें
समग्र सृष्टि और एवं समस्त ब्रह्मांड में कोई ऐसा देश नहीं जो भारतीय सभ्यता और संस्कृति का प्रतियोगी तथा प्रतिभागी हो सके। भारत को ऐसे ही विश्व गुरु का पद प्राप्त नहीं था। बल्कि भारतवर्ष में अनेकों ऐसे दानवीर, शूरवीर ,उदारमना ,सरल हृदय पावन और पवित्र भावना वाले महापुरुष, ऋषि ,महात्मा, संत सृष्टि के प्रारंभ […]
इस्कॉन का सच* भाग 2
इस्कॉन का सच Dr DK Garg भाग दो International Society of Krishna Conciousness यानि इस्कॉन का नाम कारण और पंजीकरण – स्वामी जी विदेश में रहते थे जिनका सन्यास के बाद प्रभुपाद नाम हुआ ,उनकी योगिराज महापुरुष कृष्ण के जीवन चरित्र में अगाध श्रद्धा थी। अंग्रेजो के मध्य कृष्ण चरित्र पर प्रवचन देते थे और […]
इस्कॉन का सच*
Dr DK Garg ये सीरीज पांच भागों मे है ,कृपया अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे और अन्य ग्रुप में शेयर करे। भाग /एक इस्कॉन क्या है? इस्कॉन हिंदी का शब्द नही है ये अंग्रेजी के International Society for Krishna Consciousness – ISKCON; उच्चारण : इंटर्नैशनल् सोसाईटी फ़ॉर क्रिश्ना कॉनशियस्नेस् -इस्कॉन), से बना है। जिसका यदि हिंदी […]