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भारतीय संस्कृति

जैन मत समीक्षा*

* डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखो की मदद ली गयी है। कृपयाअपने विचार बतायें और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-१ जैन मत परिचय : जैन धर्म के २४ तीर्थंकर हैं , जिनमें […]

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ओ३म् “परम दयालु, कृपालु और हमारा हितैषी परमेश्वर”

============ यदि हम विचार करें कि संसार में हमारे प्रति सर्वाधिक प्रेम, दया, सहानुभूति कौन रखता है, कौन हमारे प्रति सर्वाधिक सम्वेदनशील, हमारे सुख में सुखी व दुःख आने पर उसे दूर करने वाला, हमारे प्रति दया, कृपा व हित की कामना करने वाला है, तो हम इसके उत्तर में अपने माता-पिता, आचार्य और परमेश्वर […]

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अग्नि पुरुष का मार्ग आकर्षक क्यों होता है?

एक अग्नि पुरुष कैसे जीता है? एक अग्नि पुरुष अन्य लोगों के लिए किस प्रकार प्रेरणादायक होता है? अग्नि पुरुष का मार्ग आकर्षक क्यों होता है? मानव जीवन का वास्तविक उद्देश्य क्या है? वि वातजूतो अतसेषु तिष्ठते वृथा जुहूभिः सृृण्या तुविष्वणि। तृृषु यदग्ने वनिनो वृृषायसे कृृष्णं त एम रुशदूर्मे अजर ।। ऋग्वेद मन्त्र 1.58.4 (कुल […]

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*जैन पंथ समीक्षा* 2

डॉ डी के गर्ग ये लेख छ भाग में है ,कृपया अपने विचार बताए और शेयर करे। भाग -2 जैन पंथ में णमोकार मंत्र- विश्लेषण:- 1 णमोकार मंत्र कब और किसने लिखा? किस धर्म ग्रन्थ से लिया गया है? इसका कोई उत्तर नहीं है,और ये भी स्पष्ट है कि ये मंत्र जैन धर्म के संस्थापक […]

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वेदों में ईश्वर के अनेक नाम हैं

● वेदों में ईश्वर के ऐसे-ऐसे अनेक नाम हैं ! ● ● In Vedas we find such amazing names for the most wonderful God ! ● [Ref: Maharshi Dayananda’s book ‘Aaryaabhivinay’, part I, presented here by: Bhavesh Merja] ● मघवन् = सर्वशक्तिमन् = Mighty Lord, Omnipotent. ● अद्भुतः = अत्यन्त आश्चर्यरूप = Most wonderful. ● […]

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*जैन पंथ समीक्षा*

डॉ डी के गर्ग ये लेख छ भाग में है ,कृपया अपने विचार बताए और शेयर करे। भाग १ जैन पंथ में णमोकार मंत्र–प्रचलित मान्यता — जैन मत में णमोकार मंत्र की सबसे अधिक मान्यता है। उनका मानना है की इस मंत्र के जप से मुक्ति मिलती है। इसलिए अक्सर यज्ञ हवन कीर्तन आदि के […]

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बौद्ध पंथ –एक विस्तृत अध्ययन* 12

डॉ डी क गर्ग –भाग-12 नोट : प्रस्तुत लेखमाला ९ भाग में है ,ये वैदिक विद्वानों के द्वारा समय समय पर लिखे गए लेखो के संपादन द्वारा तैयार की गयी है ,जिनमे मुख्य विद्यासागर वर्मा ,पूर्व राजदूत, कार्तिक अय्यर, गंगा प्रसाद उपाधयाय प्रमुख है। कृपया अपने विचार बताये और फॉरवर्ड भी करें । गौतम बुध […]

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बुद्ध-पूर्णिमा और गौतम बुध* 2

* डॉ डी के गर्ग निवेदन: ये लेख 6 भागो में है ,पूरा पढ़े / इसमें विभिन्न विद्वानों के द्वारा समय समय पर लिखे गए लेखो की मदद ली गयी है । कृपया अपने विचार बताये। भाग- 2 –बुद्ध से सम्बंधित कुछ प्रश्नोत्तरी : साभार- विद्यासागर वर्मा ,पूर्व राजदूत प्रश्न १ : क्या महात्मा बुद्ध […]

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सूर्यवंशी राजा विजय के जीवन के कुछ पहलू

आचार्य डॉ राधे श्याम द्विवेदी अयोध्या के सूर्यवंशी राजा हरिशचंद्र के पुत्र का नाम रोहित था। रोहित के पुत्र को हरित के नाम से जाना जाता था, और हरित का पुत्र चम्पा था। चम्पा का पुत्र सुदेव था। उसका पुत्र विजय था।चम्प से सुदेव और उसका पुत्र विजय हुआ। इसी राजा के कार्यकाल में आदि […]

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*🥀मनुस्मृति में शूद्रों की स्थिति और भारतीय संस्कृति🥀*

डॉ सुरेंद्र कुमार मनुस्मृति भाष्यकार एवं पूर्व कुलपति गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय मनुस्मृति के अन्तःसाक्ष्यों पर दृष्टिपात करने पर हमें कुछ अत्यन्त महत्त्वपूर्ण एवं आधारभूत तथ्य उपलब्ध होते हैं जो शूद्रों के विषय में मनु की भावनाओं का संकेत देते हैं। वे इस प्रकार हैं― 🌻(1) दलितों-पिछड़ों को शूद्र नहीं कहा―आजकल की दलित, पिछड़ी और जनजाति […]

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