Dr DK Garg निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। जैन धर्म में संथारा प्रचलित विस्वास : जैन मत में संथारा लेने का एक […]
Category: भारतीय संस्कृति
जैन मत समीक्षा* भाग ___ 15
* डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-15 जैन मत में गपोड़े और अंधविश्वास जैन धर्मग्रंथ कल्पभाष्य में लिखा […]
जैन मत समीक्षा* भाग___ 14
* डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-14 जैन मत में गपोड़े कृपया ध्यान दे ;– विवेकसार पृष्ठ १०१ […]
शरीर में आत्मा मृत्यु के समय हृदय में अपनी इंद्रियों की सारी शक्तियों को लेकर वापस आ जाती है । और वहां से विदाई लेती है।विगत किस्त में हम ऐसा वर्णन पढ रहे थे। तथा आत्मा के द्वारा योनि परिवर्तन के विषय में भी पढ़ रहे थे। इसको और अधिक स्पष्ट करते हुए एक अन्य […]
जैन मत समीक्षा, भाग____13
** निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखों की मदद ली गयी है। कृपया अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-13 Dr DK Garg जैन मत में उपवास और लम्बे समय तक भूखे रहना ही तप […]
ज्वाला जी का मंदिर*
* डॉ डी के गर्ग (शिक्षाविद् , लेखक) की कलम से -ः माँ भगवती ज्वाला जी के नाम से प्रसिद्ध मंदिर जो कि कांगड़ा नगर से 30 किलो मीटर दूर एक नदी के तट पर है। मंदिर अति प्राचीन और हिन्दुओं की 51 शक्ति पीठ में से एक है। मंदिर में कोई मूर्ति नहीं है। […]
जीव अर्थात आत्मा जब पंचभूत और सूक्ष्म शरीर को प्राप्त करता है उस समय की जन्म लेने की स्थिति और मृत्यु के समय समस्त इंद्रियों के द्वारा जीव की विदाई की स्थिति पर दसवीं किस्त में चर्चा हो चुकी है। इससे आगे बृहदारण्यक उपनिषद का अध्ययन करते हैं। जिसके पृष्ठ संख्या 1170 पर निम्न प्रकार […]
जैन मत समीक्षा* भाग 12
* डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखो की मदद ली गयी है। कृपय अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-12 जैन मत में मूर्ति पूजा परमात्मा /ईश्वर का स्वरूप -जिसकी आराधना […]
भारत के जिन राजाओं ने भारतीय संस्कृति को विश्व संस्कृति बनाए रखने के दृष्टिकोण से उसकी रक्षा को अपने जीवन का उद्देश्य समझा, उन महान् राजाओं में गुर्जर सम्राट मिहिरभोज का नाम सदा ही सम्मान के साथ लिया जाता रहेगा। यह हमारे देश का सौभाग्य ही था कि सम्राट मिहिरभोज जैसा शासक उसे उस समय […]
जैन मत समीक्षा , अध्याय 11
डॉ डी के गर्ग निवेदन : ये लेखमाला 20 भाग में है। इसके लिए सत्यार्थ प्रकाश एवं अन्य वैदिक विद्वानों के द्वारा लिखे गए लेखो की मदद ली गयी है। कृपय अपने विचार बताये और उत्साह वर्धन के लिए शेयर भी करें। भाग-11 जैन मत में मूर्ति पूजा सनातन धर्म का मूल वेदों पर आधारित […]