*”परिवार के मुखिया की मृत्यु होने पर, उस परिवार के लोग, अपने परिवार के ही किसी अधिकतम योग्य व्यक्ति को अपना नेता मार्गदर्शक निर्देशक घर का संचालक आदि के रूप में यदि स्वीकार करते हैं। और फिर वे उसके निर्देश आदेश में यदि चलते हैं, तब तो परिवार में संगठन सुरक्षा आनंद उत्साह आदि खुशियां […]
Category: आज का चिंतन
बहुत ही जटिल विषय है कर्मों का फल
ज्ञान कर्म और उपासना, व्यक्ति इन तीनों से कभी भी खाली नहीं रहता। इन तीनों को शुद्ध बनाएं। तभी आपका इस जीवन का भविष्य तथा अगले जन्मों का भविष्य सुखदायक होगा।” “कर्मों का फल” बहुत जटिल विषय है। बड़े-बड़े विद्वान इस विषय को ठीक से समझ नहीं पाते। “ऋषियों ने वेदों का गहराई से अध्ययन […]
“ज्ञान कर्म और उपासना, व्यक्ति इन तीनों से कभी भी खाली नहीं रहता। इन तीनों को शुद्ध बनाएं। तभी आपका इस जीवन का भविष्य तथा अगले जन्मों का भविष्य सुखदायक होगा।” “कर्मों का फल” बहुत जटिल विषय है। बड़े-बड़े विद्वान इस विषय को ठीक से समझ नहीं पाते। “ऋषियों ने वेदों का गहराई से अध्ययन […]
गायत्री तेरा करे यजन
कविता — 25 हे परमेश्वर ! हे सच्चिदानंद !! अनंत स्वरूप !!! निराकार !ध्यान में आ नहीं सकता तेरा रूप।। तुम अज, निरंजन और कहे जाते निर्विकार। हे जगतपिता ! विद्वत जन कहते सर्वाधार।। सकल जगत के उत्पत्तिकर्ता ! हे अनादे ! विश्वंभर! सर्वव्यापी ! ऐसा कहकर गायत्री तेरा करे यजन।। हे करुणावरूणालय ! सर्वशक्तिमान […]
〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ साधकों को ध्यान के दौरान कुछ एक जैसे एवं कुछ अलग प्रकार के अनुभव होते हैं। अनेक साधकों के ध्यान में होने वाले अनुभव एकत्रित कर यहाँ वर्णन कर रहे हैं ताकि नए साधक अपनी साधना में अपनी साधना में यदि उन अनुभवों को अनुभव करते हों तो वे अपनी साधना की प्रगति, स्थिति […]
ओ३म् ========= वैदिक साहित्य में एक नई अंग्रेजी पुस्तक “Fountain of Vedic Wisdom” का प्रकाशन विगत वर्ष सन् 2021 में हुआ है। इस पुस्तक के लेखक हैं श्री कृष्ण चोपड़ा जी, इंग्लैण्ड। पुस्तक में चारों वेदों से चुने हुए 365 मन्त्र लेकर प्रत्येक मन्त्र का एक शीर्षक देकर उसकी अंग्रेजी में व्यवहारिक एवं उपयोगी व्याख्या […]
ओ३म् ======== वर्तमान समय में जन्म दिवस एवं विवाह की वर्षगांठ धूमधाम से मनाने का प्रचलन काफी अधिक हुआ है। ग्रामीण अंचलों में शायद यह कम होगा, परन्तु नगरों में यह प्रायः सभी परिवारों में मनाया व आयोजित किया जाता है। फेसबुक आदि पर भी बहुत से लोग इस अवसर पर अपने मित्रों व परिचितों […]
ओ३म् ========= इस संसार और पूरे ब्रह्माण्ड में सबसे महान कौन है? इसका उत्तर है कि इस संसार को बनाने व चलाने वाला जगदीश्वर सबसे अधिक महान पुरुष है। ईश्वर के बाद संसार में सबसे महान पुरूष व मनुष्यों के आदर्श कौन हैं, इसका उत्तर है वेदों के अनुयायी व अनुमागी सभी ऋषि महान और […]
ओ३म् ========== हमें हितकारी प्रकाशन समिति, हिण्डौन सिटी से कुछ पुस्तकें प्राप्त हुई हैं जिनमें से एक पुस्तक ‘यज्ञ क्यों?’ है। ‘यज्ञ क्यों?’ पुस्तक में नाम के साथ बताया गया है कि यह पुस्तक तर्क की कसौटी पर अग्निहोत्र को प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक के लेखक हैं श्री गजानन्द आर्य, पूर्व प्रधान, परोपकारिणी सभा, […]
पंकज जगन्नाथ जयस्वाल सनातन धर्म को गलत तरीके से प्रदर्शित करने के लिए ‘कर्म योग’ के बारे में बहुत सी भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। भ्रांतियों में से एक यह है कि व्यक्ति को केवल भगवान के प्रति समर्पण की आवश्यकता होती है और उसकी इच्छाएं किसी भी प्रकार के ‘कर्म’ (कार्य) किए बिना पूरी […]