स्व. महात्मा हंसराज जी अपने ग्राम में मैंने केवल एक बार किसी वृद्ध व्यक्ति से सुना था कि लाहौर में एक साधु आया हुआ है, जो ईसाइयों से वेतन पाता है तथा हिन्दू धर्म के विरुद्ध उपदेश करता है। उस समय मुझे यह ज्ञात नहीं था कि यह ऋषि दयानन्द है तथा उनका उपदेश क्या […]
Category: आज का चिंतन
रचना श्रीवास्तव, अमेरीका शनिवार जून ४ ,२०२२ को कैलिफ़ोर्निया ,अमेरिका के जैन सेंटर ऑफ़ साउदर्न (southern ) कैलिफोर्निया (JCSC )के साथ मिल कर ‘फेडरेशन ऑफ़ जैन एसोसिएशन इन नार्थ अमेरिका (JAINA )’ने भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों और महावीर दर्शन पर शान्ति और संघर्ष पर संवाद का आयोजन ,अहिन्सा विश्व भारती के संस्थापक आचार्य लोकेश मुनि जी […]
भूल जा कड़वे अतीत को, मत कर उसको याद। सोच समय सम्पत्ति को, कर देगा बर्बाद॥1687व भक्ति के संदर्भ में:- एक जाप एक ध्यान हो, मत भटकै चहुँ ओर। हिये में आनन्द स्रोत है, सुन अनहद का शोर॥1688॥ भगवद – भाव में जी सदा, जो चाहै कल्याण। यही कमाई संग चले, जब निकलेंगे प्राण॥1689॥ दुनिया […]
ओ३म् ========= ऋग्वेद एवं अथर्ववेद में एक मन्त्र आता है जिसमें वैदिक नारी के छः भूषणों का उल्लेख वा वर्णन है। हम इस मन्त्र व इस पर आर्यजगत के कीर्तिशेष संन्यासी स्वामी विद्याननन्द विेदेह जी के पदार्थ व व्याख्या को प्रस्तुत कर रहे हैं। मन्त्र निम्न हैः इमा नारीरविधवाः सुपत्नीरांजनेन सर्पिषा सं विशन्तु। अनश्रवोऽनमीवाः सुरत्ना […]
निर्जला एकादशी व्रत की वास्तविकता
निर्जला एकादशी व्रत की वास्तविकता को समझने से पहले हम यह जान लें निर्जला एकादशी व्रत क्या है? आज निर्जला एकादशी व्रत है। एकादशी यद्यपि 10 जून और 11 जून दोनों दिन की है ,लेकिन व्रत आज ही 10 जून कब मनाया जा रहा है। निर्जला एकादशी व्रत सभी एकादशियों में सबसे बड़ी एकादशी मानी […]
क्या सचमुच मौत का कोई इलाज नहीं ?
जनसाधारण के मुंह से हम अक्सर ऐसा सुनते आए हैं कि मौत का कोई इलाज नहीं है। क्या यह सच है ? – इस लेख के माध्यम से हम इस पर ही विचार करेंगे। संसार में आकर हम छोटे-मोटे रोगों के बारे में तो बहुत विचार करते हैं, बहुत चिंतन करते हैं, बहुत चिंता करते […]
ओ३म् -गुरुकुल पौंधा देहरादून का 22वां वार्षिकोत्सव सोल्लास सम्पन्न- ======== देहरादून स्थित गुरुकुल पौंधा का तीन दिवसीय 22वां वार्षिकोत्सव आज दिनांक 5-6-2022 को सोल्लास सम्पन्न हुआ। आज की मुख्य विशेषता यह थी आयोजन में एम.डी.एच. मसालों के स्वामी महाशय राजीव गुलाटी जी के प्रतिनिधि श्री अनिल अरोड़ा जी पधारे और उन्होंने बताया कि महाशय राजीव […]
‘मानव मस्तिष्क और भांग ‘
=============== *क्या आदियोगी भगवान शिव भांग का सेवन करते थे*? भारतवर्ष में भांग के पौधे से अधिकांश जन परिचित है। पहाड़ हो या मैदान उत्तर भारत हो या दक्षिण भारत भांग का पौधा खेतों की मेड, नदी -नालों’ जलीय स्रोतों के किनारे दिख ही जाता है। संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी में भांग के दर्जनों नाम है। […]
विद्या” – ‘धर्म का आठवाँ लक्षण।’
***** दयानन्द ने विद्या प्राप्त करने की प्रेरणा अनेक स्थलों पर दी है। – अविद्या का नाश और विद्या की वृद्धि करनी चाहिए। – विद्या का जो पढ़ना-पढ़ाना है यही सबसे उत्तम है। – स्वाध्याय (पढ़ना) और प्रवचन (पढ़ाना) का त्याग कभी नहीं करना चाहिए। – विद्यादि शुभ गुणों को प्राप्त करने के प्रयत्न में […]
देश को विश्व गुरु बनाने का दायित्व हिंदू समाज पर ही निर्भर है। हमे एक ही कार्य करना होंगा की पूरे देश के सभी मंदिरों को एकदुसरे से जोड़ना होंगा। और राम मंदिर को इन सभी मंदिरों का मुख्य कार्यालय बनाना होंगा। और वही से देश के सभी मंदिरों को चलाना होंगा और देश के […]