ओ३म् *🌷ईश्वर का आश्रय ही सबसे बड़ा आश्रय🌷* ईश्वर कहता है― *अहमिन्द्रो न परा जिग्य इद्धनं न मृत्यवेऽव तस्थे कदा चन ।* *सोममिन्मा सुन्वतो याचता वसु न मे पूरवः सख्ये रिषाथन ।।* ―(ऋ० १०/४८/५) *भावार्थ―*मैं परमैश्वर्यवान् सूर्य के सदृश सब जगत् का प्रकाश हूँ। कभी पराजय को प्राप्त नहीं होता और न कभी मृत्यु को […]
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‘मनुस्मृति’ में गायत्री
‘मनुस्मृति’ में गायत्री मनु महाराज ने गायत्री को विशेष महत्त्व दिया है। निम्नलिखित श्लोक देखिए― सहस्र कृत्वस्त्वभ्यस्य बहिरेतत् त्रिक्रं द्विजः । महतोऽप्येनसो मासात् त्वचेवाहिर्विमुच्यते ।। (2.79) ―जो द्विज एक मास तक बाहर एकान्त स्थान में प्रतिदिन एक हजार बार गायत्री मन्त्र का जप करता है, वह बड़े भारी पाप से भी इस प्रकार छूट जाता […]
जे. पी. शुक्ला छत्तीसगढ़ के पशुपालकों को लाभ पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना चलाई जा रही है। मुख्यमंत्री गोधन न्याय योजना के तहत राज्य सरकार पशुपालन करने वाले किसानों से गाय का गोबर खरीदेगी। हमारे देश में ज़रूरतमंद लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए भारत सरकार उनकी मदद के लिए तरह-तरह […]
ओ३म् ========== आर्यसमाज के प्रसिद्ध पुरोहित पं. वेदवसु शास्त्री जी ने कहा कि जिसकी कीर्ति होती है वह अपनी मृत्यु के बाद भी हजारों वर्ष तक जीवित रहता है। पं. वेदवसु शास्त्री आज देहरादून में शीर्ष वैदिक विद्वान श्री वीरेन्द्र राजपूत जी की धर्मपत्नी माता सुशीला देवी जी की श्रद्धांजलि सभा में बोल रहे थे। […]
वैदिक संस्कृति की महानता
डॉ0 राकेश कुमार आर्य हम यज्ञादि पर उद्घोष लगाया करते हैं कि-‘प्राणियों में सदभावना हो’ और-‘विश्व का कल्याण हो’-इनका अर्थ तभी सार्थक हो सकता है जब हम अपनी नेक कमाई में से अन्य प्राणियों के लिए भी कुछ निकालें और उसे हमारे पूर्वज वैद्य हम लोगों से कितने सुंदर और उत्तम ढंग से निकलवा लेते […]
महरौनी(ललितपुर)..महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में विगत 2 वर्षों से संचालित मंत्री आर्यरत्न शिक्षक लखनलाल आर्य द्वारा आयोजित आर्यों का महाकुंभ के मुख्य वक्ता सुप्रसिद्ध इतिहासकार डॉ राकेश कुमार आर्य ने कहा कि भारत के वास्तविक इतिहास को विलुप्त करके जो इतिहास में पढ़ाया गया है वह षड्यंत्रकारियों के पापों […]
ओ३म ========= आर्यसमाज धामावाला, देहरादून में दिनांक 22-9-2022 से 25-9-2022 तक चार दिवसीय वेद प्रचार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में आर्यजगत के गौरव एवं युवा विद्वान श्री योगेन्द्र याज्ञिक जी वेद प्रचार हेतु होशंगाबाद से पधारे। आचार्य जी ने प्रातः व सायं सत्संगों में अपने विद्वतापूर्ण प्रवचनों से श्रोताओं को वैदिक मान्यताओं का […]
दो प्रकार के रोग होते हैं। एक — शारीरिक, और दूसरे — मानसिक। “खांसी ज़ुकाम बुखार टीबी कैंसर इत्यादि ये शारीरिक रोग हैं। और काम क्रोध लोभ ईर्ष्या द्वेष अभिमान इत्यादि ये मानसिक रोग हैं। दोनों प्रकार के रोग व्यक्ति को दुख देते हैं। दोनों से बचने का प्रयत्न करना चाहिए।” इनमें से ‘क्रोध’ भी […]
प्रेम और मोह में अंतर
बिखरे मोती प्रेम और मोह में अंतर प्रेम में मनुष्य तेरा ही तेरा कहता है अर्थात् त्याग और बलिदान की भावना प्रबल होती है जबकि मोह में मनुष्य मेरा ही मेरा कहता है अर्थात् स्वार्थ और संकीर्णता की भावना होती है इसलिए सर्वदा प्राणी मात्र से प्रेम करो पर मोह- पाश में मत फँसो I […]
*तपस्वी जीवन*
*तपस्वी जीवन* स्मृतिकार कहते हैं कि जिस मार्ग से सम्राट यात्रा कर रहा हो और उसी मार्ग पर सम्राट को गुरुकुल का ब्रह्मचारी आता हुआ दिखाई दे तो सम्राट को उस ब्रह्मचारी के लिए उस मार्ग को खुला छोड़ देना चाहिए। जिस आयु में आपके बच्चे आपके साथ खेल खेलते हैं मेला घूमने जाते हैं […]