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आज का चिंतन

बद्री विशाल –(बद्रीनाथ का मंदिर)* (बद्रीनाथ, केदारनाथ ,विश्वनाथ ,जगन्नाथ आदि के मंदिर की वास्तविकता )

* मैंने कई स्थानों पर लिखा देखा “जय बद्री विशाल”, इसको पढ़ने के बाद बदरीनाथ भगवान के विषय में जानने की उत्सुकता हुई । तब मालूम हुआ कि इससे मिलते जुलते और भी नाम है जैसे कि केदारनाथ ,विश्वनाथ ,जगन्नाथ आदि । प्रश्न हैं कि क्या ये सभी एक ही ईश्वर के नाम है या […]

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*ईश्वर स्तुति सूत्र*

Dr DK Garg 1.प्रात काल स्नान आदि से निवृत होकर एकांत में बैठकर ईश्वर की स्तुति,उपासना,प्रार्थना करनी चाहिए,उस समय मोबाइल इत्यादि बिलकुल आसपास ना हो। 2.उस समय बाहरी विचारो का प्रवाह नही होना चाहिए,केवल ईश्वर और आपके मध्य कोई दूसरा ना हो। 3.ईश्वर और आपके मध्य संबंध पिता ,माता,भाई ,राजा ,प्रजा , गुरु ,गणपति आदि […]

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क्या वास्तव में ईश्वर है ? है, तो कैसा है ?

रचनाकार के बिना सुन्दर रचनायें नहीं हो सकती । नियामक के बिना सुन्दर नियम नहीं हो सकते । प्रबन्धक के बिना सुन्दर प्रबन्ध नहीं हो सकते । गुरु के बिना हम ज्ञानवान नहीं हो सकते । जैसे सोने से अपने आप आभूषण नहीं बन सकता वैसे ही प्रकृति ( Matter ) से अपने आप सृष्टि […]

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तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा

तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा बहुत हंसी आती है ऐसी बातों पर =वैदिक धर्म में अंधविश्वास का कोई स्थान नहीं हैं वैदिक धर्म में तीन (३) अंक को बहुत शुभ माना गया है । वैदिक धर्म में तीन का कितना महत्व है वह निम्नलिखित कुछ बिंदुओं द्वारा प्रमाणित किया जा सकता सकता है । तीन दुःख […]

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ओ३म् “मनुष्य जीवन की सार्थकता वेदाध्ययन एवं वेदानुकूल आचरण में है”

=========== हम मनुष्य हैं और अपनी बुद्धि व ज्ञान का उपयोग कर हम सत्य और असत्य का निर्णय करने में समर्थ हो सकते हैं। परमात्मा ने सृष्टि के आरम्भ में चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद का ज्ञान दिया था। यह ज्ञान सभी मनुष्यों के लिए दिया गया था। यह ज्ञान सभी श्रेणी के […]

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🌻👁️आओ थोड़ा गम्भीरता से चिन्तन करें 🌻

आज जब मैं वर्तमान परिवेश मे देखता हूँ और गम्भीरता से चिन्तन करता हूँ तो अक्सर मैंने देखा है कि लोगों के पास थोड़ी सी सम्पत्ति या थोड़ा ऊँचा पद मिल जाता है तो वह अपने अतीत को भूलकर ‘अहम् ‘ मे डूब जाता है ,पर वह इस सच्चाई को भूल जाता है कि ‘ […]

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*अभी तो हमारा पतन शुरू हुआ हैं*

लेखक आर्य सागर खारी आज मेरे एक आर्य समाजी मित्र जो पेशे से अधिवक्ता है डिस्ट्रिक्ट कोर्ट गौतम बुद्ध नगर में प्रैक्टिस करते हैं घर पर आए उनसे काफी विस्तृत वार्तालाप विविध विषय पर हुआ । विषयांतर होते हुए हमारी चर्चा विवाह जो आर्यों या हिन्दूओं का प्रमुख संस्कार है ग्रहस्थ आश्रम का प्रमुख उत्प्रेरक […]

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देवधर मंदिर समीक्षा* — (क्या देवघर मंदिर ही देवताओं का निवास है ? )

* डॉ डी के गर्ग भाग-3 देव पूजा क्या है और कैसे की जाती है ? देवता दो प्रकार के होते है जिनकी पूजा को देव पूजा कहते है। ये है — १ चेतन देवता और २ जड़ देवता चेतन देवता के अंतर्गत माता ,पिता और आचार्य, संत, अतिथि आदि आते है। इनकी पूजा कैसे […]

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*आदित्यमुनि और दार्शनेय लोकेश से आर्य जनता सावधान*

डॉ. ज्वलन्त कुमार शास्त्री मो. 7303474301 ऋषि दयानंद की वास्तविक और प्रामाणिक जन्मतिथि वि. सं. 1881 फाल्गुन बदि 10 शनिवार तदनुसार 12 फरवरी 1825 ई. है। स्वामी दयानंद की कल्पित जन्म कुंडली जियालाल जैनी ने 1890 से लेकर 1894 तक प्रसारित की थी। जिसके अनुसार स्वामी जी की जन्मतिथि 2 सितंबर 1824 ई.थी। बाद में […]

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क्षमादान है मन के परिष्कार की पराकाष्ठा

क्षमावाणी दिवस- 18 सितम्बर, 2024 -देवेन्द्र ब्रह्मचारी – दिगम्बर जैन समाज का सबसे अहम आत्म शुद्धि का महापर्व दशलक्षण पर्व इस वर्ष भादो सुदी पंचमी 8 सितम्बर से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी 17 सितम्बर तक मनाया जा रहा है। उत्तम क्षमा से प्रारम्भ होकर क्षमावाणी पर्व पर यह संपन्न होगा, दस दिनों तक क्रमशः दस […]

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