आनन्द की खोज में… महलों में आनन्द नहीं, मिलता किसी कुटीर। आनन्द की खोज में, गौतम हुए फकीर ।।2202॥ आनन्द कहाँ मिलता है:- जग सुविधा ही दे सके, नहीं देता. आनन्दा। बैठ प्रभु की गोद में, मिले अतुलित आनन्द।।2203॥ यदि आनन्द की अभिच्षा है तो :- खो-जा हरि के नाम में, पा अतुलित आनन्द। मत […]
Category: आज का चिंतन
ओ३म् =========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून की पर्वतीय इकाई में 10 दिवसीय सामवेद पारायण एवं गायत्री महायज्ञ का आयोजन 10 मार्च, 2023 से आरम्भ हुआ था। यह आयोजन सफलतापूर्वक आज रविवार दिनांक 19-3-2023 को सम्पन्न हुआ। आज रविवार दिनांक 19 मार्च, 2023 को ही इस महायज्ञ की पूर्णाहुति सम्पन्न हुई। यज्ञ पांच यज्ञ वेदियों […]
सनातन वैदिक धर्म की मान्यताएं
वैदिक मान्यताओं के अनुसार नारी व शूद्र को भी विद्या प्राप्ति का समान अधिकार है। जहां तक शूद्र की बात है तो हम सभी शूद्र हैं। आर्य मान्यता है कि जन्म के आधार पर सभी शूद्र हैं। कर्म के आधार पर समाज में ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, और शुद्र वर्ण बनाये गए हैं। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य […]
ऋषिराज नागर (एडवोकेट) आधुनिक समाज में अच्छी शिक्षा या विद्या प्राप्त करना सभी जातियों में अच्छा माना जाता है। शिक्षित समाज ही उन्नति करता है। अच्छे-अच्छे वैज्ञानिक तथा उच्च पदाधिकारी अच्छी शिक्षा के द्वारा ही अपने-2 पदो पर आसीन हैं। जो समाज अशिक्षित या बिना पढ़ा लिखा है वह उन्नति नहीं कर सकता। धर्म या […]
रितिका कमठान भारतीय एयरफोर्स में सात मार्च का दिन ऐतिहासिक रहा है। भारतीय वायुसेना ने ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी को नई जिम्मेदारी है। पश्चिमी सेक्टर में फ्रंटलाइन कॉम्बैट यूनिट की कमांड अब भारतीय वायुसेना की ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी संभालेंगी। भारतीय वायुसेना में ये पहला मौका है जब कोई महिला कॉम्बैट यूनिट की जिम्मेदारी संभालेगी। […]
रंग शब्द हिंदी का नहीं बल्कि …..
साभार…. #रंग रंग शब्द हमारा नहीं है। लेकिन हमने इसे न केवल अपनाया है, बल्कि आत्मसात किया है। बसंत की सुंदरता से लेकर फागुन के गीतों तक यह रच बस गया है। इसका आगमन फारसी भाषा से उर्दू के जरिए हुआ है। रंग शब्द का असल में अर्थ होता है, आनंद। यह अर्थ ही इस […]
आर्य मान्यतऐं—— जिनके अपनाने से होता है हमारे जीवन का श्रंगार भारत के आर्य ऋषियों की मान्यताएं वास्तव में वैश्विक मान्यताएं हैं। यह ऐसी मान्यताएं हैं जिनसे विश्व समाज सृष्टि के पहले दिन से लाभान्वित होता आ रहा है। वैदिक मान्यताओं के अनुसार नारी व शूद्र को भी विद्या का समान अधिकार है। जहां तक […]
वेदों के पांच ऋषि
वेदों के पांच ऋषि #डॉविवेकआर्य ऋग्वेद 10/150/ 1-5 मन्त्रों में अग्नि रूप परमेश्वर को सुख प्राप्ति के लिए आवाहन करने का विधान बताया गया है। ईश्वर से प्रार्थना करने और यज्ञ में पधारकर मार्गदर्शन करने की प्रार्थना की गई है। धन, संसाधन, बुद्धि, सत्कर्म इच्छित पदार्थों, दिव्या गुणों आदि की प्राप्ति के लिए व्रतों का […]
✍️ डॉ. राधे श्याम द्विवेदी जाके सिर कर धर्यो तासु कर तर नहीं आद्यो । अर्प्यो पद निर्बान सोक निर्भय करि छाड्यो ॥ तेजपुंज बल भजन महामुनि ऊँधरेता । सेवत चरणसरोज राय राणा भुवि जेता ॥ दाहिमा बंस दिवसकर उदय संत कमल हय सुख दियो । निर्वेद अवधि कलिकृष्णदास अन परिहरी पय पान कियो।। ( […]
मूर्ति पूजा व तीर्थ स्थल
(ऋषि राज नागर एडवोकेट) आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वाले कुछ भक्त लोगों को शुरू-शुरू में जब अन्दर देवी देवताओं की आकृति की अनुभूति भजन- सुमिरन या भक्ति करते हुए हुई तो उन्होंने प्रेम में मिट्टी या पत्थरों से उसकी आकृति को बनाया। जैसे भक्ति भावना करते समय कुछ भक्त गुदा चक्र पर (मूल चक्र) पर […]