* डॉ डी के गर्ग निवेदन: कृपया अपने विचार बताये और शेयर करें। वराह अवतार कथा पौराणिक कथा : पुरातन समय में दैत्य हिरण्याक्ष ने जब पृथ्वी को ले जाकर समुद्र में छिपा दिया तब ब्रह्मा की नाक से भगवान विष्णु वराह रूप में प्रकट हुए। भगवान विष्णु के इस रूप को देखकर सभी देवताओं […]
Category: आज का चिंतन
दि० ३ अगस्त १८७५ को पूना में दिए गए अपने भाषण में महर्षि दयानन्द ने बड़े मार्मिक शब्दों में कहा – “हमारे भाई शास्त्री लोग हठ करते हैं, यह हम सबका दुर्भाग्य है । हमारे भरत-खण्ड देश से वेदों का बहुत-सा धर्म लुप्त हो गया है और रहा-सहा हम लोगों के प्रमाद से नष्ट होता […]
भागवत कथा रहस्य* भाग 3
* भागवत कथा कहने वाले कथाकार कुछ कहानियों का सहारा लेते हैं,लेकिन ये कहानियां वास्तविक घटना नहीं,अपनी बात को प्रभावी ढंग से कहने के लिए होती है।परंतु इसका दुखद पहलू ये है की ये कथाकार इस मनघड़ंत कहानी को ही सच बताने लगते है और सच सामने नही लाते। गजेंद्र मोक्ष कथा गजेंद्र मोक्ष की […]
*Dr DK Garg निवेदन: ये लेख 15 भाग में है, कृपया अपने विचार बताये ,ये भाग दो काफी बड़ा हो गया है,लेकिन रोचक है। भागवत कथा पहला दिन – धुंधकारी की कथा पहले दिन संगीत की धुन के साथ कथाकार धुंधकारी की कथा को सुनाता है जो संक्षेप में इस प्रकार है — तुंगभंगा नदी […]
*यज्ञ का गौरवशाली इतिहास*
यज्ञ का इतिहास अत्यन्त प्राचीन है। यदि कहें कि जबसे सृष्टि का निर्माण हुआ है तब से यज्ञों का प्रचलन है तो कुछ अनुचित न होगा। क्योंकि चारों वेदों में यज्ञ की महिमा यज्ञ करने का निर्देश व आदेश दिया हुआ है वैदिक संस्कृति को यदि एक शब्द में संहृत करना हो तो वह शब्द […]
* Dr DK Garg निवेदन लेख काफी बड़ा है , इसलिए धैर्य से पढ़े,पूरा पड़े और शेयर करके उत्साह वर्धन करे मुझे एक मित्र के यहाँ यज्ञ में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वहां यज्ञ कराने वाले पंडित ने जल्दी जल्दी कुछ मंत्र बोलकर आहुतिया डलवा दो और बोले ये १०८ आहुतियों वाला संकल्प […]
इस्लाम की विचित्र दयालुता
आर्यवीर इस्लाम मत के विद्वान् अपने मत को महिमा मण्डित करने में प्रायः अतिशयोक्ति कर देते हैं। इस्लाम जगत के डॉ० ज़ाकिर नाइक ने उन विद्वानों में विशेष भूमिका निभाई है। जाकिर जी ने इस्लाम पर गैर-मुस्लिमों द्वारा किये सवालों के जवाब में “Answers to Non-muslims’ common Questions about Islam” नामक एक लघु पुस्तक लिखा […]
-मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून। वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून आर्यजगत् की एक धर्म प्रचार करने सहित ध्यान व साधना का प्रशिक्षण देने वाली प्रमुख संस्था है जहां प्रत्येक वर्ष शरदुत्सव एवं ग्रीष्मोत्सव के रूप में दो समारोह आयोजित किए जाते हैं। इस वर्ष का ग्रीष्मोत्सव आगामी मई महीने की 15 मई से 19 मई, 2024 […]
एक ईसाई बंधु ने आर्य विचारों पर यह आक्षेप किया है कि ईश्वर जब कर्मों का फल देता है तो वह न्यायकारी तो हो सकता है, परन्तु, दयालु कैसे कहला सकता है? क्योंकि दया का अर्थ है दण्ड दिये बिना क्षमा कर देना और न्याय का अर्थ है। कर्मों के फल को बिना घटाए या […]
============ मनुष्य अल्पज्ञ प्राणी है। सभी लोग प्रायः सरकारी व निजी स्कूलों-कालेजों में पढ़ते हैं। भारत एक सेकुलर देश है। यहां मनुष्यों के शाश्वत व सनातन धर्म विषयक सत्य बातों की भी उपेक्षा की जाती है। उसे स्कूलों में पढ़ाया व बताया नहीं जाता जिसका परिणाम यह हुआ है कि अधिकांश हिन्दू बन्धु धर्म विषयक […]